बिना स्क्रीनिंग 'जवान' के रिव्यूज़ कैसे आ गए?
सोशल मीडिया पर कई लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने दुनिया के अलग-अलग देशों के सेंसर बोर्ड ऑफिस में 'जवान' देख ली है. उसी आधार पर रिव्यू दे रहे हैं. ये सच्चे रिव्यूज़ हैं या फेक?
Shahrukh Khan की Jawan बड़ी खुलने वाली है. एडवांस बुकिंग देखकर ये अंदाज़ा सबको लग चुका है. मगर रिलीज़ से दो दिन पहले अचानक फिल्म को लेकर कई तरह की खबरें चलने लगीं है. ये सारी खबरें 'जवान' की स्क्रीनिंग से जुड़ी हुई हैं. कई सोशल मीडिया हैंडल्स और एंटरटेनमेंट पोर्टल दावा कर रहे हैं कि उन्होंने फिल्म देख ली है. साथ ही वो उस आधार पर फिल्म का रिव्यू भी दे रहे हैं. इनमें से अधिकतर बुरे रिव्यूज़ हैं. इसलिए ऐसा कहा जा रहा है कि 'जवान' के खिलाफ नेगेटिविटी फैलाई जा रही है. ताकि दर्शकों की नज़र में फिल्म को रिलीज़ से पहले ही खराब साबित कर दिया जाए.
कई सोशल मीडिया हैंडल्स हैं, जो सिनेमा संबंधी अपडेट शेयर करते हैं. उन्होंने अचानक से 'जवान' का रिव्यू पोस्ट करना शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि उन्होंने दुनिया के अलग-अलग देशों के सेंसर बोर्ड ऑफिस में हुई 'जवान' की स्क्रीनिंग में हिस्सा लिया. वहीं पर पूरी पिक्चर देखी. उसी आधार पर रिव्यू दे रहे हैं. मसलन, @AlwaysBollywood नाम का एक हैंडल है. इन्होंने 'जवान' को 4 स्टार दे दिए. रिव्यू में लिखा-
"जवान क्राइम से भरी हुई आकर्षक फिल्म है. जो कई पर्सपेक्टिव से बताई गई है. परफेक्ट रफ्तार और सिनेमैटोग्रफी के साथ. एक्शन, कॉमेडी और रोमांच से भरपूर पैकेज. शाहरुख खान, विजय सेतुपति और एटली हमें सीट से चिपकाए रखते हैं."
राहुल राउत नाम के एक फिल्म जर्नलिस्ट हैं. उन्होंने इस ट्वीट को कोट करते हुए लिखा-
"अब तक 'जवान' की कोई स्क्रीनिंग नहीं हुई है, जिसके आधार पर इस किस्म के दावे किए जा सकें. और जैसा कि बहुत सारे लोग कह रहे हैं (कि उन्होंने सेंसर बोर्ड के दफ्तरों में फिल्म देखी), रिलीज़ से पहले सेंसर बोर्ड को फिल्म का पब्लिक रिव्यू करने की परमिशन नहीं होती. इसलिए ये फर्ज़ी रिव्यू हैं."
चलिए ऑलवेज़ बॉलीवुड ने तो फिर भी पॉज़िटिव रिव्यू छापा. तीन और लोगों ने 'जवान' का रिव्यू छाप दिया. ये हैंडल्स हैं- @HarmindarBoxOI, @BollywoodKiNews और @NewsOfBolly. इन तीनों ने कमोबेश एक सा ही रिव्यू छापा है. इनमें से एक ने लंदन सेंसर बोर्ड ऑफिस में फिल्म देखी. एक ने मॉरिशस में और एक ने सिंगापोर सेंसर बोर्ड ऑफिस में फिल्म देखने का दावा किया. रिव्यू में ये लोग लिखते हैं कि 'जवान' एकदम बकवास फिल्म है. तीन घंटे तक पकाती है. शाहरुख ने बहुत खराब एक्टिंग की है. इन तीनों लोगों ने फिल्म को 1 स्टार रेटिंग दी है. इनकी भाषा देखकर समझ आता है कि इसमें कुछ झोल है. आप खुद इनके ट्वीट्स देखकर समझिए.
अमूमन किसी फिल्म की रिलीज़ से पहले प्रॉडक्शन कंपनियां फिल्म समीक्षकों के लिए पिक्चर की स्क्रीनिंग रखवाती हैं. ताकि समय से रिव्यूज़ आ जाएं. उसके आधार पर पब्लिक फिल्म देखने जाए. मगर यशराज फिल्म्स की तर्ज पर रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने भी अपनी फिल्म की अब तक कोई स्क्रीनिंग नहीं करवाई है. ऐसी संभावना बहुत कम है कि रिलीज़ से पहले 'जवान' की कोई स्क्रीनिंग हो. क्योंकि अब फिल्म की रिलीज़ में डेढ़ दिन से भी कम समय बाकी है. 'जवान' 7 सितंबर को रिलीज़ हो रही है.
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