YesMadam ने कर्मचारियों से तनाव के बारे में पूछा, फिर उनकी फिक्र में उन्हें नौकरी से निकाला
अनुष्का दत्ता नाम की एक यूजर ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट शेयर की जिससे ये विवाद शुरू हुआ. उनके बायो में जाने से पता चलता है कि वे ‘YesMadam’ में ‘UX Copywriter’ के तौर पर काम करती हैं.
दिल्ली-एनसीआर में घर बैठे सैलून की सेवाएं देने वाले स्टार्टअप ‘YesMadam’ विवादों में है. कंपनी पर आरोप है कि उसने अपनी ही एक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर तनावग्रस्त कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. अब सोशल मीडिया पर लोग इसकी आलोचना कर रहे है. हालांकि इसे 'मार्केटिंग स्ट्रैटजी' भी बताया जा रहा है.
अनुष्का दत्ता नाम की एक यूजर ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट शेयर की जिससे ये विवाद शुरू हुआ. उनके बायो में जाने से पता चलता है कि वे ‘YesMadam’ में ‘UX Copywriter’ के तौर पर काम करती हैं. सोमवार, 9 दिसंबर के दिन अनुष्का ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में बताया,
'YesMadam में क्या हो रहा है? पहले आप एक रैंडम सर्वे करते हैं और फिर रातोरात हमें नौकरी से निकाल देते हैं क्योंकि हम तनाव में हैं? और सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि 100 अन्य लोगों को भी नौकरी से निकाल दिया गया है. #massfiring'
इस पोस्ट के साथ अनुष्का ने एक ईमेल का स्क्रीनशॉट शेयर किया. कथित तौर पर इसे ‘YesMadam’ के एचआर मैनेजर ने भेजा है. इस मेल में लिखा है,
'डियर टीम,
हाल ही में हमने काम के दौरान आपके तनाव स्तर को समझने के लिए एक सर्वे किया. कई लोगों ने अपनी चिंताओं को साझा किया, जिनकी हम सराहना करते हैं.
हम एक स्वस्थ और सहयोगी कार्य वातावरण के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसीलिए जिन कर्मचारियों ने अत्यधिक तनाव का अनुभव किया है, उनसे अलग होने का फैसला किया गया है.
यह निर्णय तुरंत प्रभाव से लागू है. प्रभावित कर्मचारियों को अलग से विवरण प्रदान किया जाएगा.
आपके योगदान के लिए धन्यवाद.
सादर,
एचआर मैनेजर, YesMadam'
सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के वायरल होते ही लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे. लोगों ने कंपनी के इस फैसले की निंदा की. एक यूजर ने लिखा
‘यह देखना वाकई निराशाजनक है कि कोई कंपनी कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य का समर्थन करने के उलट उन पर कार्रवाई कर रही है, खासकर तब जब ऐसी पहल जरूरी हो. सहायक माहौल को बढ़ावा देने के बजाय, वे व्यक्तियों को बर्खास्त करने का विकल्प चुन रही है, जो कर्मचारी वेलफेयर के प्रति उनके कमिटमेंट को खराब तरीके से दिखाता है.’
वहीं एक यूजर ने लिखा कि
'मुझे ये समझ आया कि स्ट्रेस का सर्वे करना उनके फायरिंग प्रोसेस का ही एक हिस्सा था.'
वहीं एक यूजर ने कंपनी के नाम पर ही सवाल खड़े किए,
'YesMadam नाम ही अपने आप में टॉक्सिक है. मुझे आश्चर्य है कि इस कंपनी की वैल्यू क्या होंगी.'
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इसी तरह डिजिटल मार्केटिंग कंपनी IndiGo के एसोसिएट डायरेक्टर शितिज डोगरा ने भी इसकी आलोचना की. स्क्रीनशॉट को अपने लिंक्डइन अकाउंट पर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा,
‘क्या कोई कंपनी आपको सिर्फ इसलिए निकाल सकती है क्योंकि आप तनावग्रस्त हैं? ऐसा लगता है कि यह अभी-अभी एक स्टार्टअप में हुआ है - YesMadam.
कर्मचारियों को HR से एक अजीबोगरीब स्पष्टीकरण के साथ नौकरी से निकालने का ईमेल मिला है, वो भी तनाव का हवाला देते हुए.
यह बहुत तनावपूर्ण और परेशान करने वाली खबर है.
क्या हो रहा है Yes Madam में?'
मामले को लेकर लल्लनटॉप ने अनुष्का दत्ता और कंपनी दोनों का पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन अभी तक हमें उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. उनका पक्ष सामने आने पर इस आर्टिकल को अपडेट कर दिया जाएगा.
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