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35 साल के शख्स को पागल कुत्ते ने काटा, अस्पताल में रेबीज से इतना तड़पा कि खुद का गला काट लिया

मृतक राम चंद्र को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. वहां उन्होंने एक शीशा तोड़ा और कांच के टुकड़ों से अपना गला काट लिया.

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Man bitten by rabid dog slits own throat, dies in Tamil Nadu hospital
शख्स की हालत बिगड़ी तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और आइसोलेशन वार्ड में रखा गया. लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. (फोटो- AI)
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प्रशांत सिंह
13 मार्च 2025 (Updated: 13 मार्च 2025, 04:41 PM IST)
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तमिलनाडु के कोयंबटूर में 11 मार्च को एक सरकारी अस्पताल में रेबीज से संक्रमित व्यक्ति ने कथित तौर पर अपना गला काट लिया. उसे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका. घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया है.

मृतक का नाम राम चंद्र है. 35 राम चंद्र ओडिशा के रहने वाले थे. उन्हें कुछ दिन पहले एक पागल कुत्ते ने काट लिया था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक जैसे-जैसे बीमारी फैलती गई, राम ने गंभीर आक्रामकता और एग्रेशन दिखाना शुरू कर दिया, जो कि अंतिम चरण के रेबीज के लक्षण हैं. उन्हें अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. मंगलवार को उन्होंने वार्ड का एक शीशा तोड़ा और उसके टुकड़ों से अपना गला काट लिया.

रेबीज का संक्रमण फैलने के जोखिम को समझते हुए अस्पताल के कर्मचारियों ने तुरंत हस्तक्षेप करने से परहेज किया और पुलिस को मामले की सूचना दी. हालांकि, जब तक अधिकारी अस्पताल पहुंचे, तब तक राम के शरीर से बहुत ज्यादा खून बह चुका था. बाद में उनकी मौत हो गई.

पुलिस ने घटना से जुड़ा मामला दर्ज कर लिया है. इस बीच, सोशल मीडिया पर राम के अंतिम क्षणों की फुटेज वायरल हो गई. इसमें लोग रेबीज के खतरों और जानवरों के काटने के बाद समय पर वैक्सीन लगवाने से जुड़ी चर्चा करते दिखे.

सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, रेबीज एक वायरल, जूनोटिक बीमारी है जो कि सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है. इसे वैक्सीन के माध्यम से रोका जा सकता है. मनुष्यों में रेबीज के लगभग 99 प्रतिशत मामलों में कुत्ते वायरस फैलाने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं. जिनमें 5 से 14 वर्ष की आयु के बच्चे सबसे आम शिकार होते हैं. अंटार्कटिका को छोड़कर हर महाद्वीप पर रेबीज वायरस पाया जाता है.

ये बीमारी लार के जरिए फैलती है. इसके अलावा आमतौर पर काटने, खरोंचने या म्यूकस मेंब्रेन के सीधे कॉन्टैक्ट, जैसे कि आंख, मुंह या खुले घावों के सीधे संपर्क से भी फैलती है.

वीडियो: सेहत: कुत्ते के काटने से रेबीज़ हो जाए तो पानी से डर क्यों लगने लगता है?

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