20 दिसंबर 1923 की रात. सेंट पीटर्सबर्ग की एक पुरानी सी बिल्डिंग में देर रातमीटिंग चल रही थी. इस मीटिंग में एक तरफ बैठे थे, जोसेफ स्टालिन, और उनके सामने तीनकुर्सियों में पोलितब्यूरो के तीन मेंबर बैठे हुए थे. मीटिंग स्टालिन ने बुलाई थी.एजेंडा था - अगर लेनिन की मौत हो गई तो क्या होगा. लेनिन की तबीयत ख़राब थी.पोलितब्यूरो के सदस्य भी इसी फ़िक्र में थे. लेकिन किसी को कुछ सूझ नहीं रहा था. तभीस्टालिन उठे. और बोले- लेनिन नहीं रहेंगे लेकिन उनका शरीर रहेगा. ये सुनकर सामनेबैठे तीनों लोग शॉक में थे.स्टालिंन के कहने का मतलब था लेनिन की डेड बॉडी को ममी में तब्दील कर दिया जाएगा.जो आधुनिक दुनिया की पहली ममी होगी. लेकिन क्यों?लेनिन की मौत के बाद स्टालिन उनकी ममी क्यों बनाना चाहते थे?कैसे बनी ये ममी?और आज तक दफनाई क्यों नहीं गई?ये सब जानेंगे आज के तारीख़ में.