कहानी यूपी के सीएम त्रिभुवन नारायण सिंह की, जो मठ के भरोसे रहकर हार गए
गोरखपुर में योगी से पहले भी एक मुख्यमंत्री को उप-चुनाव में मात खानी पड़ी थी
नीरज
20 मार्च 2018 (Updated: 20 मार्च 2018, 13:15 IST)
गोरखपुर में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. सीएम योगी आदित्यनाथ की सीट बीजेपी हार गई है. इससे पहले भी एक मुख्यमंत्री गोरखपुर में उप-चुनाव हार चुके हैं. नाम है त्रिभुवन नारायण सिंह.
1970 का अक्टूबर उत्तर प्रदेश की सियासत में उठापटक भरा रहा. 1 अक्टूबर को राष्ट्रपति शासन लगने के साथ ही बैकडोर से गठबंधन की कवायद तेज हो गई. 18 अक्टूबर 1970 के रोज टीएन सिंह को मुख्यमंत्री की शपथ दिलवाई गई. उन्होंने गोरखपुर की मणिराम विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ा.
जिस समय मणिराम उप-चुनाव के नतीजे घोषित हुए, उस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र भी चल रहा था. राज्यपाल का अभिभाषण हो चुका था और उस पर बहस जारी थी. इसी समय टीएन सिंह को सदन में आकर यह जानकारी दी गई कि वो चुनाव हार गए हैं और उन्हें इस्तीफ़ा देना होगा. उनके इस्तीफ़ा देने के बाद कमलापति त्रिपाठी सूबे के नए मुख्यमंत्री बनाए गए.