"गैर-हिंदू का ट्रांसफर या VRS", वेंकटेश्वर मंदिर के बोर्ड का फैसला, लड्डू को लेकर क्या तय हुआ?
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम TTD की बैठक में फैसला लिया गया है कि मंदिर में काम करने वाले गैर-हिंदू धर्म के कर्मचारियों को अन्य सरकारी संस्थानों में भेजा जाए या उन्हें VRS ऑफर किया जाए.
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD). वो बोर्ड जो आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर मंदिर के मैनेजमेंट की देखरेख करता है. बोर्ड के नए अध्यक्ष बीआर नायडू के नेतृत्व में हुई पहली बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं (TTD board meeting). बोर्ड की बैठक में राजनीतिक बयानबाजी पर प्रतिबंध लगाने, लड्डू बनाने के लिए बेहतर गुणवत्ता वाले घी का उपयोग करने और गैर-हिंदुओं का ट्रांसफर करने से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए.
वेटिंग टाइम कम होगाTTD के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर जे श्यामला राव ने बताया कि बोर्ड भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए वेटिंग टाइम को कम करने के तरीके तलाशने पर विचार कर रहा है. फिलहाल ये वेटिंग टाइम 20-20 घंटे तक का होता है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी श्रीनिवास जनयाला की रिपोर्ट बताती है कि TTD एक्सपर्ट्स का एक पैनल गठित करेगा, जो AI और अन्य टेक्नोलॉजी का उपयोग करके भक्तों की भीड़ को कम करने और उन्हें सुव्यवस्थित करने के तरीके सुझाएगा.
गैर-हिंदुओं को VRS ऑफरबोर्ड ने तिरुमाला में काम करने वाले गैर-हिंदुयों को लेकर उचित निर्णय लेने की बात कही है. रिपोर्ट के मुताबिक राव ने बताया कि TTD ने राज्य सरकार को "तिरुमाला में काम करने वाले गैर-हिंदुओं के बारे में उचित निर्णय लेने" के लिए पत्र लिखने का भी फैसला किया है. अधिकारियों के अनुसार, TTD चाहता है कि मंदिर में काम करने वाले गैर-हिंदू कर्मचारियों को अन्य सरकारी संस्थानों में भेजा जाए या उन्हें VRS ऑफर की जाए. अधिकारियों ने कहा कि ये यह सुनिश्चित करने के लिए है कि मंदिर के सभी कर्मचारी TTD के धार्मिक और आध्यात्मिक मूल्यों के अनुरूप हों.
राजनीतिक बयानबाजी पर बैनमंदिर में दर्शन को आने वाले राजनेता अक्सर प्रार्थना के बाद बयान या कोई भाषण देते हैं. इसको लेकर बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाया है. बोर्ड ने तिरुमाला में ऐसे बयानों या भाषणों पर प्रतिबंध लगा दिया है. राव ने बताया,
बोर्ड के डिपॉजिट्स ट्रांसफर"अगर ज़रूरत पड़ी तो ऐसे लोगों और उनका प्रचार करने वालों के खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई की जाएगी."
कुछ सदस्यों द्वारा जताई गई चिंताओं को देखते हुए बोर्ड ने अपने सभी डिपॉजिट्स को प्राइवेट बैंक्स से राष्ट्रीय बैंकों में ट्रांसफर करने का निर्णय लिया है. इसके अलावा TTD द्वारा प्रसिद्ध लड्डू सहित प्रसाद तैयार करने के लिए बेहतर गुणवत्ता वाले घी की खरीद के लिए फिर से टेंडर जारी करने की बात कही है.
हाल में मंदिर के लड्डू को लेकर एक विवाद खड़ा हुआ था. सत्तारूढ़ टीडीपी के नेतृत्व वाली सरकार ने तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर में लड्डू 'प्रसादम' में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की ‘शुद्धता’ को लेकर संदेह जताया था. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कुछ लैब रिपोर्ट्स पब्लिक की थीं. जिनमें आरोप लगाया गया था कि भक्तों में वितरित किए जाने से पहले भगवान को चढ़ाए जाने वाले लड्डू एनिमल फैट से बने थे.
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