30 अक्टूबर 1990 को 'अंतिम कारसेवा' का दिन तय किया गया. बहुत सोच समझ कर ये दिन तयकिया गया था. इसी दिन अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा होनी थी. अयोध्या में प्रतिबंधके बावज़ूद कारसेवक घुस गए. मुलायम सिंह के आदेश पर पुलिस ने कारसेवकों पर गोलियांचला दी. मुलायम सिंह कारसेवकों पर गोली चलाने के अपने फैसले पर बहुत पछताते हैं.इसी के बाद से मुलायम सिंह को विरोधी 'मुल्ला मुलायम' के नाम से चिढ़ाने लगे.लेफ्ट - मुस्लिम टोपी लगाए मुलायम सिंह. राईट - बजरंग दल के हथियारबंद कारसेवक.अक्सर सवाल उठता है कि मुलायम की जगह कोई और मुख्यमंत्री होता तो क्या करता? मुलायमसिंह की जगह कोई और मुख्यमंत्री होता तो सबसे पहले ये पता करता - पांच कोस होताकितना है?परिक्रमा से जुड़े ये सवाल भी हो सकते हैंजब हम परिक्रमा करने जाते हैं. तो कितना वेट लूज़ करते हैं? कितनी कैलोरी बर्न करतेहैं? हो सकता आपका फिटनेस ऐप आपको बता दे. मगर क्या आप पेपर पर हिसाब लगा सकते हैं?हिसाब के लिए बस दो नंबरों का गुणा करना है. एक किलोमीटर में कितनी कैलोरी बर्नहोती है x आपने कितने किलोमीटर की परिक्रमा की लेकिन अपन ने तो गोवर्धन की सप्तकोसीपरिक्रमा की है. किलोमीटर में क्या पता कितना होगा. तो बेसिक सवाल यही है. एक कोसमाने कितने किलोमीटर? हमें पता नहीं है. हम गोल-गोल घूमे जा रहे हैं. जीवन कीपरिक्रमा से थोड़ा समय उधार ले कर पता करने की कोशिश करते हैं -# बांग्लादेश से शुरू उत्तर भारत से गुज़रता हुआ अफगानिस्तान में जा कर 2500किलोमीटर का एक हाईवे खत्म होता है. गडकरी ने नहीं बनवाया है. बहुत पहले से मौजूदहै. ग्रैंड ट्रंक रोड नाम है इसका. इसमें अपने काम का क्या है? सोलहवीं शताब्दी मेंशेर शाह सूरी और मुगलों ने इसी हाईवे पर कोस मीनारें बनवाईं. यानी हर कोस की पर एकमीनार तान दी. इनके बीच की दूरी है लगभग 3.2 किलोमीटर. तो इस हिसाब से एक कोस हुआ3.2 किलोमीटर.लेफ्ट-दिल्ली स्थित कोस मीनार. राईट-'अर्थशास्त्र' लिखने वाले चाणक्य.# चाणक्य की लिखी किताब 'अर्थशास्त्र' में राज्यव्यवस्था, कृषि, न्याय और राजनीतिके बारे में तो बहुत कुछ लिखा ही है. साथ ही उसमें बहुत सारे मापों और मानकों केबारे में भी बताया है. 'अर्थशास्त्र' की मानें तो 1 कोस माने 3.62 किलोमीटर.# एक 'कोस' के बहुत सारे अलग-अलग इंटरप्रिटेशन हैं. अलग-अलग विद्वान कोस की वैल्यूअलग-अलग बताते हैं. और मुझे लंबी रिसर्च के बाद ये समझ आया - "कोस अनंत कोस वैल्यूअनंता" आसानी के लिए अपन लोग इसको 3 किलोमीटर के लगभग मान कर चलते हैं. इससेज्यादातर चीज़ें जस्टिफाई हो जाती हैं. जैसे कि - गोवर्धन की सप्तकोसी परिक्रमा हुई21 किलोमीटर की.बृज की चौरासीकोस की परिक्रमा हुई 254 किलोमीटर की.अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा हुई 15 किलोमीटर की.जुग सहस्त्र जोजन पर भानू?'कोस' का एक बड़ा भाई है. उसका नाम है 'योजन'. कोस की तरह योजन की वैल्यू पर भी एकमतनहीं है. ये 12 से 15 किलोमीटर के बीच हो सकती है. लेकिन एक बात पर कोई विवाद नहींहै - एक 'योजन' चार 'कोस' के बराबर होता है. हनुमान चालीसा सुनी हो तो ये दोहा जरूरयाद होगा. जुग सहस्त्र जोजन पर भानू । लील्यो ताहि मधुर फल जानू ।। हनुमान जी कीतारीफ में तुलसी लिखते हैं कि सूरज जो युग सहत्र योजन की दूरी पर है. उसे आपने मीठाफल समझ कर खा लिया.हनुमान को सूरज खाते दिखाता एक आर्टइस दोहे के ज़रिए कुछ वेबसाइट और फेसबुक पोस्ट ये दावा भी करते हैं कि गोस्वामी जीने पृथ्वी से सूरज की दूरी पहले ही निकाल दी थी. जो ये दावा करते हैं उनका तर्क येरहता है - 12,000 दिव्य वर्ष = 4 युग = 1 महायुग (जुग का मतलब महायुग निकाल लियाहै) 1 सहस्त्र = 1000 1 योजन = 8 मील = 12.8 कि.मी. युग सहस्त्र योजन यानी12000 x 1000 x 12.8 कि.मी. यानी 153600000 किलोमीटर यानी 15.36 करोड़ किलोमीटर.नासा की वेबसाइट पर ये दूरी 14.96 करोड़ किलोमीटर दी है. इसके काउंटर में कुछ लोग येतर्क देते हैं - # युग टाइम की यूनिट है. इसको डिस्टेंस में कैसे डाल दिया?# युग के भी बहुत सारे अलग-अलग इंटरप्रिटेशन हैं. दिव्य वर्ष में क्यों लिया? मानववर्ष में क्यों नहीं लिया.# योजन की वैल्यू खुद फिक्स नहीं है. अलग-अलग शास्त्र और विद्वान योजन की वैल्यूअलग-अलग बताते हैं. पॉइंट टू बी नोटेड माय लॉर्ड - कोस मीनारों के बीच की दूरी है3.2 किलोमीटर. इन चार कोसों का एक योजन 12.8 किलोमीटर ही आएगा.इंटरनेशनल सिस्टमकोस, योजन ये सब आजकल ज्यादा चलते नहीं हैं. आजकल ज्यादातर देशों ने 'मेट्रिकसिस्टम' अपना लिया है. मेट्रिक सिस्टम का ज्यादा पॉपुलर नाम है - 'S.I. यूनिट्स'यानी 'इंटरनेशनल सिस्टम ऑफ़ यूनिट्स'. भारत ने 1955 में स्टेंडर्ड ऑफ़ वेट एंड मेजर्सएक्ट पास कर मैट्रिक सिस्टम को अपना बना लिया. इसके बेस यूनिट यानी आधार माप येहोते हैं. लंबाई के लिए मीटर (m). वजन के लिए किलोग्राम (kg). समय के लिए सेकंड(s). इसीलिए इसे MKS सिस्टम भी बोलते हैं.मीटर किलोग्राम सेकंड - MKSअंग्रेज़ जाकर भी नहीं जातेएक्ट पास कर के सरकारें यूनिट अपनाती हैं, जनता नहीं. देख लीजिए - बच्चन की ऊंचाई 6फुट 1 इंच है.जी.के. फैक्ट - क्रिकेट की पिच की लंबाई 22 यार्ड होती है.पुलिस चौकी से आठ फर्लांग दूर हुई लूट-मार.लाहौर अमृतसर से केवल 32 मील दूर है.ऊपर के चार वाक्यों को दर्शाता फोटो कोलाज.इन सब में जो यूनिट अंडरलाइन दिख रहे हैं. वे 'इम्पीरियल यूनिट्स' के नाम से पॉपुलरहैं. इम्पीरियल यूनिट्स यानी अंग्रेज शासकों के यूनिट्स. और वे जिन पर राज करते थेउन गुलामों के यूनिट्स. जब ब्रिटिश भारत पर राज करते थे. उन्होंने इन मापों कोजनमानस में बहुत अच्छे से ढाल दिया था. उनके जाने के बाद भी ये हमारी भाषा में बनेहुए हैं. इन यूनिट्स को समझ लेते हैं -# सबसे छोटा इम्पीरियल यूनिट जो चलन में है वो है 'इंच'. कपड़ों से लेकर पलंगखिडकियों और दरवाजों तक के नाप इंच में. कपड़ो में एक चीज़ जो अंग्रेजों की गुलामनहीं है. वो है चड्डी. चड्डी का नाप सेंटीमीटर में देखकर खरीदा जाता है.नपाई की लड़ाई में इम्पीरियल यूनिट्स से लोहा मोल लेती चड्डी# इसके बाद आता 'फुट'. एक फुट में होते हैं बारह इंच. आदमी की ऊंचाई से प्लॉट कीनपाई तक का काम 'फुट' के जिम्मे है.# मैदानों और बाकी स्टेंडर्ड इलाकों की नपाई के लिए 'यार्ड' काम में आता है. एकयार्ड में होते हैं तीन फिट. और यार्ड मीटर के लगभग बराबर होता है. 1 यार्ड = 0.91मीटर22 गज की पिच और मैदान दिखने भर में छोटे हैं. इन्हें मेनटेन करने में बहुत पानीखर्च होता है.# 'गज' बहुत सुनने में आता है. अंग्रेजों के आने से पहले से भारतीय उपमहाद्वीप में'गज' चलन में था. गज के बराबर होता है यार्ड. मतलब बिलकुल बराबर.पृथ्वीराज चौहान को मुहम्मद गोरी की लोकेशन अगर बहुत ही कोड कर के बतानी थी. तोचंदन ऐसे भी कह सकता था. चार बांस चौबीस गज यार्ड, अंगुल अष्ट प्रमाण| ता उपरसुल्तान है, मत चूको चौहान।।पृथ्वीराज रासो के अनुसार पृथ्वी को शब्दभेदी बाण विद्या प्राप्त थी. फोटो क्रेडिट- हॉटस्टार# ऊपर बता चुका हूं कि क्रिकेट की पिच 22 यार्ड लंबी होती है. इस लंबाई को 'चेन'कहते हैं. और एक यार्ड में 3 फिट होते हैं. तो क्रिकेट की पिच 66 फिट की होती है.अर्थात - 1 चेन = 22 यार्ड = 22 गज = 66 फिट. # घर की डांट से स्कूली लड़ाई कीधमकियों में सुनते आ रहे हैं. एक लप्पड़ मारेंगे तो फर्लांग दूर गिरोगे. 'फर्लांग'भी अंग्रेजी यूनिट है. लेकिन फर्लांग किसानो का यूनिट है. इंग्लैंड के किसानों का.और पहले इसे ऐसे फिक्स किया जाता था - बैल बिना थके जितनी दूर तक जुताई कर सकतेहैं. वो दूरी एक फर्लांग है.फर्लांग तय करने निकले हीरा और मोती.फिर स्टेंडर्ड बने तो एक फर्लांग को 10 चेन यानी 10 क्रिकेट की पिच बराबर लंबाफिक्स कर दिया गया. इसका मतलब - एक फर्लांग = 10 चेन = 660 फिट. # इम्पीरियलयूनिट्स की पढ़ाई में आखिरी 'मील' का पत्थर - 'मील'. 1 मील जो है 80 चेन के बराबरहोता है. यानी 5280 फिट.मील बदल कर सब जगह किलोमीटर हो गया. लेकिन भाषा से मील का पत्थर हिलने का नाम हीनहीं ले रहाचेन और फर्लांग को ऐसे भी याद रख सकते हैं. कि अगर किसी बैट्समैन को बिना छक्के,चौके, नो बाल, वाइड बाल के सिर्फ दौड़-दौड़ कर रन बनाने हैं. तो - 10 रन बनाने के लिएएक फर्लांग दौड़ना पड़ेगा.80 रन बनाने के लिए 1 मील दौड़ना पड़ेगा.खेती-किसानी की बात कंटिन्यू करते हैं.# एकड़. सुनने में ठेठ देसी माप लगता है. लेकिन है नहीं. एकड़ भी इम्पीरियल यूनिट है.सीधे तौर पर 43,560 वर्ग फुट एरिया की ज़मीन एक एकड़ ज़मीन होती है. लेकिन एकड़ कास्टैण्डर्ड ऐसे सेट किया गया है. एक चेन लंबी और एक फर्लांग चौड़ी ज़मीन. ऐसे भी समझसकते हैं - क्रिकेट की पिच को एक फर्लांग चौड़ा खींच दिया जाए. तो एक एकड़ ज़मीन होजाएगी. # डिसमल भी नाम बहुत सुनने में आता है. एक एकड़ में होते हैं 100 डिसमल.तो डिसमल हुआ एकड़ का सौवां हिस्सा.# मेट्रिक यूनिट्स में एरिया का पॉपुलर माप हेक्टेयर है. 10,000 वर्ग मीटर या लगभगढाई एकड़ (2.471)देसी माप--------------------------------------------------------------------------------डिस्क्लेमर - बीघा की कोई स्टेंडर्ड वैल्यू नहीं है.--------------------------------------------------------------------------------1 बीघा कितना होता है? इसका जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस राज्य में खड़ेहोकर ये सवाल पूछ रहे हैं. अलग-अलग राज्यों में बीघा अलग-अलग है. असम और पश्चिमबंगाल में 1 एकड़ = 3 बीघा. हिमाचल में 1 एकड़ = 5 बीघा.पंजाब और हरियाणा में 1 एकड़ = 4 बीघा.राजस्थान में 1 एकड़ = 2.5 बीघा. उत्तर-प्रदेश और बिहार की लीला न्यारी है. इनमेंराज्य के अलग-अलग इलाकों में बीघा की वैल्यू बदल जाती है. फिर इतनी कॉम्प्लेक्सिटीकम नहीं है. बीघा में कच्चा बीघा और पक्का बीघा भी होता है.बीघा के छोटे भाई हैं कट्टा और बिसुआ. ये लोग भी बहुत कंफ्यूज हैं कि क्या वैल्यूधारण करें. इनकी मोटी समझ ये है - एक बीघा = लगभग 20 कठ्ठाकुल मिला कर बात ये हैहमारी डिस्टेंस और एरिया की समझ कन्फुज़ियाई गई है. भारत की स्थिति धोबी के कुत्तेवाली है. न घर का न घाट का. न मीटर का न फुट का.बीघा की कॉमन वैल्यू ढूँढता किसानमाथा भारी न करिए. 'इम्पीरियल यूनिट्स' को याद करने के लिए एक नज़्म पढ़िए -एक फर्लांग खेत जुतें, फिर बैला पाएं ढील. आठ फर्लांग बैला चले, तय भया एक मील.फर्लांग जोत बैला थके, पीठ में उमड़े 'पेन'. उनकी कौनउ दवा न भाई, फर्लांग में हैंदस चेन.चेन में किरकेट खिले, खान के बच्चा रोके गार्ड. किंग खान सब से लड़ जाए, चेन मेंहोएं बाईस यार्ड.गज यार्ड को चेंटीया काटे, कान में बोले सेम पिंच. एक यार्ड में तीन फुट, और एक फुटके बारह इंच.--------------------------------------------------------------------------------यह स्टोरी हमारे यहां इंटर्नशिप कर रहे आयुष ने की है.--------------------------------------------------------------------------------ये भी पढ़ें –रवीना टंडन का एक पल में कितना वजन बदल जाता था?क्या आपको हाइड्रोजन बम और एटम बम में अंतर मालूम है?कृष्ण और उनकी गोपियों के बारे में बताने वाला श्लोक असल में गणित का बहुत बड़ाफ़ॉर्मूला हैयाद्दाश्त अच्छी करनी है तो बादाम मत खाइये बल्कि ये टेक्नीक अपनाइये--------------------------------------------------------------------------------वीडियो देखें: अक्षय कुमार इस फिल्म में कौन से खतरनाक योद्धा बनेंगे और क्या होगीस्टोरी?