साल 2001. अक्टूबर का महीना. करीब 2 महीने पहले आमिर ‘हम है नए, अंदाज़ क्यों होपुराना’ कर रहे थे. उससे भी करीब एक साल पहले वो ‘देखो 2000 ज़माना आ गया’ कहकर नईसदी का स्वागत भी कर चुके थे. आमिर की इन दोनों कोशिशें में से एक नाकामयाब रही औरएक पार्शियली कामयाब. मकसद था युवाओं को सिनेमाघरों तक लाने का. ऐसी फिल्म देने काजिसे हिंदुस्तान का यूथ अपनी फिल्म कह सके. उसके गाने उनके कॉलेज की यादें बन जाएं.‘दिल चाहता है’ इस पैमाने पर खरा उतरती तो थी, लेकिन उसकी अपनी सीमाएं थीं. ट्रेडएनालिस्ट कहते हैं कि 'दिल चाहता है' ने ज़्यादातर अर्बन सेक्टर में धमाल मचाया.शहरी युवाओं को लुभाया. वो वर्ग, जिसके आँगन में गाड़ी खड़ी रहती हो और जो कभी भीमुंह उठाकर गोवा चल देना अफोर्ड कर सकता हो. गांव-देहात के युवाओं ने फिल्म को पसंदतो किया लेकिन वहां उसका मज़बूत इम्पैक्ट नहीं रहा.फिर आई वो फिल्म, जिसकी धुन युवाओं के बीच ऐसी बजी कि वो कल्ट स्टेटस की गद्दी परजा बैठी. जनता ने फिल्म के हीरो-हीरोइन पर रिलेशनशिप गोल्स वाला टैग लगा दिया.इंडियन सिनेमा की ज्यादातर कल्ट फैन फॉलोइंग वाली फिल्मों जैसा ही हश्र हुआ था,इसका बॉक्स ऑफिस पर. बिल्कुल नहीं चली. लेकिन फिर समय के साथ जनता पछताती कि यार,ये हॉल में क्यों नहीं देखी. 19 अक्टूबर, 2001 की तारीख. वो तारीख जब ये फिल्मसिनेमाघरों पर लगी. हीरो कोई साउथ से आया लड़का था. जिसके नाम के आगे कोई खान याकपूर नहीं था. पहले इंजीनियरिंग की. फिर कुछ हिंदी टीवी शोज़ किए. उसके बाद तमिलसिनेमा में चला गया. और अब अपनी पहली हिंदी फिल्म करने जा रहा था. हीरोइन भी नई थी.एक्टिंग से जुड़ा पिछला कोई खास काम नहीं था दिखाने के लिए. रही बात डायरेक्टर की.एक और मैकेनिकल इंजीनियर. फिल्मों में नहीं आना चाहते थे. लेकिन फिर कुछ होते-होतेहो ही गया. तमिल सिनेमा में एक फिल्म पुराने थे.पूरे देश को एक रिंगटोन देने का श्रेय जाता है 'RHTDM' को.कुल मिलाकर फिल्म के पास सेल करने के लिए कोई पॉइंट नहीं था. हीरो, हीरोइन,डायरेक्टर, म्यूज़िक डायरेक्टर, सब नए. बस एक प्रड्यूसर ही हिंदी सिनेमा में एकअनुभवी खिलाड़ी था. वाशु भगनानी इस फिल्म को प्रड्यूस कर रहे थे. जो इससे पहले ‘कुलीनं. 1’, ‘हीरो नं. 1’ और ‘बड़े मियां छोटे मियां’ जैसी फिल्मों पर भी पैसा लगा चुकेथे.19 अक्टूबर, 2001 की तारीख को रिलीज़ हुई फिल्म को आप एक लाइन से पहचान जाएंगे. ‘बसअब एक ही तमन्ना है, रहना है तेरे दिल में’. ‘RHTDM’ इस महीने अपने 20 साल पूरेकरने जा रही है. इस मौके पर फिल्म और उसकी मेकिंग से जुड़े कुछ सुने-अनसुने किस्सोंसे आपको रूबरू करवाएंगे.