"ऐसी मुलाकातों में सौदे तय नहीं होते", CJI चंद्रचूड़ ने PM मोदी के साथ मुलाकात पर सब साफ कर दिया
CJI DY Chandrachud ने लोगों से जजों पर भरोसा रखने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि इस तरह से (बातचीत के दौरान) सौदे तय नहीं होते. सीजेआई चंद्रचूूड़ का इशारा उनके घर गणपति पूजा पर PM Narendra Modi के पहुंचने पर उठे विवाद को लेकर था.
CJI डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने लोगों से जजों पर भरोसा रखने का आग्रह किया है. इंडियन एक्सप्रेस के एक कार्यक्रम में उनके और PM नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बारे में सवाल पूछा गया था. 11 सितंबर को CJI और PM मोदी की तस्वीरें सामने आई थी. PM मोदी एक पूजा कार्यक्रम के दौरान CJI चंद्रचूड़ के घर पहुंचे थे.
चीफ जस्टिस ने कहा कि प्रधानमंत्री उनके घर एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे, ये कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं था. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है. क्योंकि न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच इस तरह की बैठकें होती हैं, सामाजिक स्तर पर भी. उन्होंने आगे कहा,
“कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच संवाद अदालत की एक नियमित अनिवार्यता है. सामाजिक परिवेश में भले ही इसको लेकर कुछ आदान-प्रदान की बात हो. लेकिन सच्चाई ये है कि इस तरह से (बातचीत के दौरान) सौदे तय नहीं होते. इसलिए प्लीज हम पर भरोसा करें. हम सौदा करने के लिए नहीं हैं.”
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विपक्ष के नेता को शामिल नहीं करूंगा- CJIइस संबंध में उनसे एक और सवाल पूछा गया. उनसे पूछा गया कि अगर वो इस कार्यक्रम में PM के साथ दूसरे जजों और विपक्ष के नेताओं को भी शामिल करते, तो क्या इस बहस से बचा जा सकता था? मजाकिया अंदाज में CJI ने इसका जवाब दिया,
"जमानत अपवाद नहीं बल्कि नियम है"“फिर ये एक चयन समिति बन जाती. मैं विपक्ष के नेता को इसमें शामिल नहीं करूंगा. क्योंकि ये सेंट्रल विजिलेंस कमिश्नर या CBI के डायरेक्टर की नियक्ति के लिए बना चयन समिति नहीं है.”
कई मामलों में जमानत नहीं दिए जाने पर भी CJI से सवाल पूछा गया. जवाब में उन्होंने कहा,
“CJI के तौर पर मेरे लिए ये गंभीर समस्या का विषय है कि निचली अदालतों को ये मैसेज नहीं पहुंचा है कि जमानत अपवाद नहीं बल्कि नियम है. इसलिए वो जमानत देने में अनिच्छा दिखाते हैं. अपनी बात करूं तो मैंने हमेशा कहा है कि मैंने A से लेकर Z तक, अर्नब से लेकर जुबैर तक को जमानत दी है. यही मेरी फिलॉसफी है.”
CJI के एक पुराने बयान के बारे में भी पूछा गया. इसमें उन्होंने कहा था कि अदालत पर विपक्ष की भूमिका निभाने का दबाव है. जवाब में उन्होंने कहा,
“कुछ इंटरेस्ट ग्रुप और दबाव समूह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सहारा ले रहे हैं. और कुछ परिणाम तक पहुंचने के लिए अदालत पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं. अगर इनके पक्ष में फैसला सुनाया जाता है तो ये कहते हैं कि ये ठीक है. और हम स्वतंत्र हैं. लेकिन अगर इनके पक्ष में फैसला नहीं सुनाया जाता तो ये कहते हैं कि ये ठीक नहीं है. और हम स्वतंत्र नहीं है. इसी बात पर मुझे आपत्ति है.”
CJI डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को अपने पद से रिटायर हो रहे हैं. उनके बाद जस्टिस संजीव खन्ना इस पद को संभालेंगे.
वीडियो: पीएम मोदी से अपनी मुलाकात पर क्या बोले CJI चंद्रचूड़?