कुछ साल पहले की बात है. बचपन बीत रहा था. बड़े हो रहे थे. क्रिकेट में दिलचस्पी जागगई थी. इंडिया का क्रिकेट कैलेंडर फॉलो किया जाने लगा था. ऐसे में जब भी दिसंबर मेंइंडिया की टीम ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड के दौर पर होने का इत्तेफ़ाक होता, एक शब्दबार-बार सुनने को मिलता. 'बॉक्सिंग डे टेस्ट'. 26 दिसंबर से शुरू होने वाले टेस्टमैच को बॉक्सिंग डे टेस्ट ही कहा जाता. ये तो समझ में आ गया था कि क्रिसमस के बादवाले दिन को बॉक्सिंग डे कहते हैं लेकिन क्यों कहते हैं ये पता नहीं था.कई बार ये भी सोचा कि हो सकता है प्राचीन समय में इस दिन से कोई बॉक्सिंग-वॉक्सिंगका कम्पिटिशन शुरू होता रहा हो. अब जा के मालूम पड़ा है कि बॉक्सिंग डे का बॉक्सिंगसे कोई कनेक्शन नहीं है.बॉक्सिंग डे वाले दिन छुट्टी होने से क्रिकेट स्टेडियम में ज़्यादा दर्शक पाए जातेहैं.दरअसल ब्रिटेन में क्रिसमस के अगले दिन घर के सभी नौकरों को तोहफे देने की प्रथाथी. ये तोहफा एक ख़ास तरह के क्रिसमस बॉक्स में दिया जाता. नौकरों को तोहफा देने केबाद छुट्टी भी दी जाती. ताकि वो अपने घर जा के अपने परिवार को भी तोहफे वाले बक्सेदे सके. तोहफे भरे इन बॉक्सेस की वजह से ही इस दिन को बॉक्सिंग डे कहा जाने लगा.इसके अलावा इलाके के चर्च में क्रिसमस से कुछ दिन पहले से एक बॉक्स रखा जाता.जिसमें सभी लोग अपनी औकातानुसार पैसे डालते. ये बॉक्स क्रिसमस के अगले दिन खोलाजाता. जमा हुए पैसे किसी ग़रीब को दिए जाते.तोहफे के बक्सों के साथ बंटती हैं खुशियां.एक और प्रथा भी रही है. पानियों के जहाज़ पर सफ़र करनेवाले लोग अपने जहाज़ पर एकपवित्र बॉक्स रखा करते थे. इसमें पैसे या कीमती उपहार हुआ करते थे. जब जहाज़सही-सलामत अपनी मंज़िल पर पहुंच जाता तो वो बॉक्स वहां के चर्च में पादरी को सौंपदिया जाता. पादरी उस बॉक्स से बरामद सामग्री को क्रिसमस के अगले दिन गरीबों मेंबांट देता.इन सारी वजहों से इस दिन का नाम बॉक्सिंग डे पड़ गया. बॉक्सिंग डे की पश्चिमी देशोंमें बड़ी अहमियत है. इस दिन तमाम बैंक, ऑफिस वगैरह बंद रहते हैं. लोग अपने परिवार केसाथ क्रिसमस की थकान उतारते हैं.--------------------------------------------------------------------------------ये भी पढ़ें:11 साल में 13 मैच खेलनेवाला खिलाड़ी, जो अगर ठीक से खेलता तो इंडिया को धोनी नमिलताक्या इंदिरा गांधी को 'दुर्गा' कहकर पलट गए थे अटल बिहारी?जब केमिकल बम लिए हाईजैकर से 48 लोगों को बचाने प्लेन में घुस गए थे वाजपेयीकेएल सहगल से कुमार सानू तक को गवाने वाले इकलौते म्यूज़िक डायरेक्टर की कहानीवीडियो: राष्ट्रपति जिसपर प्रधानमंत्री के बर्तन धोने का लांछन लगाया गया