'कांग्रेस के माथे से नहीं धुलेगा इमरजेंसी का पाप...' लोकसभा में पीएम मोदी की कही 10 बड़ी बातें
Narendra Modi Speech in parliament: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में जमकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संविधान के साथ खिलवाड़ करना, संविधान की स्पिरिट को तहस-नहस करना ये कांग्रेस की रगों में रहा है. हम भी सौदेबाजी कर सकते थे, लेकिन हमने संविधान का रास्ता चुना. और क्या बोले प्रधानमंत्री?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर लोकसभा (Lok Sabha) को संबोधित किया. शनिवार, 14 दिसंबर को उन्होंने कहा कि भारत का गणतांत्रिक इतिहास विश्व के लिए प्रेरक रहा है और इसलिए भारत को लोकतंत्र की जननी के रूप में जाना जाता है. PM Modi ने आगे कहा कि देश, संविधान लागू होने के 75 वर्ष का उत्सव मना रहा है. संयोग से एक महिला राष्ट्रपति पद पर आसीन हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है. आइए जानते हैं पीएम के संबोधन की 10 बड़ी बातें-
# पीएम मोदी ने कहा कि 75 साल की उपलब्धि आसान नहीं है. भारत आज मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में जाना जाता है. भारत को पता नहीं था कि लोकतंत्र क्या होता है. एक समय था जब भारत में कई गणतंत्र हुआ करते थे. हमारे यहां शुरू से ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया गया है. वहीं संसद में लगातार महिलाओं की संख्या बढ़ रही है.
# भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. 140 करोड़ देशवासियों का संकल्प है कि जब आजादी की शताब्दी मनाएं, तब भारत एक विकसित राष्ट्र हो.
# पीएम मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 देश की एकता में रुकावट बना हुआ था. देश की एकता हमारी प्राथमिकता थी, इसलिए इसे रद्द किया गया.
# हमने वन नेशन वन राशन कार्ड और वन नेशन वन आयुष्मान कार्ड की शुरुआत की. इन योजनाओं से गरीबों को मुफ्त इलाज और आवश्यक सुविधाएं मिल रही हैं. इससे वे गरीबी से लड़ने में सक्षम हो रहे हैं.
# जब देश संविधान के 25 वर्ष पूरे कर रहा था, तब हमारे देश में संविधान को नोंच दिया गया. देश में आपातकाल लगाया गया. प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया गया. कांग्रेस के माथे से यह पाप कभी नहीं धुलेगा. इमरजेंसी के दौरान देश को जेलखाना बना दिया गया था.
# कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. करीब छह दशकों में 75 बार संविधान बदला गया. 1951 में जवाहरलाल नेहरू ने पिछले दरवाजे से संविधान बदलने का काम किया. इंदिरा गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया. आपातकाल लगाकर लोगों के अधिकार छीन लिए गए.
# उन्होंने कहा कि संविधान के साथ खिलवाड़ करना, संविधान की स्पिरिट को तहस-नहस करना ये कांग्रेस की रगों में रहा है. हम भी सौदेबाजी कर सकते थे लेकिन हमने संविधान का रास्ता चुना. अटल जी ने सौदा नहीं किया. खरीद-फरोकत नहीं की थी. बाजार तब भी लगता था, खरीद-फरोकत तब भी होती थी, लेकिन उन्होंने (अटल बिहारी वाजपेयी ने) 13 दिन बाद इस्तीफ़ा दे दिया था, क्योंकि वे संविधान और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के प्रति समर्पित थे.
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# बाबा साहेब आंबेडकर को भारत रत्न देने का काम तब संभव हुआ, जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई. नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक ने आरक्षण का विरोध किया. OBC समाज को सम्मान देने के लिए हमने संविधान संशोधन किया. और OBC कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया.
# 2014 के बाद से संविधान को मजबूती मिली. पुरानी बीमारियों को खत्म किया गया. हमने अनुच्छेद 370 हटाया. CAA लाया. अल्पसंख्यकों को अधिकार दिए. आज देश में हर घर तक गैस सिलेंडर पहुंचा दिया गया है.
# अब योजनाओं का पैसा सीधे गरीबों के खाते में जा रहा है. जिसे कोई नहीं पूछता, उसे मोदी पूछता है. जो योग्य हैं, उन्हें मौका मिलना चाहिए. इसके लिए सभी पार्टियों को साथ मिलकर काम करना चाहिए.
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