The Lallantop
Advertisement

महंगाई के आंकड़ों के पीछे आखिर क्या झोल है?

अर्थशास्त्र का हिसाब किताब कहता है कि डेवलपमेंट के लिए थोड़ी बहुत मंहगाई जरूरी है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मुताबिक अगर मंहगाई 2 से 6 फीसदी के बीच है तो ठीक है.

pic
मानस राज
16 जुलाई 2024 (Updated: 16 जुलाई 2024, 13:14 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
Advertisement

महंगाई के आंकड़े निकालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है CPI. फुल फॉर्म देखें तो ये होता है,  कंस्यूमर प्राइस इंडेक्स. हाल ही में CPI ke आंकड़े सामने आए. इसके मुताबिक जून 2024 में मंहगाई दर 5.08% थी. जो पिछले 4 महीनों में सबसे ज्यादा थी.

तो इस वीडियो में जानेंगे -

-क्या है CPI?

-इसकी गणना कैसे की जाती है?

-और सरकार की ही गणना में महंगाई के अलग अलग आंकड़े क्यों नज़र आते हैं?

साथ ही जानेंगे महंगाई के आंकड़े निकालने के दो और पैमाने, होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) और GDP डीफ्लेटर के बारे में. 

 


 


 

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement