पड़ताल: क्या राजस्थान में पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को नहीं मिल रही कोविड वैक्सीन?
वायरल मेसेज वॉट्सऐप पर तेजी से फॉरवर्ड किया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर कोरोना वैक्सीन को रोहिंग्याओं और हिंदू शरणार्थियों से जोड़ता एक मेसेज वायरल हो रहा है. वायरल मेसेज में लिखा है-
"रोहिंग्याओं और बांग्लादेशी घुसपैठियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है. उनके लिए हैदराबाद में फुटबॉल क्लब खोले जा रहे हैं. वहां की सरकार उनके रहने के लिए घर तक बना कर दे रही है. वहीं दूसरी तरफ़ राजस्थान में आधार कार्ड के बिना पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी कोरोना टीका लेने से वंचित, अब तक कोरोना से 15 की मौत हो चुकी है."
वायरल मेसेज वॉट्सऐप पर तेजी से फॉरवर्ड किया जा रहा है.
वॉट्सऐप पर फॉरवर्ड किया जा रहा वायरल मेसेज.
फेसबुक यूज़र Vinamr Sharma
ने वायरल मेसेज I support Narendra Modi, Yogi Ji & RSS नाम के ग्रुप में पोस्ट किया है.
फेसबुक यूजर विनम्र शर्मा का पोस्ट.
(आर्काइव
)
'दी लल्लनटॉप' ने वायरल मेसेज की पड़ताल की. पड़ताल में वायरल मेसेज में किया जा रहा दावा भ्रामक निकला. राजस्थान में पाक हिंदू शरणार्थियों को भी वैक्सीन दी जा रही है. राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश के बाद बिना डॉक्युमेंट्स वाले सभी 'गैर-नागरिकों' को केंद्र सरकार के नियमानुसार वैक्सीन मिल रही है.
कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें 'इंडियन एक्सप्रेस
' अख़बार की 4 जून 2021 की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक़,
राजस्थान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा कि पाक विस्थापित हिंदू शरणार्थियों को वैक्सीन क्यों नहीं दी जा रही? जबकि कोर्ट ने अपने 28 मई को जारी आदेश में विस्थापित हिंदुओं को केंद्र सरकार द्वारा 6 मई को जारी गाइडलाइंस के आधार पर वैक्सीन देने की बात कही थी. केंद्र सरकार ने 6 मई को बिना डॉक्यूमेंट्स वाले लोगों को वैक्सीन देने के लिए गाइडलाइंस जारी की थी.
नीचे अटैच वैक्सीन SoP के पॉइंट नंबर 5 में वैध दस्तावेज ना रखने वालों को वैक्सीन लगाने के बारे में बताया गया है.
(आर्काइव
)
हमें 'आउटलुक
' मैगजीन की 5 जून 2021की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बताया गया कि जयपुर में रह रहे करीब 250 रोहिंग्याओं को भी जरूरी डॉक्यूमेंट्स नहीं होने के कारण वैक्सीन नहीं मिली है.
आउटलुक मैगजीन की 5 जून 2021 की रिपोर्ट.
(आर्काइव
)
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन से बात की. उन्होंने 'दी लल्लनटॉप' को बताया-
"केंद्र सरकार ने 6 मई 2021 को बिना डॉक्यूमेंट्स वाले लोगों को वैक्सीन देने के लिए जो गाइडलाइंस जारी की थीं, उसमें स्पष्ट तौर पर बिना डॉक्यूमेंट्स वाले 'गैर-नागरिकों' के लिए कोई निर्देश नहीं था. इसलिए हमने किसी भी ऐसे व्यक्ति को वैक्सीन नहीं दी जो भारत का नागरिक नहीं है. 28 मई को हाईकोर्ट के ऑर्डर के बाद भी हमने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर गाइडलाइंस में पाकिस्तानी शरणार्थियों को जोड़ने की बात कही थी. हालांकि कोर्ट के ऑर्डर के बाद केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक़, हमने बिना डॉक्यूमेंट्स वाले 'गैर-नागरिकों' को भी वैक्सीन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है."
सिद्धार्थ महाजन ने हमें ये भी बताया कि 7 जून 2021 तक जोधपुर में 666 पाक विस्थापित लोगों को कोविड वैक्सीन दी जा चुकी है. जैसलमेर में 22 ऐसे लोगों को वैक्सीन मिल चुकी है और ये काम लगातार जारी है. उन्होंने कहा कि हम साधु-संतों, जैन मुनियों, शेल्टर होम्स में रहने वाले लोगों और कैदियों को भी वैक्सीन दे रहे हैं. इनमें से ज्यादातर के पास कोई पहचान पत्र नहीं है.
क्या हैदराबाद में रोहिंग्याओं के लिए फुटबॉल क्लब खुला है?
'तेलंगाना टुडे
' की 20 जून 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक़, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHCR) ने हैदराबाद में एक फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया था. इसे टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली 16 टीमों में से 3 रोहिंग्याओं की थी. दिल्ली, हैदराबाद और कई जगहों पर रहने वाले रोहिंग्याओं ने अपने फुटबॉल क्लब्स बनाए हुए हैं. (आर्काइव
)
हमारी पड़ताल में राजस्थान में पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को कोविड वैक्सीन नहीं देने और रोहिंग्याओं या भारत में मौजूद बांग्लादेशी लोगों को वैक्सीन देने का दावा भ्रामक निकला. राजस्थान सरकार के मुताबिक़, केंद्र सरकार की तरफ़ से जारी गाइडलाइंस में बिना डॉक्यूमेंट्स के 'गैर-नागरिकों' को वैक्सीन देने की प्रक्रिया साफ़ नहीं होने के कारण हमने किसी भी 'गैर-नागरिक' को वैक्सीन नहीं दी थी. राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश के बाद बिना डॉक्युमेंट्स वाले 'गैर नागरिकों' को भी वैक्सीन दी जा रही है.
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