'जवान' के ट्रेलर का एक शॉट मेकर्स को महंगा पड़ गया, यूट्यूब ने बड़ी कार्रवाई की
यूट्यूब अपनी गाइडलाइंस को लेकर आजकल बहुत सख्त है.
Youtube ने Jawan Trailer को फ्लैग कर दिया है. यानी यूट्यूब इसे रिकमेंड नहीं करेगा. जैसा आमतौर पर पॉपुलर वीडियोज़ के साथ होता है. किसी वीडियो पर लोग दमादम अंगूठे घिस रहे हैं, तो उसको यूट्यूब आपके भी होमपेज पर दिखाएगा. ‘जवान’ के ट्रेलर के साथ ऐसा नहीं होगा. इससे पहले कि शाहरुख के फैन्स बमक जाएं, बता दें कि यूट्यूब ने ट्रेलर का पैकअप भाई, पैकअप नहीं किया है. बस वो एक चेतावनी के साथ डिस्प्ले हो रहा है. यूट्यूब पर आप अभी भी ट्रेलर देख सकते हैं. बस एक नोटिस आएगा और अपनी रज़ामंदी देनी पड़ेगी. ऐसा क्यों हुआ है, पूरा मामला समझते हैं.
Red Chillies Entertainment ने अपने यूट्यूब होमपेज पर ट्रेलर चस्पा किया था. वहां से ट्रेलर प्ले नहीं हो रहा है. एक चेतावनी दिखा रहा है कि यहां सेल्फ हार्म यानी स्वयं को नुकसान करते हुए कुछ दिखाया गया है. इस वजह से वीडियो को फ्लैग किया गया. हालांकि चैनल के वीडियो सेक्शन में जाकर ट्रेलर देख सकते हैं. लेकिन वहां भी यूट्यूब एक नोटिस देता है. बताता है कि इसमें आपत्तिजनक कंटेंट है. क्या आप ये समझते हैं और अब भी आगे बढ़ना चाहेंगे? फिर आपको I wish to proceed नाम के बटन पर क्लिक करना होगा. उसके बाद शुरू होगा फिल्म का ट्रेलर.
# ट्रेलर की किस बात पर यूट्यूब ने ऐसा किया?
‘जवान’ के ट्रेलर में एक सीक्वेंस है जहां विजय सेतुपति के किरदार काली को दिखाया गया. उस दौरान एक आदमी खुद को नुकसान पहुंचाता दिखता है. विदेशों में फिल्में और सीरीज़ ऐसा कुछ दिखाने से बचते हैं. ऐसे दृश्यों का सीधा असर ऑडियंस पर पड़ता है. खासतौर पर जो अस्वस्थ मानसिक अवस्था से गुज़र रहे हों, या नाबालिग हों. फिल्मों में ऐसे सीन्स को दिखाने पर चेतावनी देनी होती है. ‘जवान’ के ट्रेलर में ऐसी तमाम बातों का ध्यान नहीं रखा गया. ये सीन भी किसी आम सीन की तरह ट्रेलर में चिपका हुआ है.
इस आपत्तिजनक सीन के खिलाफ लोगों ने यूट्यूब को रिपोर्ट किया. उसके बाद एक्शन लेते हुए यूट्यूब ने उस पर कुछ रिस्ट्रिक्शन यानी बंदिश लगा दी. यूट्यूब की पॉलिसी के हिसाब से ऐसे वीडियो के खिलाफ रिपोर्ट किए जाने पर वो चैनल को स्ट्राइक भेज सकता है. वीडियो हटा सकता है या कुछ रिस्ट्रिक्शन लगा सकता है. फिर यूट्यूब ने इस ट्रेलर को क्यों नहीं हटाया? इसकी वजह है उनकी गाइडलाइन. यूट्यूब कहता है कि पब्लिक इंट्रेस्ट वाला कंटेंट, या जहां आपत्तिजनक सीन स्क्रिप्टेड हो या ड्रामेटाइज़ किया गया हो, ऐसे वीडियोज़ पर यूट्यूब सिर्फ रिस्ट्रिक्शन लगाएगा. उन्हें पूरी तरह से साफ नहीं करेगा. हालांकि यूट्यूब ऐसे किसी कंटेंट को प्रमोट भी नहीं करेगा.
रेड चिलीज़ को अगर फिर से ट्रेलर के लिए स्थिति सामान्य करनी है, तो एक ही रास्ता है. ट्रेलर से वो सीन हटाना होगा और उसके बाद फिर से यूट्यूब से अपील करनी पड़ेगी. यूट्यूब जांच करके फिर अपने हिसाब से एक्शन लेगा.
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