The Lallantop
X
Advertisement

'मणिपुर के हालात सुधारने में फेल रहे CM बीरेन सिंह...' ये कहते हुए NPP ने BJP को झटका दे दिया

Manipur news: NPP ने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लेटर लिखकर कहा कि CM N Biren Singh के नेतृत्व वाली सरकार, राज्य की मौजूदा स्थिति से निपटने में नाकाम रही है. इस कारण पार्टी अपना समर्थन तत्काल वापस ले रही है.

Advertisement
Manipur Violence Conrad Sangma NPP  has announced withdrawal of support from BJP
मणिपुर में कोनराड संगमा ने एन बीरेन सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान किया है. (तस्वीर-इंडिया टुडे)
pic
सचेंद्र प्रताप सिंह
17 नवंबर 2024 (Updated: 17 नवंबर 2024, 22:24 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

मणिपुर में जारी हिंसा के बीच कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) से समर्थन वापस ले लिया है. इसके लिए NPP ने BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक लेटर लिखा है. जिसमें कहा गया है कि सीएम एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार मणिपुर की मौजूदा स्थिति से निपटने में नाकाम रही है. इस वजह से NPP अपना समर्थन तत्काल वापस ले रही है.

NPP ने BJP को भेजे लेटर में लिखा,

'आदरणीय श्री नड्डा जी. नेशनल पीपुल्स पार्टी मणिपुर की मौजूदा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करना चाहती है. पिछले कुछ दिनों में हमने कई जगहों पर स्थिति को और भी बिगड़ते देखा है. जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई. राज्य में लोग भारी पीड़ा से गुजर रहे हैं. हमने दृढ़ता से महसूस किया कि सीएम बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार राज्य में पैदा हुए संकट का समाधान करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है. मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए नेशनल पीपुल्स पार्टी बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से तत्काल प्रभाव से अपना समर्थन वापस ले रही है.”

लेटर
NPP ने BJP को लिखा पत्र
NPP से गठबंधन टूटने से BJP को नुकसान?

मणिपुर में NPP से गठबंधन टूटने से एन बीरेन सिंह की सरकार को कुछ खास नुकसान नहीं होगा. मणिपुर में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं. वहीं साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो BJP ने अकेले ही बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए 32 सीटें जीती थीं. यानी BJP के पास बहुमत के आंकड़े से 1 सीट अधिक है. इसके अलावा कांग्रेस के खाते में 5 सीटें आईं थी. वहीं JDU ने 6, नागा पीपुल्स फ्रंट ने 5 और NPP ने 7 सीटें जीती थीं. कुकी पीपुल्स एलायंस ने 2 और 3 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे. 

मणिपुर में फिर हिंसा क्यों?

11 नवंबर को मणिपुर के जिरिबाम जिले के बोकबेरा इलाके में संदिग्ध कुकी विद्रोहियों ने मैतेई समुदाय से आने वाली तीन महिलाओं और तीन बच्चों का अपहरण किया था. इस दौरान ही विद्रोहियों के एक समूह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कैंप पर भी हमला किया था. शुक्रवार, 15 नवंबर को अपहरण की गईं तीन महिलाओं और तीन बच्चों में से एक महिला और दो बच्चों की लाशें जिरी नदी में तैरती मिलीं. इस घटना ने मणिपुर की स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया. जमकर प्रदर्शन हुए और प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर वाहनों में आग लगा दी और कई विधायकों, मंत्रियों के आवासों पर हमला कर दिया.

अमित शाह की मणिपुर हिंसा पर बैठक

आजतक से जुड़े सूत्रों के मुताबिक मणिपुर में भड़की इस हालिया हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने एक बैठक की है. ये बैठक रविवार, 17 नवंबर को कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई है. इस बैठक में मणिपुर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई.

ये भी पढ़ें: विधायकों-मंत्रियों के घरों पर हमले, इंटरनेट बैन, AFSPA हटाने की मांग

इससे पहले अमित शाह रविवार को महाराष्ट्र में अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द करके दिल्ली लौट आए थे. जिसके बाद ही ये बैठक की गई. खबर ये भी है कि मणिपुर के मुद्दे पर एक बैठक सोमवार को भी होगी. 

वीडियो: "मणिपुर की पुलिस मैतेई पुलिस..." इस बयान पर विवाद, राज्य की पुलिस ने जवाब दिया

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement