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राहुल गांधी ने उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को बच्चा कहा?

उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को बच्चा कहने का दावा वायरल है.

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राहुल गांधी और आरोपियों की तस्वीर.
2 जुलाई 2022 (Updated: 2 जुलाई 2022, 17:53 IST)
Updated: 2 जुलाई 2022 17:53 IST
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दावा

इंटरनेट पर राहुल गांधी को लेकर एक दावा काफी वायरल हो रहा है. दावे के साथ एक वीडियो है, जिसमें राहुल गांधी मीडिया से बात कर रहे है. इस दौरान उनसे उदयपुर की घटना के बारे में सवाल पूछे गए. इसके बाद राहुल कहते हैं, 

‘देश में नफरत का माहौल है. और इस माहौल को बनाना एक तरह से राष्ट्रद्रोह है. जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया, वो भी बच्चे ही हैं. जो उन्होंने किया वो सही नहीं है. उनका बर्ताव गैर जिम्मेदाराना है लेकिन उनके लिए मेरे मन में कोई गलत भावना नहीं है. हमें उन्हें यहीं छोड़ देना चाहिए. वो बच्चे हैं उन्हें नहीं पता था कि इस घटना के क्या परिणाम हो सकते थे. इसलिए हमें उन्हें माफ कर देना चाहिए.’

दावा है कि राहुल गांधी ने उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को बच्चा कहा और उन्हें छोड़ देने की बात कही.

न्यूज़ चैनल Zee News ने अपने प्राइट टाइम शो DNA में 1 जुलाई 2022 की रात को राहुल गांधी के इस बयान को दिखाया और ऐसा दावा किया था.

हालांकि बाद में zee news ने राहुल गांधी वाले हिस्से को अलग-अलग डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से हटा दिया.

इसके अलावा कुछ बीजेपी नेताओं जैसे- राज्यवर्धन सिंह राठौर और सांसद सुब्रत पाठक ने भी वायरल वीडियो को ट्वीट कर राहुल गांधी पर उदयपुर हत्याकांड में शामिल लोगों को बच्चा कहने के आरोप लगाए. बाद में दोनों नेताओं ने ट्वीट डिलीट कर दिए.

राज्यवर्धन राठौर के डिलीट किए हुए ट्वीट का स्क्रीनश़ॉट.
बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक के डिलीटेड ट्वीट का स्क्रीनशॉट.

पड़ताल

'दी लल्लनटॉप' ने राहुल गांधी को लेकर किए जा रहे दावे की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में राहुल गांधी को लेकर किया दा रहा दावा गलत निकला.

राहुल का वीडियो जब वायरल हुआ तो अलग-अलग सोशल मीडिया यूज़र्स ने इसे एडिटेड बताया. इसके बाद हमने राहुल गांधी के बयान में दिख रहीं माइक आईडी को देखा. राहुल के सामने ANI, India Today और asianet News की माइक आईडी को आसानी से देखा जा सकता है. पड़ताल के बीच हमें ANI का 1 जुलाई 2022 का ट्वीट मिला. शाम 4 बजकर 8 मिनट पर किए इस ट्वीट का कैप्शन अंग्रेजी में है, जिसका हिन्दी अनुवाद कुछ इस तरह है-

'केरल. यह वायनाड के लोगों का कार्यालय है. जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. हिंसा से कभी समस्या का समाधान नहीं होता, ऐसा करने वाले लोगों ने गैर-जिम्मेदाराना तरीके से काम किया. मेरी उनसे कोई दुश्मनी नहीं है: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना पर.'


यहां से क्लू लेकर जब हमने घटना के बारे में सर्च किया तो asianetnews के यूट्यूब चैनल पर राहुल गांधी के बयान से जुड़ा वीडियो मिला. 1 जुलाई 2022 को अपलोड हुए इस वीडियो में पत्रकार राहुल गांधी से सवाल-जवाब करते हुए देखे जा सकते हैं. 


सवाल - सर, आप आज अपने ऑफिस गए थे. आपके ऑफिस में तोड़फोड़ की गई इस पर क्या कहना चाहते हैं?
जवाब - ये मेरे ऑफिस से पहले वायनाड के लोगों का ऑफिस है. जो भी हुआ दुर्भाग्यपूर्ण है, अहिंसा समस्या का समाधान नहीं करेगी. जिन भी बच्चों ने ये किया है, वो भी बच्चे हैं. ये सही तरीका नहीं है लेकिन मेरी उनसे कोई दुश्मनी नहीं है.

अगला सवाल - सर, आज सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा को फटकार लगाई है. कोर्ट ने कहा है कि जो भी उदयपुर में हुआ, उसके लिए आप जिम्मेदार हैं. कांग्रेस इस पर क्या सोचती है?
जवाब - सुप्रीम कोर्ट ने सच कहा है लेकिन देश का ऐसा माहौल वर्तमान सरकार ने तैयार किया है. यहां बात उस व्यक्ति की नहीं है जिसने ऐसा कमेंट किया है. यहां बात प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, बीजेपी और आरएसएस की है, जिन्होंने देश में ऐसा माहौल बनाया है. ये नफरत का माहौल, घृणा का माहौल और सच पूछिए तो इस तरह का माहौल एक एंटी नेशनल एक्ट है.

अब सारा खेल यहीं पर हुआ है. राहुल गांधी का जो बयान वायरल हुआ, उसमें इन्हीं दो जवाबों को एडिट कर एक ऐसा बयान तैयार किया गया. जिससे लगे कि राहुल गांधी उदयपुर हत्याकांड में शामिल लोगों को बच्चा बता रहे हैं.

हालांकि सुबह के शो में ज़ी न्यूज़ ने माफी मांगते हुए इसे मानवीय भूल माना. इस माफीनामें को ज़ी मीडिया से जुड़े एंकर रोहित रंजन ने ट्वीट किया. ये वही रोहित रंजन हैं जिन्होंने राहुल गांधी के बारे में अपने शो DNA में फेक न्यूज़ फैलाई थी.

 

नतीजा

कुल मिलाकर बात ये है कि राहुल गांधी ने बच्चा शब्द का इस्तेमाल उनके वायनाड ऑफिस में तोड़-फोड़ करने वालों के लिए किया था न कि उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों के लिए.

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