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ईवन ड्वॉर्फ्स स्टार्टेड स्मॉल: Ep 05

सिने संन्यासी के इस एपिसोड में बात एक ऐसी जर्मन फिल्म जैसी फिल्म दूसरी नहीं बनी. इस फिल्म को डायरेक्ट किया है वर्नर हरजॉक ने. जर्मन भाषा की ये फिल्म 1970 में आई थी. पहली बार में इसे समझ लें यही बड़ी बात है. जानिए क्यों इस फिल्म को अपने देश में बैन कर दिया गया था. इसकी कहानी एक ऐसी जगह की है जहां कई सारे बौने रहते हैं. क्या होता है जब एक दिन उस जगह का इंचार्ज बाहर जाता है और वो सारे बौने उत्पात मचाते हैं? एक बौना ऐसा है जिसे कुर्सी पर बांध दिया जाता है और वो पूरी फ़िल्म में हंसता ही रहता है. एक गाड़ी है जो बिना ड्राइवर के ही गोल-गोल घूमती ही रहती है. इस फिल्म में जानवरों के साथ जो क्रूरता दिखाई गई उसके क्या मायने हैं. जानिए क्यों इस फिल्म के डायरेक्टर ने इसे हंसाने वाली फिल्म की बजाय एक बुरा सपना कहा?

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अंकित
30 दिसंबर 2022 (Updated: 30 दिसंबर 2022, 20:29 IST)
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सिने संन्यासी के इस एपिसोड में बात हुई जर्मन फिल्म 'ईवन ड्वॉर्फ्स स्टार्टेड स्माल' के बारे में. जानिए द लल्लनटॉप सिनेमा के संपादक गजेंद्र सिंह भाटी के बचपन की उन स्मृतियों के बारे में जिसने उनकी सिनेमा रूचि बढ़ाया. जानिए वो फिल्म जिसमें कोई डायलॉग नहीं था पर हंसते-हंसते लोग लोट-पोट हो जाया करते थे.  

सुनिए एक ऐसी फिल्म कहानी जो हमारे इंसानी समाज की गहरी आलोचना है. कहानी कुछ बौनों की जो कैद कर के रखे गए होते हैं और जब एक दिन आजाद होते हैं तो उनके उत्पात की कोई सीमा नहीं होती. जानवर, पेड़, पौधे, किसी को भी वे नहीं छोड़ते. जानिए क्यों डायरेक्टर ने इस फिल्म में सिर्फ बौनों को ही रखा? सुनिए इस फिल्म की यूनीक सी विवेचना. सुनिए सिने संन्यासी का ये एपिसोड सिर्फ LT Baaja पर.

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