हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर ने बिहार, राजस्थान के प्रवासियों पर क्या कहा जो बवाल कट गया?
कमिश्नर सीवी आनंद ने कहा कि वो हमारे फुटपाथों पर बैठकर अपनी आजीविका चलाते हैं और यातायात की समस्याएं पैदा करते हैं.
हैदराबाद में बिहार और राजस्थान से आने वाले वेंडरों को लेकर की गई टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया. दरअसल हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद ने फुटपाथ पर दुकानें लगाने वाले बिहार और राजस्थान के विक्रेताओं को लेकर एक टिप्पणी की थी. इंडिया टुडे से जुड़ीं दीप्ति राव की रिपोर्ट के अनुसार शहर की यातायात समस्याओं पर एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान आनंद ने कहा,
"कुछ लोग बिहार से आते हैं, और कुछ राजस्थान से. उनकी हिम्मत कैसे हुई कि वे हमारे फुटपाथों पर बैठकर अपनी आजीविका चलाएं और यातायात की समस्याएं पैदा करें."
पुलिस कमिश्नर की टिप्पणी के बाद उनकी खूब आलोचना हुई. कहा गया कि उन्होंने जानबूझकर प्रवासियों को निशाने पर लेकर ऐसा बयान दिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस कमिश्नर का ये बयान ROPE (Removal of Obstructive Parking and Encroachments) नाम की एक विशेष यातायात पहल के शुभारंभ के दौरान आया. हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस के नेतृत्व में चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य टॉलीचौकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में यातायात की भीड़ को कम करने के लिए फुटपाथों और कैरिजवे से अवैध अतिक्रमण हटाना है.
अभियान के तहत अनधिकृत ढांचों को ध्वस्त किया गया और अवैध रूप से पार्क किए गए वाहनों को टो किया गया. सीवी आनंद ने बताया कि कई अतिक्रमणकारी स्थानीय नहीं हैं, लेकिन वो सार्वजनिक स्थानों पर कब्जा करने के लिए स्थानीय माफियाओं को मोटी रकम देते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि कुछ दुकानदार मुनाफे के लिए अपनी दुकानों के सामने फुटपाथ भी किराए पर दे देते हैं.
पुलिस कमिश्नर ने कहा,
"सार्वजनिक स्थानों को व्यवस्थित करने के लिए हमें नागरिकों और राजनेताओं सहित सभी हितधारकों के सहयोग की आवश्यकता है."
अभियान में उन वाहनों को भी टारगेट किया गया जिनमें सायरन का उपयोग किया जा रहा था. इसके तहत पुलिस ने पिछले महीने 1,000 से अधिक अवैध सायरन और 500 मल्टी-टोन हॉर्न जब्त किए हैं. जब्त किए गए इन उपकरणों को टोलीचौकी रोड पर रोड रोलर से कुचल दिया गया.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का भी इसको लेकर बयान सामने आया. उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो उनके काफिले के लिए ग्रीन चैनल का उपयोग न करें, और सायरन का उपयोग केवल पुलिस गश्ती वाहनों तक ही सीमित रखा जाए.
वीडियो: नागार्जुन के कन्वेंशन सेंटर पर क्यों चला बुलडोजर?