ये पटना के कॉफ़ी हाउस की एक दुपहरी है. एक नौजवान सियासत की टोह लेने बैठा है. येजेपी आंदोलन के बाद का दौर है. मुख्यमंत्री हैं, कर्पूरी ठाकुर. ये नौजवान अपनेसीएम से कुछ क्षुब्ध है. वहां हो रहीं बातों से उसे हेल्पलेस फील होने लगता है.नौजवान के चेहरे तक गुस्सा उतर आया था. उसने मेज पर मुक्का मारा और ऐलान किया,‘‘सत्ता प्राप्त करूँगा, किसी भी तरह से, लेकिन सत्ता लेके अच्छा काम करूँगा.’’उसके बाद नौजवान खड़ा हुआ और अपने वायदे को पूरा करने की दिशा में करीब तीस बरस तकभटकने के लिए निकल गया.ये 18 साल से बिहार के मुख्यमंत्री रहे, नीतीश कुमार की कहानी है. आज होंगे उन्हींके किस्से,-नीतीश के पिता ने ऐसा क्या किया कि वो शादी रद्द कर देना चाहते थे?-लालू और नीतीश का वो विस्फोटक पत्र जब 1993 में दोनों की राह अलग हो गई.- पटना कॉफ़ी हाउस में मेज़ पर मुक्का मारते हुए नीतीश ने क्या राजनीतिकभविष्यवाणी की थी?