इस अरबपति पर रेप, यौन शोषण के सैकड़ों आरोप, मौत के एक साल बाद 90 पीड़ितों का पता चला
बुधवार को लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने नए सिरे से मोहम्मद अल फ़याद पर लगे आरोपों की जांच शुरू की है. उसने 90 'पीड़ितों' की पहचान कर ली है.
सितंबर 2024 में बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री आई थी. नाम- अल फ़याद: प्रेडेटर एट हैरोड्स. ये डॉक्यूमेंट्री बनी थी मिस्र के अरबपति कारोबारी मोहम्मद अल फ़याद पर लगे यौन-शोषण और रेप के सैकड़ों आरोपों पर. मोहम्मद अल फ़याद एक ब्रिटिश लग्जरी डिपार्टमेंट स्टोर ब्रांड हैरोड्स के मालिक थे. पिछले ही साल अगस्त में उनकी मौत हो गई. बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री रिलीज़ के बाद अब तक 400 से अधिक महिलाएं और गवाह सामने आए हैं, जिन्होंने अल फ़याद पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं.
NDTV ने AFP के हवाले से बताया कि बुधवार को लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने नए सिरे से मोहम्मद अल फ़याद पर लगे आरोपों की जांच शुरू की है. उसने 90 'पीड़ितों' की पहचान कर ली है. मामले पर लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा, "कई पीड़ित, जिनमें से कुछ ने कई अपराधों की रिपोर्ट की है, एक नई सार्वजनिक अपील के बाद आगे आए हैं. एक विशेष यूनिट सभी रिपोर्टों की समीक्षा कर उचित जांच करेगी.”
इससे पहले लंदन पुलिस ने कहा था कि उसने 60 संभावित पीड़ितों की पहचान की है. जांचकर्ताओं ने अब अल-फयाद से जुड़े कई लोगों की जांच शुरू कर दी है. वे यह पता लगा रहे हैं कि क्या उन व्यक्तियों ने किसी भी अपराध में सहायता या सुविधा प्रदान करने में कोई भूमिका निभाई है.
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जांचकर्ताओं ने ये भी कहा कि वे अल फयाद से जुड़ी पिछली जांचों की समीक्षा भी कर रहे हैं. इस संबंध में पहले ही 50,000 से अधिक डॉक्यूमेंट्स की जांच कर ली गई है. AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इनमें पीड़ितों के बयान शामिल हैं. लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस के स्पेशल क्राइम शाखा के कमांडर स्टीफन क्लेमेन ने कहा, "भले ही मोहम्मद अल फ़याद अब इन आरोपों का सामना करने के लिए जीवित नहीं हैं. लेकिन, इस जांच का उद्देश्य पीड़ितों के ख़िलाफ़ हुए जुर्म को सामने लाना है. उन पर हुए जुर्म को उजागर करना है." उन्होंने आगे कहा, "हम अब उन व्यक्तियों के विषय में जांच कर रहे हैं जिन पर मोहम्मद अल फ़याद के अपराधों में सहायक होने का संदेह है."
क्लेमेन ने स्वीकार किया कि “पिछले घटनाक्रम ने जनता के भरोसे और आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाई है.” लेकिन, पुलिस इन आरोपों पर ईमानदारी से कार्रवाई कर रही है और लोगों के विश्वास को फिर से कायम करेगी.
बीते सप्ताह मोहम्मद अल फ़याद के भाई सालेह फ़याद के खिलाफ भी इसी तरह के आरोप लगे थे. सालेह की 2010 में मौत हो गई थी. इसी महीने न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें अल फयाद के एक और भाई अली अल फयाद का नाम लिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक हैरोड्स में रहते हुए अली अल फयाद को महिलाओं की तस्करी की जानकारी थी.
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