'अयोध्या के भव्य मेट्रो स्टेशन' की तस्वीर देखकर अच्छा नहीं लगेगा, बात ही ऐसी है
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख आई गई है. इसी बीच एक तस्वीर वायरल है जिसे अयोध्या मेट्रो का बताया जा रहा है.
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर (Ram Mandir) के उद्घाटन की तारीख आ गई है. 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है. इसमें एक मेट्रो स्टेशन के अंदर का नज़ारा दिखाई दे रहा है. दावा है कि यह अयोध्या के मेट्रो स्टेशन की तस्वीर है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक यूजर ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “अयोध्या मेट्रो स्टेशन का लुक जारी किया गया. जय श्री राम.”
कई अन्य यूजर्स ने भी वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए इसे अयोध्या के मेट्रो स्टेशन का बताया है.
पड़ताल‘दी लल्लनटॉप’ की पड़ताल में वायरल तस्वीर भ्रामक निकली.
सच्चाई जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड सर्च किए. हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें अयोध्या में मेट्रो के नए लुक से जुड़ी कोई भी जानकारी हो.
हमने अयोध्या के स्थानीय पत्रकार बिरेंद्र सिंह से भी संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया, “अयोध्या में मेट्रो की परियोजना तो अभी शुरू भी नहीं हुई है. इसलिए उसके नए लुक की बात बेबुनियाद है.”
अब बात करते हैं वायरल तस्वीर की.
अयोध्या मेट्रो के नाम पर वायरल हो रही तस्वीर को ध्यान से देखा जाए तो साफ समझ आता है कि इसे किसी सॉफ्टवेयर से बनाया गया है. तस्वीर में कथित मेट्रो स्टेशन पर मौजूद लोगों में से कुछ लोगों के हाथ नज़र नहीं आ रहे हैं तो कुछ के सिर नहीं दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा तस्वीर में नज़र आ रहीं मेट्रो की लाइन भी गड़बड़ है.
इस विषय में अधिक जानकारी के लिए हमने इंडिया टुडे के DIU (डेटा इंटेलिजेंस यूनिट) टीम की सुरभि सोनवे से संपर्क किया. AI प्रोजेक्ट पर काम कर रहीं सुरभि ने हमें बताया कि यह तस्वीर AI की मदद से बनाई गई है. उन्होंने कहा,
“एआई जनरेटेड इमेज पर काम करने वाले लोग आसानी से बता सकते हैं कि यह असल तस्वीर की तरह नहीं दिखती है. यह एआई टूल की मदद से बनाई गई एक डिजिटल पेंटिंग है.”
सुरभि ने हमें वायरल तस्वीर में कुल 7 खामियां बताई हैं जिसे देखकर समझा जा सकता है कि ये अयोध्या मेट्रो की तस्वीर नहीं बल्कि किसी के दिमाग की खुराफात है. ये खामियांं हैं,
1. दीवार पर लगी मूर्ति की पेंटिंग में से एक पैर गायब है. (एआई-जनरेटेड इमेज में अंगों का गायब होना एक आम कमी बताई जाती है.)
2. कई बॉर्डर और लाइन एक सीध में न होकर गड़बड़ हैं.
3. वायरल तस्वीर में मौजूद लोगों को मेट्रो की पटरियों की ओर जाते और उनके पास खड़े देखा जा सकता है.
4. वायरल तस्वीर में दिख रहे कई लोगों के शरीर के कुछ अंग गायब हैं तो कुछ के टेढ़े-मेढ़े हैं.
5. मेट्रो के पास मौजूद फुटपाथ ट्रेन में मर्ज होता नजर आ रहा है.
6. एस्केलेटर एक प्वाइंट पर जाकर एकत्रित होता नज़र आ रहा है.
7. कई जगहों पर आधे मनुष्य और आधे पोल दिखाई दे रहे हैं. (एआई कभी-कभी दो चीजों को मिक्स करता है जो वाइड एंगल में एक दूसरे के करीब नज़र आती हैं.)
नतीजाकुलमिलाकर, यह स्पष्ट है कि अयोध्या मेट्रो के नाम पर शेयर की गई तस्वीर AI से बनाई गई है. इसे भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
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