फुद्दू. आपने ये शब्द पहले सुना है? नहीं सुना? तो लो आज सुन लो. वो भी पर्याप्तमात्रा में. साथ ही साथ मतलब भी जान लो. काम आएगा. पता होगा कहां इसको फिट करोगे तोआपकी बात में चार चांद लग जाएंगे. सबसे पहले तो ये बताता हूं कि आज फुद्दू की बातक्यों कर रहा हूं. एक फिल्म आ रही है फुद्दू नाम से. इसके अलावा उड़ता पंजाब मेंशाहिद का फुद्दू हेयर-कट है. बाल ऐसे कटवाए कि फुद्दू उभर के आया. बंदा खुद कोफुद्दू कहलवाके खुश है. वाह रे तेरा वखरा स्वैग नी.कौन है सबसे बड़ा फुद्दू आप. अगर आपको इसका मतलब नहीं पता. पर चिंता ना करो आज पतालगेगा तो जल्दी फ्रैंडली भी हो जाओगे. पर अभी तो आप औक्खे हो गए हो. कि हमें फुद्दूकैसे बुला दिया. तो भइया ये प्यार से कहा है. नोनू सोनू स्वीटू बेटू की तरह फुद्दू.जैसे लड़की प्यार से कहती है. आंखों में पल्स वाली हरी नमकीन चमक लाकर. स्टूपिड.वैसा ही कुछ.क्या होता है फुद्दू? फुद्दू नहीं सुना होगा तो चू*या तो ज़रूर सुना होगा. हां तोवही है ये भी. उत्तर भारत के कई प्रदेशों में चू*या कहके मन हल्का कर लेते हैं. कईजगह इसको लेकर मारकाट मच जाती है. हमने भी न्यूज रूम में खूब बहस की. कि चू*या गालीहै या नहीं. तो शब्द के मूल तत्व में तो है. क्योंकि यह एक जेंडर के एक अंग विशेषसे जोड़ती है. पर पीपी बता रही थी कि यूपी में कानपुर, उरई, लखनऊ जैसी जगहों परचाचियां, मौसियां भी इसका भरपूर इस्तेमाल करती हैं. जैसे, सब्जी वाला आया. 250ग्राम परवल तुलाया. बोला, लाओ बहन जी 15 रुपये. और पम्मी भाभी ने दिया चटाक से.चू*या न बनाओ, अक्खन 12 रुपये में बेच गया है सुबह.पर आज हम चू*या पर नहीं फुद्दू पर बात करने वाले हैं.इस शब्द का एग्ज़ैक्ट मीनिंग है नासमझ, पागल, निक्कमा, नालायक. तो देखिए ना इस शब्दकी खासियत, एक साथ ही कितने लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है. कोई अजीब हरकत करेतो फुद्दू. कोई तंग करे तो फुद्दू. कोई घटिया बात करे तो फुद्दू. और अगर कोई कुछ नाभी करे तो भी फुद्दू. तो ये जो फुद्दू शब्द है, बड़े काम की चीज़ है. आपकी भड़ास भीनिकाल देता है और सामने वाले को थोड़ा सा ऑफेंड करता हुआ चेतावनी देता है कि भाईसुधर जा. एक खास बात और है इस शब्द में. आप इसका मतलब जानते होंगे तो हर बार इसकोबोलते वक्त चहरे पर एक अलग एक्सप्रैशंस होंगे. जैसे कि जब गुस्से में किसी को बोलरहे हो तो माथे पर सलवटें लाते हुए और बिल्ली की तरह आखें भींचते हुए बोलोगे,“फुद्दू है साले”. जब कोई शरारत कर दे तो हल्की सी मुस्कान के साथ एट ईज़ होकरबोलोगे, “फुद्दू साले”. ये जो ‘साला’ शब्द है, फुद्दू के साथ फ्री मिलता है. बिना‘साले’ के ये महान शब्द अधूरा है. चलते-फिरते, आते-जाते किसी के भी साथ लगा दियाजाता है इसे. और कईयों के लिए तो ये शब्द उसकी परछाई ही बन जाता है. ऐसे में उसकीकोई भी बात चले तो सब कहते हैं “छोड़ उसे, वो तो है ही फुद्दू”.कहां से आया फुद्दू फुद्दू शब्द का जन्म हुआ उत्तरी भारत को सबसे हरे-भरे राज्यपंजाब में. शब्द अनाथ है इसलिए इसकी जन्म तिथि पता लगाना मुश्किल है. हमें भीविरासत में मिला. स्कूल टाइम से बोलते आ रहे हैं. लेकिन ये शब्द अमर है. और अमरकिया हम जैसे लोगों ने. अच्छी-बुरी हर चीज़ में फिट कर देते हैं. बड़ा ही लाइट वेटशब्द है तो किसी के आगे बोलने में ज़्यादा सोचना भी नहीं पड़ता. जिसे इसका मतलब पताहै वो खुद भी इसे दिन में 8-10 बार यूज़ कर लेता है. और जो नहीं जानते वो जब तक इसशब्द पे गौर करते हैं तब तक ये खत्म हो जाता है. तो कुल मिला कर बात ये है किफुद्दू शब्द हम पंजाबियों जैसा ही है. ज़्यादा लोड नहीं लेता.कहां पाए जाते हैं फुद्दू वहां-वहां जहां आक्सीज़न होती है. जी हां, दुनिया भरीपड़ी है फुद्दूओं से. देखने में इन लोगों की कोई खास पहचान नहीं होती. लेकिन इनकीहरकतें जल्द ही इन्हें ये उपाधि दे देती हैं. और खास बात देखिए न, हर जीव फुद्दूहै, किसी ना किसी के लिए. किसी का नाम याद रहे ना रहे उसकी हरकतें ज़रूर रह जातीहैं. तो बस फिर नाम का क्या करना. सीधा बोलते हैं, “अरे वो फुद्दू है ना जो...”बिहार के भाई इस तरह के पॉज को अथी से भरते हैं, इंग्लिश मीडियम वाले आलाप के पहलेका आआआ करते हैं. क्यूटत्व के मारे इसे awww न समझें.क्या सीमाएं हैं फुद्दू की ये वही यूज़ कर सकते हैं जहां सामने वाले को थोड़ा सा हीऑफेंड करना हो. इतना की दोस्ती भी आहत ना हो और गुस्सा भी निकाल लिया जाए. लिमिटेशनये है कि जिन फुद्दुओं का दर्जा ज़्यादा बड़ा है, उन्हे फुद्दू बोलो तो ये शब्दफीका लगने लगता है. इसलिए उनके लिए बनाने पड़े भारी भरकम शब्द. एग्ज़ाम्पल देताहूं. सतबीर वीरे ने सुनाया सी. बादल सरकार जब साल 2007 में सत्ता में आई, तो उसके2-3 साल बाद ही वो फुद्दू कहलाने लगी. और अब 9 साल बाद आलम ये है कि उनको फुद्दूकहना इज़्ज़त देना हो गया है. क्योंकि कारनामे फुद्दू से कई आगे बढ़ गए हैं.फोटो: DOJOKE.COMकौन हो सकते हैं ऑफेंड वो जो इसको एक गाली से रिलेट करके देखते हैं. ऐसे ही जैसे कीहमारे पंजाब में चू*या को कर लिया जाता है. हां, हमारे पंजाब में इसे गाली मानाजाता है. लेकिन यूपी के आस पास नहीं. मैने अपने दोस्तों के बताया तो वे बोले किभईया ऐसा होता तो हमारी मम्मी थोड़ी हमें वो मैसेज भेजती जिसमें बड़ा बड़ा चू*यालिखा होता है. दो साल पहले की बात है. चंडीगढ़ में हमारे न्यूज़ रूम में मीटिंग चलरही थी. दिल्ली से आई एक लड़की किसी को बोली कि चू*या है क्या? और सब उसकी तरफ ऐसेमुड़कर देखने लगे जैसे उसने किसी की किडनी मांग ली. और कहां-कहां यूज़ हुआ फुद्दूविकी डोनर में आयुष्मान ने. पंजाबी दिखाया है ना, तो फुद्दू ना बोलता तो कैसे चलता.अब फुद्दू फिल्म फुद्दू है या नहीं, यह तो आप बताएंगे.