CM हेमंत सोरेन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकाने वाला अवैध खनन का मामला क्या है?
अफवाह उड़ रही है कि हेमंत सोरेन ने इस बात की तैयारी कर ली है कि अगर उन्हें जेल जाना पड़ा तो उनका उत्तराधिकारी कौन होगा.
क्या झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिरफ्तार होने वाले हैं? क्या उन्होंने इस बात की तैयारी कर ली है कि अगर उन्हें जेल जाना पड़ा तो उनका उत्तराधिकारी कौन होगा? क्या उन्होंने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाने का इंतजाम कर लिया है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिन्होंने झारखंड को राजनीति को बीते कुछ दिनों से गर्माया हुआ है. दरअसल, झारखंड के मुख्यमंत्री को प्रवर्तन निदेशालय (ED) सात समन दे चुका है. जांच एजेंसी अवैध खनन केस में सोरेन से पूछताछ के लिए तारीख और समय तय करने की मांग कर रही थी. लेकिन सोरेन ने समन का जवाब नहीं दिया. बदले में उन्होंने 2 जनवरी को ED के समन को राजनीतिक साजिश करार दिया. इसे 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि ED ने झारखंड में छापेमारी शुरू कर दी. इस छापेमारी में अभिषेक प्रसाद का नाम भी शामिल है जो हेमंत सोरेन के मीडिया एजवाइज़र हैं.
झारखंड में छापेमारी क्यों?झारखंड में आज 10 ठिकानों पर छापेमारी हुई. ED ने हजारीबाग के DSP राजेंद्र दुबे के यहां भी छापा मारा है. साहिबगंज के जिलाधिकारी राम निवास के यहां भी तलाशी चल रही है. राम निवास मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं. ED की टीम राजस्थान स्थित उनके आवास पर भी छापेमारी कर रही है. बताया गया कि कुछ ‘बिचौलियों’ के यहां भी छापेमारी हुई.
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ये पूरा मामला जुड़ा है साहिबगंज अवैध माइनिंग केस से. इस केस में पंकज मिश्रा मुख्य अभियुक्त हैं, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. सीएम सोरेन साहिबगंज की बरहेट सीट से विधायक हैं. और बरहेट में पंकज मिश्रा ही सोरेन के प्रतिनिधि हैं. यहीं से इस केस के तार जुड़े हेमंत सोरेन से. तो इस पूरे केस की क्रोनोलॉजी पर एक नज़र डालते हैं.
- झारखंड में अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे. मार्च 2022 में ED ने पंकज मिश्रा समेत कुछ अन्य लोगों पर केस दर्ज किया और जांच शुरू की. पंकज पर जमीन कब्जा करने और बड़ी संपत्ति अपने नाम करने का आरोप लगा.
- इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 7 जुलाई 2022 को ED ने झारखंड में 19 ठिकानों पर छापेमारी की. साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी, बरहरवा कोट समेत कई जगह रेड की गई. 5.34 करोड़ रुपये समेत कुछ दस्तावेज जब्त किए.
- दाहू यादव नाम के शख्स के खाते से भी पैसे जब्त किए गए. दाहू यादव को पंकज मिश्रा का करीबी बताया गया.
- इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक 8 जुलाई 2022 को ED ने पंकज मिश्रा के घर पर छापेमारी की.
- 15 जुलाई को ED ने बयान जारी कर कहा- "झारखंड में अवैध खनन मामले में कई बैंक खातों से 11.88 करोड़ रुपये सीज़ किए गए हैं. इसके साथ ही अवैध खनन मामले जब्त किया गया कैश बढ़कर 36.58 करोड़ हो गया."
- 19 जुलाई को ED ने पंकज मिश्रा से पूछताछ की. 20 जुलाई को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
- ED ने चार्जशीट दायर की. इसमें कहा गया- "8 जुलाई को पंकज मिश्रा के घर छापेमारी में एक सील बंद लिफाफा मिला. उसमें एक पासबुक और दो चेकबुक मिलीं. दो साइन्ड चेक मिले जिनका नंबर 004718 और 004719 है. ये सभी बैंक दस्तावेज हेमंत सोरेन के बैंक ऑफ इंडिया की साहिबगंज ब्रांच के खाते से जुड़े हैं."
- 2 नवंबर 2022 को ED ने हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए समन भेजा. इसके बाद से प्रवर्तन निदेशालय कुल 7 समन भेज चुका है. लेकिन सोरेन ने किसी भी समन का जवाब नहीं दिया.
- 30 दिसंबर को ED ने सोरेन को सातवां समन जारी कर कहा- "अब तक जारी किए गए समन पर आपने एक भी बार दफ्तर आकर अपना बयान नहीं दर्ज कराया है. इसलिए आपको आखिरी मौका दिया जा रहा है. 7 दिन के भीतर बयान दर्ज कराने के लिए समय और स्थान तय करें."
हेमंत सोरेन के सात दिन समाप्त होने वाले हैं. ऐसे में ये कहा जा रहा है कि ED सोरेन के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी कर सकती है. और इन आशंकाओं के बीच सवाल ये है कि अगर वो जेल जाते हैं तो उनका उत्तराधिकारी कौन होगा. इस रेस में सबसे आगे नाम उनकी पत्नी कल्पना सोरेन का बताया जा रहा है.
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