जब इरफ़ान ने विशाल भारद्वाज की फिल्म करने से मना किया और दोनों के बीच बातचीत बंद हो गई
ऐसी लड़ाई हुई थी कि इरफान का कॉल तक उठाना छोड़ दिया विशाल भारद्वाज ने. कौन सी फिल्म थी वो? जानिए पूरा किस्सा.
फिल्म डायरेक्टर विशाल भारद्वाज और इरफान खान ने कई शानदार फिल्मों में साथ काम किया. ‘मकबूल’, ‘हैदर’, ‘तलवार’ जैसी शानदार फिल्में. दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी. खुद विशाल भारद्वाज कई बार कह चुके हैं कि वे सिर्फ फिल्म के सेट पर ही नहीं, बल्कि जब भी कोई अच्छी फिल्म देखते हैं तो इरफान को मिस करते हैं. लेकिन ये कम लोगों को पता होगा कि दोनों की दोस्ती में दरार भी आई थी और ऐसी कि दो-तीन सालों तक दोनों ने बात तक नहीं की. खुद विशाल भारद्वाज ने इसके बारे में बताया है. इस बाद दी लल्लनटॉप के वीकली प्रोग्राम 'गेस्ट इन दी न्यूजरूम' में विशाल भारद्वाज मेहमान थे. इस दौरान उन्होंने इरफान के साथ रिश्तों के और बॉलीवुड के कई दूसरे अनसुने किस्से सुनाए.
विशाल भारद्वाज ने बताया कि इरफान खान को उनके साथ 'इश्किया' फिल्म में काम करने का मन था. इरफान साहब बड़े फनी आदमी थे. कभी सीरियस ही नहीं रहते थे. दुखी भी रहते थे तो ह्यूमर से बाहर नहीं आते थे. ह्यूमर के कारण ही उनके साथ एक अच्छी बॉन्डिंग थी. विशाल भारद्वाज ने बताया,
“मैंने अनुराग कश्यप की फिल्म ‘नो स्मोकिंग’ प्रोड्यूस की थी. वो भी इसलिए क्योंकि अनुराग तब बहुत डिप्रेशन में थे. मैं उस वक्त ओमकारा बना रहा था. तब मैं बहुत अच्छी पोजिशन में था. अनुराग एक दिन मेरे सेट पर आए, बहुत परेशान थे कि मेरे पास जॉन अब्राहम की डेट है, कहानी है लेकिन प्रोड्यूसर नहीं मिल रहा. कुमार मंगत साहब वहीं सेट पर थे तो उनसे पूछ लिया. वे राजी हो गए. लेकिन थोड़े दिन बाद दोनों ने आकर बताया कि अगर आप नहीं हैं तो मैं ये नहीं बनाऊंगा. तो मैंने अपना नाम दे दिया. वो फिल्म रिलीज हुई और बहुत बुरी तरह फ्लॉप हो गई. किसी को कुछ समझ में नहीं आया.”
भारद्वाज ने आगे बताया,
“हम ‘इश्किया’ बना रहे थे जिसे अभिषेक चौबे डायरेक्ट कर रहे थे. इरफान को उसमें काम करना था. इरफान के बिना हम जिंदगी में कुछ सोचते ही नहीं थे. इरफान ने हां की हुई थी. लेकिन वे बोले कि मैंने तो किसी दूसरी फिल्म को डेट दे दी. मैंने जब पूछा क्यों तो उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि आपकी ‘नो स्मोकिंग’ पिट गई, तो अब आप फिल्म बनाओगे ही नहीं. हमने एक बहुत बड़ी एक्ट्रेस को इसलिए मना किया था क्योंकि उसने कहा था कि वो इरफान के साथ काम नहीं करेंगी.”
विशाल भारद्वाज के मुताबिक, इसके बाद वे बहुत नाराज हो गए. उन्होंने तब इरफान से कहा था कि आपको क्या लगता है कि एक फिल्म पिटने से जो वो कर रहे हैं, वो हिल जाएगा! फिल्में चलती हैं, फ्लॉप होती हैं. इरफान से उन्होंने दो-तीन साल बात नहीं की. फोन भी नहीं उठाते थे. जब विशाल भारद्वाज ने लंबे समय तक फोन नहीं उठाया तो इरफान ने भी कॉल करना बंद कर दिया.
फिर ‘सात खून माफ’ बनाने के दौरान जब वसीउल्लाह खान के कैरेक्टर के लिए भारद्वाज को कोई नहीं मिल रहा था, तो उन्होंने इरफान को याद किया. भारद्वाज ने बताया कि उन्होंने फोन लगाते हुए भी सोचा कि रहने देते हैं क्यों कर रहे हैं. इसलिए एक रिंग करके छोड़ दिया. लेकिन फिर इरफान ने कॉल बैक किया तो उन्होंने वजह बताई. इरफान तुरंत राजी हुए और कहा कि उन्हें सुनना नहीं है, सिर्फ साथ में काम करना है.
इस तरह, वापस दोनों की दोस्ती चल पड़ी. गेस्ट इन द न्यूजरूम के इस पूरे एपिसोड को आप इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं.
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