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क्या दिल्ली देश की राजधानी होने के लायक है? शशि थरूर का सवाल नई बहस छेड़ गया

शशि थरूर ने कहा कि दिल्ली की एयर क्लालिटी दुनिया के दूसरे सबसे प्रदूषित शहर ढाका से लगभग पांच गुना ज्यादा खराब है. ऐसे में क्या ये शहर देश की राजधानी बनने के लायक है?

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Should Delhi even remain India's capital Shashi Tharoor on worsening pollution
थरूर ने सालों से खराब होती स्थितियों के बावजूद इस मुद्दे को सुधारने में विफल रहने के लिए केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की. (फोटो- PTI)
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प्रशांत सिंह
19 नवंबर 2024 (Published: 17:57 IST)
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दिल्ली-NCR एक बार फिर (Delhi Pollution Level) प्रदूषण से घिर गया है. सुबह से लेकर शाम तक लोग वातावरण से स्मॉग हटने और हवा साफ होने का इंतजार करते हैं. लेकिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) का कांटा नीचे नहीं आता. सवाल कई उठ रहे हैं. इस बीच एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. क्या दिल्ली भारत की राजधानी कहलाने लायक बची है? ये सवाल हम नहीं, कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने उठाया है (Shashi Tharoor on worsening pollution).

सोशल मीडिया वेबसाइट X पर एक पोस्ट में कांग्रेस सांसद थरूर ने दिल्ली की खतरनाक एयर क्वालिटी पर लोगों का ध्यान खींचा. पोस्ट में थरूर ने कहा है कि दिल्ली की एयर क्लालिटी दुनिया के दूसरे सबसे प्रदूषित शहर ढाका से लगभग पांच गुना ज्यादा खराब है. उन्होंने स्थिति को असंवेदनशील बताया और सालों से खराब होती परिस्थितियों के बावजूद इस मुद्दे को सुधारने में विफल रहने के लिए केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की.

कांग्रेस सांसद ने लिखा,

"हमारी सरकार वर्षों से इस संकट को देख रही है और इस बारे में कुछ नहीं कर रही है."

इतना ही नहीं, थरूर ने एयर क्वालिटी को लेकर अपने पिछले प्रयासों के बारे में बताया. उनका दावा है कि 2015 से एक्सपर्ट्स और स्टेकहोल्डर्स के साथ एयर क्वालिटी राउंड टेबल आयोजित की गई थी, लेकिन उसमें प्रगति की कमी के कारण उसे पिछले साल से बंद कर दिया गया. कांग्रेस नेता का कहना है कि नवंबर से जनवरी तक तीन महीने के लिए दिल्ली 'रहने लायक नहीं' है, और बाकी समय ये जगह ‘बमुश्किल रहने लायक’ है. उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए लिखा,

"क्या दिल्ली को इस देश की राजधानी बने रहना चाहिए?"

बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब शशि थरूर ने दिल्ली की एयर क्वालिटी को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है. इस महीने की शुरुआत में जब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 462 तक पहुंच गया था, तब भी उन्होंने व्यंग्यों वाले साइनबोर्ड शेयर किए थे. इनमें दिल्ली के प्रतिष्ठित स्थानों के नाम बदलकर 'Pollutyens Delhi', 'Haze Khas', 'Dhua Kuan,' और 'Chandni Choke' बताया गया था.

कटाक्ष करते हुए थरूर ने कहा था कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि सरकार ने मुख्य सड़क का नाम बदलकर ‘Martavya Path!' रख दिया है.

स्कूल ऑनलाइन किए गए

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली का AQI लेवल 494 पहुंच गया है. मुख्यमंत्री आतिशी ने आदेश जारी किया है कि क्लास 10 से 12 तक के बच्चों की पढ़ाई भी ऑनलाइन कराई जाएगी. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ते प्रदूषण के कारण सभी राज्यों को 12वीं कक्षा तक की सभी फिजिकल क्लास बंद करने का निर्देश दिया था. दिल्ली यूनिवर्सिटी ने भी 23 नवंबर तक ऑनलाइन क्लास चलाने का आदेश जारी किया है.

इसके अलावा गुरुग्राम में भी 5वीं कक्षा के बाद अब 12वीं तक के छात्रों की क्लासेस ऑनलाइन मोड में होगी. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR के 12वीं तक के स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेज चलाने के निर्देश दिए थे. फरीदाबाद और गाजियाबाद जिले में आगामी आदेश तक के लिए 12वीं कक्षा तक छुट्टी का आदेश जारी किया गया है. नोएडा में 23 नवंबर तक ऑनलाइन मोड में क्लास चलेंगी.

वीडियो: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के प्रदूषण पर तगड़ा सुना दिया

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