सीट का नाम - नंदीग्राम (NANDIGRAM) (जिला- पूर्व मेदिनीपुर)पश्चिम बंगाल में जिस सीट पर देश भर की निगाहें लगी हुई थीं वह है नंदीग्रामविधानसभा सीट. नंदीग्राम असेंबली सीट (Nandigram Assembly Seat) पर कांटे की टक्करहुई. इस सीट को लेकर पहले खबर आई कि ममता बनर्जी जीत गई हैं. फिर कुछ देर बाद नयाअपडेट आया. नंदीग्राम से ममता बनर्जी ने नहीं बल्कि सुवेंदु अधिकारी ने जीत दर्ज कीहै. पहले खबरें आईं थीं कि शुभेंदु अधिकारी को ममता बनर्जी ने 1200 वोटों से हरादिया है. काउंटिंग की शुरुआत से ही नंदीग्राम का मुकाबला कांटे का दिख रहा था. 8वेंराउंड तक शुभेंदु अधिकारी आगे चल रहे थे. 16 राउंड की गिनती के बाद ममता बनर्जीशुभेंदु अधिकारी से सिर्फ 6 वोट पीछे चल रही थीं. लेकिन अखिरी के राउंड में खबर आईकि ममता बनर्जी 1200 वोटों से जीत गई हैं. लेकिन बाद में अपडेट आया कि शुभेंदुअधिकारी 1622 वोटों से जीत गए हैं. उनकी जीत के नंबर को लेकर अलग-अलग कयास लगाएजाते रहे. देर रात इलेक्शन कमीशन ने अपनी वेबसाइट पर नंदीग्राम के नतीजे अपडेट किएऔर शुभेंदु अधिकारी को 1956 वोटों से विजयी घोषित किया.कौन जीता?शुभेंदु अधिकारी (BJP) कितने वोट मिले: 1,10,764कौन हारा?ममता बनर्जी (TMC) कितने वोट मिलेः 1,08,808देर रात तक चला कंफ्यूजनइससे पहले ममता बनर्जी की जीत के बाद हार जाने की खबर से बीजेपी के खेमे में भीप्रतिक्रिया देखी गई. बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट किया ये बड़ीबात है. राज्य की मुख्यमंत्री नंदीग्राम से चुनाव हार गई हैं. बीजेपी के शुभेंदुअधिकारी 1622 वोटों से जीत गए हैं. इस करारी हार के बाद क्या ममता बनर्जी को नैतिकरूप से सीएम पर बने रहने का कोई हक है? This is BIG.Mamata Banerjee, the sitting Chief Minister, loses Nandigram. BJP’s SuvenduAdhikari wins by 1,622 votes. After this crushing defeat what moral authoritywill Mamata Banerjee have to retain her Chief Ministership? Her defeat is ataint on TMC’s victory... — Amit Malviya (@amitmalviya) May 2, 2021 जल्दी हीकेंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का ट्वीट भी आ गया. उन्होंने सुवेंदु अधिकारी केबधाई देते हुए लिखा. शुभेंदु अधिकारी को नंदीग्राम से जीत पर बधाई, जहां सीएमममता बनर्जी एक अहम मुकाबला हार गई हैं. — Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar)May 2, 2021 इस प्रतिक्रिया के कुछ देर बाद ही तृणमूल कांग्रेस के ट्विटर हैंडलसे किए गए एक ट्वीट न कंफ्यूजन और बढ़ा दिया. इसमें कहा गया अभी नंदीग्राम मेंकाउंटिंग पूरी नहीं हुई है. किसी भी तरह के कयास न लगाएं. The counting processfor Nandigram has not been completed. Please do not speculate. — All IndiaTrinamool Congress (@AITCofficial) May 2, 2021 कन्फ्यूजन में अगर अभी भी थोड़ी कमीरह गई हो तो ध्यान रखिए कि पहले ख़बर आई थी कि सुवेंदु 1957 वोटों से जीते हैं. बतादें कि नंदीग्राम विधानसभा सीट तमलुक (Tamluk) लोकसभा क्षेत्र के तहत आतीहै. शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के सबसे बड़े सिपाहसलार रहे थे. बता दें किनंदीग्राम से ही ममता बनर्जी का राजनैतिक जीवन की शुरुआत हुई थी. 2009 के बाद सेलगातार इस सीट पर टीएमसी का कब्जा बरकरार है. शुभेंदु अधिकारी टीएमसी से बागी होकरबीजेपी में चले गए हैं. इस वजह से इस सीट का गणित पूरी तरह से बदल गया है.कई राउंड तक चला आगे-पीछे का खेलनंदीग्राम विधानसभा सीट पर लोगों की निगाहें काउंटिंग की शुरुआत से ही लग गई थीं.पहले राउंड में ही बीजेपी प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी ने सीएम ममता बनर्जी पर 1497वोटों की बढ़त हासिल कर ली. शुरुआती राउंड की गिनती के साथ ही शुभेंदु और ममताबनर्जी के बीच वोटों का फासला भी बढ़ता गया. दूसरे राउंड में शुभेंदु 3281 वोटों सेआगे निकल गए. हालांकि चौथे राउंड में ममता ने वापसी की. चौथे राउंड में ममता बनर्जीने शुभेंदु अधिकारी से 4491 वोटों की बढ़त ले ली. पांचवें राउंड के बाद शुभेंदुअधिकारी ने फिर बढ़त बनानी शुरू की, और छठे राउंड तक आते-आते 3462 वोटों की बढ़तबना ली. आठवें राउंड में आते-आते शुभेंदु ममता बनर्जी से 9798 वोट आगे थे. आगे-पीछेका ये खेल 16 राउंड तक चला. इस राउंड में शुभेंदु अधिकारी की ममता बनर्जी पर बढ़तसिर्फ 6 वोटों की रह गई. अब आखिरी राउंड की गिनती बाकी थी. खबर आई कि ममता बनर्जी1200 वोटों से जीत गई हैं. लेकिन शाम होते-होते खबर आई कि शुभेंदु अधिकारी 1622वोटों से जीत गए है. सीएम ममता बनर्जी ने समाचार एजेंसी एएनआई को प्रतिक्रिया देतेहुए कहा नंदीग्राम की चिंता मत करिए. मैंने नंदीग्राम में संघर्ष किया क्योंकि मुझेएक आंदोलन लड़ना था. यह ठीक है. नंदीग्राम के लोगों को जो फैसला देना है वो दें,मैं इसे स्वीकार करती हूं. मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता. हमने 221 से ज्यादा सीटेंजीती हैं और बीजेपी इलेक्शन हार गई है. Don't worry about Nandigram, I struggledfor Nandigram because I fought a movement. It's ok. Let the Nandigram peoplegive whatever verdict they want, I accept that. I don't mind. We won more than221 seats & BJP has lost the election: West Bengal CM Mamata Banerjeepic.twitter.com/jmp098PF2A — ANI (@ANI) May 2, 2021और रात होते-होते शुभेंदु ने अपनी जीत की घोषणा कर दीरात को 8 बजे का आसपास शुभेंदु अधिकारी ने अपनी जीत की घोषणा खुद ट्विटर पर कर दी.उन्होंने काउंटिंग के वक्त इस्तेमाल होने वाला डॉक्युमेंट का फोटो ट्वीट करते हुएलिखा नंदीग्राम की महान जनता का उनके प्यार, भरोसे, आशीर्वाद, समर्थन और मुझे अपनाविधायक चुनने के लिए तहे दिल से शुक्रिया. मैं हमेशा उनकी सेवा और कल्याण के लिएप्रतिबद्ध रहूंगा. मैं बहुत आभारी हूं. My sincere thanks to the great People of Nandigram for their love, trust,blessings, and support, and for choosing me as their representative and the MLAfrom #Nandigram. It is my never-ending commitment to be of service to them andworking for their welfare. I am truly grateful! pic.twitter.com/oQyeYswDa8— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) May 2, 2021 उन्होंने जोडॉक्युमेंट शेयर किया है उसमें साफ देखा जा सकता है कि काउंटिंग 19 राउंड तक चली औरशुभेंदु अधिकारी ने जीत हासिल की है. इलेक्शन कमीशन ने देर रात शुभेंदु अधिकारी को1956 मतों से विजयी घोषित किया. हालांकि इससे पहले ही शाम को ममता बनर्जी ने प्रेसकॉन्फ्रेंस में बंगाल की जीत पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि नंदीग्राम के परिणाम सेवह संतुष्ट नहीं हैं और कोर्ट में इसे चैलेंज करेंगी.पिछले चुनावों के नतीजे:# साल 2016 में हुए विधानसभा में अधिकारी शुभेंदु अधिकारी ने सीपीआई के अब्दुल कबीको हराया था. 134623 (66.79%) वोट सुवेंदु को मिले थे. वहीं अब्दुल कबी को 53,393(26.49%) वोट लोगों ने दिया. जीत का अंतर 40.3 प्रतिशत यानी 81,230 था. # 2011 मेंइस सीट पर टीएमसी की फिरोजा बीवी ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 103,300 वोट मिले थेजबकि दूसरे स्थान पर रहे सीपीआई के प्रत्याशी परमानंद भारती को 59,660 वोट मिले थे.दोनों के बीच 43 हजार 640 वोटों का अंतर था.सीट ट्रिविया# 2007 में वाम सरकार ने नंदीग्राम में एक पेट्रोकैमिकल कंपनी को जमीन देने कीकोशिश की. ममता बनर्जी के नेतृत्व में भारी विरोध प्रदर्शन हुए. इस दौरान हुई पुलिसफायरिंग 14 लोगों की जान चली गई. # नंदीग्राम में करीब 30 प्रतिशत मुसलमान और 70प्रतिशत हिंदू हैं. ऐसे में ध्रुवीकरण का फायदा सीधे तौर पर शुभेंदु अधिकारी को मिलसकता है. # नंदीग्राम सीट एक दौर से लेफ्ट के मजबूत गढ़ हुआ करता था. लेकिन इस सीटपर साल 2009 से टीएमसी का कब्जा रहा है. # पश्चिम बंगाल के राजनीतिक इतिहास में भीनंदीग्राम का महत्वपूर्ण स्थान रहा है. स्वतंत्रता के पहले भी नंदीग्राम ने अपनेउग्र आंदोलन के कारण ब्रिटिश शासन को झुकाने में सफल रहा था. नंदीग्राम कोअंग्रेजों से दो बार आजादी मिली. # 1947 में देश की स्वतंत्रता से पहले तामलुक कोअजय मुखर्जी, सुशील कुमार धारा, सतीश चंद्र सामंत और उनके दोस्तों ने नंदीग्राम केलोगों की मदद से अंग्रेजों से कुछ दिनों के लिए मुक्त कराया था.