G20 का देश कनाडा जहां मुक्का मारकर प्रधानमंत्री बन गए जस्टिन ट्रूडो
कनाडा, उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग में स्थित है. इसकी सीमा दक्षिण में संयुक्त राज्य अमेरिका, पूर्व में अटलांटिक महासागर, पश्चिम में प्रशांत महासागर और उत्तर में आर्कटिक महासागर से लगती है.
नई दिल्ली में शुरू हो गई है G20 समिट. हम आपको G20 परिवार के सदस्यों (G20 Countries) से आपका परिचय करा रहे हैं. आज बात नियाग्रा फॉल्स और आइस हॉकी के लिए फेमस कनाडा की. बचपन में आइस पाइस के गेम में सबसे पहले क्या करते थे, लोकेशन खोजते थे. तो आइए सबसे पहले वर्ल्ड मैप पर कनाडा की लोकेशन बताते हैं.
कनाडा, उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग में स्थित है. इसकी सीमा दक्षिण में संयुक्त राज्य अमेरिका, पूर्व में अटलांटिक महासागर, पश्चिम में प्रशांत महासागर और उत्तर में आर्कटिक महासागर से लगती है. यानी हिंदुस्तान की तरह ये देश भी तीन दिशाओं से पानी से घिरा है. नई दिल्ली से ओटावा की दूरी है, ग्यारह हजार तीन सौ उन्नीस किलोमीटर.
आइए कनाडा समझें:--अंग्रेजी और फ्रेंच कनाडा की आधिकारिक भाषाएं हैं.
-कनाडा की आधिकारिक मुद्रा कैनेडियन डॉलर है.
-कनाडा की कुल आबादी 4 करोड़ है.
-विश्व की महत्वपूर्ण संस्थाओं में कनाडा का मजबूत दखल है. वो G7, NATO और संयुक्त राष्ट्र का सदस्य है.
कनाडा के कुछ सबसे फेमस पर्यटन स्थलों में नियाग्रा फॉल्स, बैन्फ नेशनल पार्क और सीएन टॉवर शामिल हैं.
-कनाडा की राजधानी है ओटावा और
-इसका कुल क्षेत्रफल है, निन्यानबे लाख चौरासी हजार छ: सौ सत्तर वर्ग किलोमीटर.
-ईसाई धर्म के लोग कनाडा में सबसे ज्यादा हैं.
-टोरंटो यहां का सबसे बड़ा शहर है.
1947 में कनाडा, कॉमनवेल्थ में ब्रिटेन के समकक्ष देश घोषित हुआ. उससे पहले ये ब्रिटेन की एक कॉलोनी थी. हालांकि साल 1931 में ही वेस्टमिन्स्टर ने कनाडा को पूरी आजादी दे दी थी. 1949 में कनाडा नाटो (नार्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन) का फ़ाउंडिंग मेंबर बना. 1965 में नया झंडा आया. इसके पांच बरस बाद साल 1970 में कनाडा में आई अक्टूबर क्राइसिस. इसमें एक सेप्रेटिस्ट ग्रुप ने ब्रिटिश कमिश्नर जेम्स क्रॉस को किडनैप कर लिया था. क्योंकि अभी भी कुछ लीगल पावर ब्रिटिशर्स के पास थी. साल 1982 में ये ट्रांसफर ऑफ पॉवर्स पूरा हुआ और कनाडा ने अपना नया संविधान बनाया. साल 2003 में कनाडा ने इराक युद्ध में अमेरिका के गठबंधन में शामिल होने से मन कर दिया. 2010 में वहां ओलम्पिक हुए. 2018 में कनाडा ने नई ट्रेड डील साइन की नाफ्टा के नाम से. और साल 2023 में कनाडा अपने इतिहास की सबसे खतरनाक जंगल की आग से गुजर रहा है. जिसने लगभग डेढ़ लाख स्क्वायर किलोमीटर जमीन को जला डाला है.
पॉलिटिकल सिस्टम कैसा है:-कनाडा एक संवैधानिक राजतंत्र और संसदीय लोकतंत्र है, जिसमें कानून के शासन और अधिकारों और स्वतंत्रता के अधिकार पर तवज्जो दी गयी है. सरकार क्राउन के नाम पर कार्य करती है लेकिन उनकी पॉवर का स्रोत है, वहां की जनता.
कनाडा की संसदीय प्रणाली ब्रिटिश, या "वेस्टमिंस्टर" परंपरा से उपजी है. संसद में क्राउन, सीनेट और हाउस ऑफ कॉमन्स शामिल हैं, और तीनों भागों द्वारा सहमत होने के बाद कानून बनाए जाते हैं. क्योंकि कनाडा एक संघीय राज्य है, कानून बनाने की ज़िम्मेदारी एक केंद्र, दस राज्य और तीन लोकल सरकारों के बीच शेयर की जाती है. न्यायपालिका कानून और संविधान की व्याख्या और उसे लागू कराने तथा निष्पक्ष निर्णय देने के लिए जिम्मेदार है.
सीनेट जो कि अपर हाउस है, उसमें 105 मेंबर हैं, जिन्हें गवर्नर जनरल माने क्राउन चुनता हैं. इसमें देश के अलग अलग हिस्सों के सदस्य होते हैं. इसके अलावा हाउस ऑफ कॉमन्स है जिसे लोअर हाउस कहा जाता है, इसमें 338 सदस्य होते हैं. इन्हें जनता चुनती है.
सामरिक सम्बन्ध:-
-कनाडा और भारत के बीच शिक्षा एक ऐसा प्रमुख क्षेत्र है जिसमें दोनों देशों की बराबर दिलचस्पी है. हालिया आंकड़ों के अनुसार कनाडा में 230,000 भारतीय पढ़ाई कर रहे हैं. इस तरह कनाडा में अलग-अलग देशों से पढ़ने के लिए आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में भारत टॉप पर है.
-16 लाख भारतीय मूल और सात लाख एनआरआई की आबादी के साथ, कनाडा सबसे ज्यादा भारतीय प्रवासियों वाला देश है. जो इसकी कुल आबादी का 3% से अधिक है. भारतीय प्रवासी मुख्य तौर पर ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र, ग्रेटर वैंकूवर क्षेत्र, मॉन्ट्रियल (क्यूबेक), कैलगरी (अल्बर्टा), ओटावा (ओंटारियो) और विन्निपेग (मैनिटोबा) में बसे हैं. राजनीति के क्षेत्र में, विशेष रूप से, वर्तमान हाउस ऑफ कॉमन्स जिसकी कुल सदस्य संख्या 338 है. उनमें 19 भारतीय मूल के संसद सदस्य हैं. साथ ही सरकार में भारतीय मूल के तीन मंत्री शामिल हैं: राष्ट्रीय रक्षा मंत्री, अनीता आनंद; अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री, हरजीत एस. सज्जन; और वरिष्ठ नागरिक मंत्री, कमल खेड़ा.
-जी-20 से सप्ताह भर पहले कनाडा से विचलित करने वाली खबर आई, कनाडा ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत रोक दी है. और अब दोनों देश भविष्य में बातचीत फिर से शुरू करने पर आपसी सहमति से ही फैसला करेंगे.
-साल 2022 में, भारत ने कनाडा द्वारा सिख डायस्पोरा में खालिस्तानी अलगाववादी जनमत संग्रह की अनुमति देने पर आपत्ति जताई थी, और यहाँ तक कि कनाडा में यात्रा करने के खिलाफ एक एडवायजरी भी जारी की थी. जिसमें हेट क्राइम पर बात हुई थी. कनाडा ने उस वक्त इस पर सफाई देते हुए कहा था कि ये अभिव्यक्ति की आजादी के तहत हो रहा है. हालांकि अभी सितंबर में ही कनाडा ने एक स्कूल में खालिस्तानी रेफरेंडम को लेकर होने वाली एक्टीविटीज पर सरकार ने अनुमति वापिस ले ली.
-इसके अलावा भारत और कनाडा के बीच खालिस्तान की इस टेन्सन के तार कुछ 38 बरस पुराने हैं. एयर इंडिया फ्लाइट 182 ने 23 जून 1985 को कनाडा के टोरंटो से भारत के मुंबई के लिए उड़ान भरी थी. ये एक बोइंग विमान था जिसका नाम कुषाण वंश के प्राचीन भारतीय सम्राट के नाम पर 'सम्राट कनिष्क' रखा गया था।
विमान ने टोरंटो से उड़ान भरी, कनाडा के मॉन्ट्रियल में रुका जहां से उसने लंदन पहुँचने के लिए उड़ान भरी. लेकिन विमान कभी लंदन नहीं पहुंचा. इसमें आयरलैंड के तट के पास हवा में विस्फोट हो गया, जिससे उसमें सवार सभी 329 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई।
यह कनाडा से जुड़ी सबसे भीषण हवाई आपदा थी. कनाडा प्रशासन की जांच में सुराग मिले कि ये गतिविधियां ऑपरेशन ब्लू स्टार के विरोध में खालिस्तानी समर्थकों ने की थीं. इस केस में कनाडा सरकार ने बहुत स्लो एक्शन लिया यहाँ तक कि मुख्य आरोपी 2005 में छूट गया. और सिर्फ एक आदमी को सजा हो पाई.
- साल 2022 के नवंबर में ही कनाडा ने इंडो पैसिफिक पॉलिसी लांच की थी. जिसमें उसने इण्डिया को महत्वपूर्ण पार्टनर और चीन को तेजी से विघटन की ओर बढ़ने वाली ताकत कहा था.
-कनाडा, व्यापार की दुनिया में टॉप के देशों में से एक है - और सबसे अमीर देशों की फेहरिस्त में भी शामिल है. एक प्रमुख सर्विस सेक्टर के साथ-साथ, कनाडा के पास विशाल तेल भंडार भी है और ये ऊर्जा, भोजन और खनिजों का एक प्रमुख निर्यातक है. माने ये सामान कनाडा बाकी देशों को बेचता है.
कनाडा, ब्रिटिश उपनिवेशों का एक संघ हुआ करता था. ये मुल्क संसदीय लोकतंत्र के ब्रिटिश पैटर्न का पालन करता है. अमेरिका के साथ इसके संबंध अब महत्वपूर्ण हैं, खासकर व्यापार के मामले में. लेकिन कनाडा अक्सर अपने लिहाज से भी फैसले करता रहा है.
सरकार की कमान:-सितंबर 2021 में तीसरी बार संघीय चुनाव जीतकर जस्टिन ट्रुडो कनाडा के प्रधानमंत्री बने हैं. वो लिबरल पार्टी से हैं. पिता पियरे ट्रूडो भी प्रधानमंत्री थे. जस्टिन कैसे पीएम बने इसकी एक दिलचस्प कहानी है. ये बानगी एक बॉक्सिंग मैच की है. जिसने ट्रूडो की जिंदगी बदल दी. साल 2011 में तबके लिबरल पार्टी के चीफ इग्नेटियफ के चले जाने के बाद जस्टिन ट्रूडो पर दबाव बनने लगा. कि वो नेतृत्व संभाले. मगर अब भी कई आलोचक उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहे थे. उनका कहना था कि जस्टिन के पास अनुभव नहीं है. योग्यता भी नहीं है. ट्रूडो ने अपनी आलोचनाओं को गंभीरता से लिया. और खुलकर सामने आए. कंजरवेटिव पार्टी के सांसद पैट्रिक ब्राजेउ को बॉक्सिंग रिंग में आकर मुकाबला करने की चुनौती दी. पैट्रिक सेना में रह चुके थे. कराटे में ब्लैक बेल्ट थे. लोग कहने लगे कि जस्टिन हार जाएंगे. और जस्टिन ने कहा:
“लोग अक्सर मुझे कमतर समझ लेते हैं. उन्हें लगता है कि मैं हल्का हूं. अगर मैं ये लड़ाई जीत जाता हूं, तो शायद लोग मुझे गंभीरता से लेने लगेंगे.”
जस्टिन ने जुआ खेला था, जीत गए. ये एक जुआ था. हारने पर जस्टिन की छवि को बहुत बट्टा लगता. ट्रूडो ने मुकाबले से पहले खूब प्रैक्टिस की. वो मुक्केबाजी करते भी थे. प्रोफेशनल नहीं, ऐसे ही. उधर पैट्रिक खूब सिगरेट पीते थे. इसी से जस्टिन ने अंदाजा लगाया. कि पैट्रिक ज्यादा देर तक बॉक्सिंग रिंग में ठहर नहीं पाएंगे. मार्च 2012 में ये मैच हुआ. तीसरे राउंड में जस्टिन ने मैच जीत लिया. और फोकस में आ गए. इसके बाद साल 2013 में वो लिबरल पार्टी के मुखिया बने और 2015 में कनाडा के.
हालांकि तीन टर्म जीतने के साथ उनके हाथ विवाद भी आए हैं, पहला बड़ा विवाद था साल 2017 में, जब जस्टिन ट्रूडो अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाने बहामास गए. वहां एक प्राइवेट द्वीप है. एक अरबपति हैं- आगा खान. उनका ही द्वीप है. कनाडा में उनकी संस्था PM के लिए लॉबिंग भी करती है. सरकारी फंड भी मिलता है उनको. तो जब ट्रूडो आगा खान के निजी द्वीप पर सपरिवार छुट्टियां मनाने गए, तो बड़ा हंगामा हुआ. क्यों हुआ, प्रधानमंत्री ऐसे किसी बिजनसमैन का फेवर नहीं ले सकता न.
इसके अलावा साल 2022 में जस्टिन ट्रूडो ने देश भर में हो रहे वैक्सीन-विरोधी विरोध प्रदर्शनों और राजधानी ओटावा के कुछ हिस्सों को ब्लॉक करने के लिए आपातकाल लागू किया था.
लेन-देन:-
कुल व्यापार हुआ छ: हजार सात सौ पचासी करोड़ का.
क्या क्या बेचा
चावल-बासमती, मसाले, फल, मरीन प्रोडक्ट्स माने मछलियां, केकड़े
क्या-क्या ख़रीदा
दालें, चाय, प्रोसेस्ड फ्रूट.
पैसे की बात:-
भारत ने सामान बेचा चार हजार सात सौ सतासी करोड़ का.
भारत ने सामान ख़रीदा तीन हजार चार सौ चौरासी करोड़ का.
यानी बेचा ज्यादा, ख़रीदा कम, तो सरप्लस ट्रेड हुई, फायदा हुआ 1303 करोड़ का.
फुट नोट्स:--एरिया के लिहाज से कनाडा विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है. पहला है रशिया.
-दुनिया में सबसे लंबी तटरेखा कनाडा की है, ये दो लाख तैंतालीस हजार बयालीस किलोमीटर लम्बी है. तटरेखा माने समंदर के किनारे का वो हिस्सा जो जमीन को छूता है.
-कनाडा में लेक सुपीरियर नाम की दुनिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है.