जब अपनों की लाशों से गुजरकर हुई औरंगजेब की ताजपोशी, दिल्ली में बरसे हीरे-जवाहरात, हरम में लगा पहला दरबार
Aurangzeb Controversy: गद्दी पर बैठने का वक़्त सूरज उगने के 3 घंटे 15 मिनट बाद का तय था. समय आता है और परदे के पीछे बैठा Aurangzeb जनता के सामने आकर गद्दी पर बैठता है. एक बार फिर दरबार शोर से गूंज उठता है. नृत्यांगनाएं नृत्य शुरु करती हैं. परदा गिरता है.
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वीडियो: तारीख: औरंगजेब ने अपने हरम में क्या किया था? कैसे हुई थी मुग़ल बादशाह की ताजपोशी?