असहयोग आंदोलन वापस लेने के बाद 16 फरवरी 1922 को महात्मा गांधी ने एक लेख लिखा था.जिसका टाइटल था ‘चौरी चौरा का अपराध’. ये लाइन उसी आर्टिकल से है. गांधी के मुताबिक़उन्हें चौरी-चौरा कांड के चलते ही असहयोग आंदोलन वापस लेना पड़ा था. गांधी ने इसकांड के लिए एक तरफ़ पुलिस वालों को जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने भीड़ को उकसाया था,और दूसरी तरफ़ घटना में शामिल लोगों से खुद को पुलिस के हवाले करने को भी कहा था.देखिए वीडियो.