आप भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती के जन्म की कहानी जानते हैं? एक थे हिमालय उर्फहिमवान. आज भी हैं. उनके यहां एक बार कश्यप जी पधारे. हिमालय ने उनसे अक्षय लोकपाने, मशहूर होने और पूजनीय बनने का तरीका पूछा. घोर तपस्या से गुणवान संतान पैदाकरो, यह कहकर कश्यपजी विदा हुए. इसके बाद हिमालय ने ऐसी तपस्या की जिसका कहीं कोईमुकाबला नहीं है. खुद भगवान ब्रह्मा उनके पास पहुंचे और बोले, 'इस तपस्या के प्रभावसे तुमको ऐसी कन्या होगी कि तुम्हारी चारों तरफ कीर्ति हो जाएगी. करोड़ों तीर्थतुम्हारे यहां वास करेंगे. देवता भी तुमको पूजेंगे.' इसी वरदान से हिमालय को पत्नीमैना के गर्भ से अपर्णा नाम की कन्या हुई. अपर्णा बहुत समय तक बिना खाए पिए रही.उसे उपवास से रोकते हुए मां ने कहा, 'बेटी! 'उमा' (ऐसा न करो).' मां के यूं कहने परही पार्वती देवी उमा के नाम से जानी गईं. (ब्रह्म पुराण, गीता प्रेस, पेज 78, 79)