जब उंगली के निशान के लिए लड़ पड़े दो अंग्रेज़!
1860 में बंगाल में काम कर रहे एक ब्रिटिश कलेक्टर ने एक ठेकेदार का हाथ स्याही में डुबाया और कागज़ और उसकी हथेली का ठप्पा लगा दिया. यहां से शुरू हुई उंगलियों के निशान को लेकर एक लड़ाई, जो ब्रिटेन तक पहुंच गई.
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