मध्यमवर्गीय: बच्चे पीटने के लिए ही बने हैैं क्या? इंडियन मां-बाप को इस बात पर सोचना जरूर चाहिए
इस एपिसोड में बात होगी उस पिटाई की जो कभी मम्मी तो कभी पापा से पड़ती थी. और ये वो पेरेंट्स हैं जो पीटने के बाद बच्चों से 'सॉरी बेटा' नहीं कहते थे जैसा आजकल टीवी और फिल्मों में दिखता है.
देश के सबसे क्लासी क्लास यानी मिडिल क्लास को समर्पित लल्लनटॉप के खास शो 'मध्यमवर्गीय' के इस एपिसोड में बात होगी भारत में मिडिल क्लास पेरेंट्स की. वो पेरेंट्स जो कभी मार-पीट कर जिसे वो मरम्मत कहते हैं, कभी झूठ बोलकर अपने बच्चों की परवरिश करते हैं. शायद यही वजह है कि ये बच्चे आगे चलकर सोसाइटी में फिट हो जाते हैं. इस एपिसोड में बात होगी उस पिटाई की जो कभी मम्मी तो कभी पापा से पड़ती थी. और ये वो पेरेंट्स हैं जो पीटने के बाद बच्चों से 'सॉरी बेटा' नहीं कहते थे जैसा आजकल टीवी और फिल्मों में दिखता है. इनका सिद्धांत था, पीट दिया तो पीट दिया. ये पेरेंट्स अपने बच्चों को जोगा बाबा और झोली बाबा का डर दिखा कर लगभग सभी काम करवा लेते थे. कभी-कभी मिडिल क्लास बच्चों के दिमाग में आता था कि घर से भाग जाएं. अगर आपका भी बचपन ऐसा बीता है तो निश्चित तौर पर आप संदीप और आशीष की इस बातचीत से खुद को रिलेट करेंगे. क्या बातें हुईं, जानने के लिए देखें पूरा वीडियो.