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कांग्रेस के ओवर कॉन्फिडेंस ने MVA का खेल बिगाड़ा? शिवेसना (UBT) के नेता बड़ा दावा कर गए

अंबादास दानवे ने कहा कि महा विकास अघाड़ी को उद्धव ठाकरे को सीएम के चेहरे के रूप में पेश करना चाहिए था.

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Shiv Sena UBT leader says Congress Overconfidence Cost Us in Maharashtra assembly election
दानवे ने कहा कि शिवसेना (UBT) अपनी ताकत को अब इस हद तक बढ़ाने की तैयारी करेगी कि वो राज्य की सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़ सके. (फोटो- PTI)
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प्रशांत सिंह
28 नवंबर 2024 (Published: 22:45 IST)
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भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीटें अपने नाम कीं. गठबंधन अब राज्य में अपनी सरकार बनाने जा रहा है. चुनाव में हार के बाद शिवसेना (UBT) बैकफुट पर है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने चुनावी नतीजों पर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के ‘अति आत्मविश्वास’ और सीट बंटवारे की बातचीत के दौरान उसके रवैये की वजह से महा विकास अघाड़ी को चुनाव में नुकसान पहुंचा है.

महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि महा विकास अघाड़ी को उद्धव ठाकरे को सीएम के चेहरे के रूप में पेश करना चाहिए था. एनडीटीवी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक दानवे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा,

"लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की तरह ही महाराष्ट्र में भी अति आत्मविश्वास में थी. ये नतीजों में भी झलका. सीट बंटवारे पर बातचीत के दौरान पार्टी के रवैये से हमें नुकसान हुआ. उद्धव जी को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश किया जाना चाहिए था. ऐसा नहीं करने से हमारी संभावनाओं को नुकसान पहुंचा. अगर ऐसा किया जाता तो नतीजे कुछ अलग होते."

कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा,

"वो नतीजों से पहले ही सूट और टाई पहनकर तैयारी कर रहे थे."

बता दें कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में राज्य में 13 सीटें जीती थीं. ये MVA सहयोगियों में सबसे ज़्यादा थीं. शानदार प्रदर्शन से उत्साहित नाना पटोले की अगुआई वाली प्रदेश कांग्रेस यूनिट ने विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे की बातचीत के दौरान काफी मोल भाव किया. चुनावी जानकारों की मानें तो इससे गठबंधन में दरार पड़ गई. अंत में पार्टी ने 103 सीटों पर चुनाव लड़ा. लेकिन सिर्फ़ 16 सीटें ही जीत पाई. 89 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली शिवसेना (UBT) ने 20 सीटें जीतीं. वहीं शरद पवार की एनसीपी ने 87 सीटों पर चुनाव लड़ा और 10 सीटें जीत पाई.

अब इस पर दानवे ने कहा कि शिवसेना (UBT) के कुछ उम्मीदवारों ने ‘संगठनात्मक पहलू’ की ओर इशारा किया है, लेकिन उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया. हालांकि इसे कांग्रेस से जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि शिवसेना (UBT) अपनी ताकत को अब इस हद तक बढ़ाने की तैयारी करेगी कि वो राज्य की सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़ सके.

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