The Lallantop
Advertisement

अकबर की तारीफ क्यों करते हैं? अवध ओझा ने वजह बता दी

मुगलों और ओसामा बिन लादेन की तारीफ करने के आरोपों पर भी दिया जवाब!

Advertisement
akbar osama bin laden avadh ojha
ओझा सर ने लल्लनटॉप से मुगलों और ओसमा बिन लादेन को लेकर लगे आरोपों पर बात की | फोटो: इंडिया टुडे/दी लल्लनटॉप
pic
अभय शर्मा
28 नवंबर 2022 (Updated: 28 नवंबर 2022, 23:12 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

लल्लनटॉप शिक्षक अवध ओझा (Avadh Ojha Sir). लल्लनटॉप अड्डे के मंच पर आए और खूब किस्से सुनाए. कर्म से लेकर बड़े-बड़े कांड तक. शिक्षा व्यवस्था पर भी खूब बतियाए. इसी बातचीत के दौरान उनसे एक सवाल पूछा गया कि कई लोग आरोप लगाते हैं कि अवध ओझा हमेशा अकबर की तारीफ करते हैं. इसे लेकर लोग उनकी आलोचना भी करते हैं और सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल भी करते हैं. अकबर की तारीफ वो क्यों करते हैं?

इस सवाल का जवाब देते हुए अवध ओझा ने कहा,

'साल 1398 में तैमूर भारत आया और उसने सब कुछ खत्म कर दिया. हिंदुस्तान में 1556 तक यानी 158 साल तक सब बीरान हो गया. इसके बाद अकबर गद्दी पर बैठता है और फिर वो एक साम्राज्य खड़ा करता है.अकबर की रेवेन्यू पॉलिसी आज भी भारत सरकार फॉलो करती है. उसका मनसबदारी सिस्टम ही तो आज का सिविल सर्विसेज है. अकबर से पहले आप देखिए कई रीजनल विद्रोह हुए. लेकिन, अकबर के बाद आपको रीजनल विद्रोह नहीं दिखेगा, इसके पीछे का कारण है मनसबदारी और राजपूत नीति. उसकी डेक्कन पॉलिसी और उसकी विदेश नीति देखिए जिसकी वजह से उसकी तारीफ करनी चाहिए.'

लादेन की तारीफ़ करने के आरोप पर क्या बोले?

आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन की तारीफ करने के आरोपों पर अवध ओझा ने कहा,

'लादेन का जहां तक मुद्दा है, तो उसके लिए मैं इसलिए कहता हूं क्योंकि जिस आतंकवाद को हम अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं बना पाए, उसे लादेन ने एक झटके में अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना दिया. जब उसने अमेरिका के ट्विन टॉवर पर हमला किया तब अमेरिका ने कहा कि ये अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद है.'

ओझा सर के मुताबिक अमेरिका पर हुए हमले से पहले जब भारत आतंकवाद का मुद्दा उठाता था, तो अमेरिका कहता था ये सेल्फ डिटरमिनेशन (आत्मसम्मान) के लिए उठाई गई आवाजें हैं.

वीडियो देखें: अवध ओझा ने श्रद्धा वालकर और मास्टर को पीटने पर क्या बताया?

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement