2009 में इम्तियाज़ अली ने एक फिल्म बनाई थी ‘लव आज कल’. 2020 में दूसरी ‘लव आज कल’लेकर आए हैं. लेकिन नाम में ये बताने का जहमत नहीं उठाया कि ये दूसरी ‘लव आज कल’है. इम्तियाज़ का ये भी मानना है कि अगर वो इस सीरीज़ को कभी आगे बढ़ाते भी हैं, तोउसका नाम ‘लव आज कल’ ही होगा. क्योंकि उनकी वो फिल्म उस दौर में घटने वाले प्रेम कीबात करेगी. अब जब शेक्सपियर की ‘What’s in a name?’ यानी नाम में क्या रखा है को‘अनकोट’ कर ही दिया है, तो इस फिल्म के नाम से जुड़ी एक और बात जान ही लेते हैं. येवाली ‘लव आज कल’ भी आज और बीते हुए कल में हुए लव की बात करती है. ओरिजिनल/पहलीफिल्म की ही तरह.