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कुशीनगर पुलिस ने महिला का बाल पकड़कर खींचा, जमीन विवाद को सुलझाने गई थी टीम

Kushinagar Police: पुलिस ने कहा है कि स्थगन आदेश किसी दूसरी जमीन के लिए हुआ था. और निर्माण कार्य किसी दूसरी जमीन पर हो रहा था. टीम वहां शांति बहाल करने के लिए पहुंची थी.

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Kushinagar Police
कुशीनगर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. (तस्वीर: सोशल मीडिया)
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रवि सुमन
28 नवंबर 2024 (Published: 12:16 IST)
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उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस (Kushinagar Police) पर एक महिला का बाल पकड़ कर खींचने का आरोप लगा है. कुशीनगर पुलिस पर आरोप है कि महिला पुलिस के होते हुए एक पुरुष पुलिसकर्मी ने महिला का बाल पकड़कर सीढ़ियों से नीचे खींचा. घटना तमकुहीराज तहसील के तरयासुजान थाना क्षेत्र के बेदुपार मुस्तकील गांव का है. मामला जमीन विवाद से जुड़ा है. कुशीनगर पुलिस की ओर से इस संबंध में बयान जारी किया गया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सतीश निषाद नाम के व्यक्ति का अपने पड़ोसी अमर निषाद के परिवार से जमीन विवाद चल रहा है. SDM ने इस संबंध में राजस्व और पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई थी. धारा 24 के तहत राजस्व टीम को सीमांकन करने और पत्थर लगाने का आदेश दिया गया. संयुक्त टीम की कार्रवाई से दोनों पक्ष संतुष्ट नहीं थे.

पीड़ित पक्ष का कहना है कि ये मामला कोर्ट में विचाराधीन है. इसके बावजूद दूसरे पक्ष ने वहां निर्माण कार्य शुरू कर दिया था. उन्होंने अपने छत से उन्हें रोकने की कोशिश की. इसके बाद मारपीट की स्थिति बन गई. उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायत के बावजूद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.

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सतीश निषाद ने आरोप लगाया कि बाद में पुलिस उनके ऊपर दबाव बना रही थी. आरोप ये भी लगाया कि पुलिस उनके घर में घुसकर मारपीट करने लगी. और परिवार की महिलाओं समेत 7 लोगों को थाने ले गई. आरोप है कि पुलिस ने थाने में भी उनके साथ मारपीट की और मामला दर्ज कर लिया.

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इस वीडियो के आधार पर यूजर्स कुशीनगर पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं. इस वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए कुशीनगर पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है.

सर्किल ऑफिसर अमित सक्सेना ने कहा है कि स्थगन आदेश किसी दूसरी जमीन के लिए जारी हुआ था. और निर्माण कार्य किसी दूसरी जमीन पर हो रहा था. टीम वहां शांति बहाल करने के लिए पहुंची थी. इस मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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