अंतिम संस्कार हो चुका था, शोकसभा के दिन घर की चौखट पर आकर खड़ा हो गया 'मरा हुआ' शख्स!
गुजरात के मेहसाणा जिले में एक परिवार ने अपने बेटे को मरा समझकर उसका अंतिम संस्कार तक कर डाला, लेकिन फिर वो शोकसभा के दौरान घर वापस आ गया.
गुजरात का मेहसाणा ज़िला. इस जगह से एक हैरान करने वाली ख़बर सामने आई है. यहां शनिवार, 16 नवंबर को एक परिवार ने अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया. और बाद में जब बेटे की शोकसभा चल रही थी. तभी उनका मृतक बेटा, घर की चौखट पर आकर खड़ा हो गया. घटना मेहसाणा जिले के बीजापुर इलाके में स्थित प्रभुनगर सोसायटी की है.
आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 27 अक्टूबर को 43 साल के बृजेश सुथार अचानक घर से गायब हो गए. परिवार ने बृजेश की खोज की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. आख़िर में उन्होंने नरोदा थाने में लापता होने की शिकायत दर्ज कराई. कुछ दिनों बाद नरोदा पुलिस को एक शव मिला. पुलिस ने बताया कि ये शव उन्हें लावारिस हालत में पुल के नीचे मिला था. बृजेश के परिवार को बुलाकर शव की शिनाख़्त करने के लिए कहा गया. परिवार कुछ लोग थाने पहुंचे. शव को देखकर उन्होंने उसे बृजेश समझ लिया. फिर, पुलिस ने शव परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया. परिवार के लोगों ने भारी मन के साथ घर के बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद बृजेश के लिए बीजापुर में शोकसभा का आयोजन किया गया.
शोकसभा चल रही थी कि बृजेश अपनी ही शोकसभा में जीवित पहुंच गए. और शोकसभा में पहुंचकर जब उन्होंने अपनी ही तस्वीर पर फूल-माला चढ़ी देखी तो सन्न रह गए. हालांकि, उन्हें जिंदा देख परिवार में ख़ुशियों की लहर दौड़ गई.
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ये भी पता चला है कि बृजेश शेयर मार्केट का काम करते थे. और हाल के दिनों में उन्हें काफ़ी आर्थिक नुकसान हुआ था. इस वजह से वो बेहद तनाव में थे. और यही तनाव उनके घर से गायब होने की वजह था. अब सवाल ये उठता है कि अगर बृजेश जीवित हैं. तो फिर, वो कौन शख़्स है जिसे बृजेश समझकर अंतिम संस्कार कर दिया गया? बृजेश के जीवित लौटने पर परिवार ने इसकी सूचना पुलिस को दी है. और अब पुलिस मामले की फिर से जांच कर रही है.
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