"नाना पाटेकर की वजह से शाहरुख की सुपरहिट फिल्म ठुकरा दी" - फराह खान
Farah Khan ने बताया कि Shah Rukh Khan और Aditya Chopra ने उन्हें DDLJ ऑफर की थी. लेकिन फराह ने मना कर दिया. उसके बाद आदित्य चोपड़ा ने उनकी तारीफ भी की.
Farah Khan ने अपने कुछ हालिया इंटरव्यूज़ में Shah Rukh Khan को लेकर खुलकर बात की. बताया कि दोनों की पहली मुलाकात कैसे हुई थी. क्यों उन्होंने Nana Patekar के लिए शाहरुख की DDLJ को ठुकरा दिया था. रेडियो नशा से हुई बातचीत में फराह ने बताया:
DDLJ की टीम स्विट्ज़रलैंड गई थी. सरोज खान वहां पहुंचने में लेट हो गईं. वहां से एक दिन मुझे फोन आया. दूसरी ओर शाहरुख और आदी (आदित्य चोपड़ा) थे. शाहरुख ने कहा कि फराह, क्या तू कल स्विट्ज़रलैंड आ सकती है. यशराज में से कोई तमाम इंतिज़ाम कर देगा. हम चाहते हैं कि तू यहां आकर 2-3 गानों पर काम करे. मैंने उनसे माफी मांगी. कहा कि मेरी डेट्स नाना पाटेकर के पास हैं. मुझे ‘यशवंत’ के लिए ‘एक मच्छर आदमी को’ गाने पर काम करना था. मैंने कहा कि परसों मैं नाना पाटेकर के साथ शूट कर रही हूं और मैं वो शूट नहीं छोड़ सकती. मैं वो फिल्म ऐसे ही नहीं छोड़ सकती कि मुझे अचानक से बड़ी फिल्म मिल गई. वो लोग क्या करेंगे, उनका पूरा सेट लग चुका है. जेल का सेट लग चुका था. वो सेट इतना खास नहीं था लेकिन नाना चाहते थे कि मैं वो गाना करूं. मैं स्विट्ज़रलैंड नहीं गई.
जब वो लोग वापस आ गए, तब आदी ने मुझे मिलने के लिए बुलाया. उन्होंने कहा कि मैं तुम्हारी तारीफ करता हूं कि तुम अपने फैसले पर टिकी रही, क्योंकि हर कोई ऐसा नहीं करता है. एक बार किसी को बड़ी फिल्म मिली तो वो छोटी फिल्म को छोड़ देता है. उन्होंने कहा कि एक गाना बचा है. वो तुम करो. वो गाना था, ‘रुक जा ओ दिल दीवाने’.
फराह ने बताया था कि कुंदन शाह की फिल्म ‘कभी हां कभी ना’ के सेट पर उनकी शाहरुख से पहली बार मुलाकात हुई थी. फराह ने बताया था कि उस फिल्म के लिए उन्हें शाहरुख से ज़्यादा फीस मिली थी. उन्होंने याद किया:
मुझे याद है कि 1990 या 91 में 'कभी हां कभी ना' की शूटिंग शुरू हुई थी. मैंने शाहरुख का 'फौजी' के वक्त का इंटरव्यू पढ़ा था. उसे पढ़कर लग रहा था कि वो बहुत ऐरोगेंट है. मुझे डर लग रहा था कि ये कौन है. रोड पर शूटिंग थी. मुझे याद है कि शाहरुख सुनील की जैकेट और टोपी पहनकर हाथ में ट्रंपेट लिए प्रैक्टिस कर रहा था. कुंदन शाह ने हमें मिलवाया. कई बार आपको लगता है कि अचानक ही किसी से अच्छी दोस्ती हो गई हो, जैसे वो आपके स्कूल या कॉलेज का दोस्त हो. कुछ वैसा ही हुआ. हमारा सेंस ऑफ ह्यूमर मिलता-जुलता था. हम एक ऐसी फिल्में देखते थे, एक जैसी किताबें पढ़ते थे. पूरे शूट में शाहरुख ने मेरा बहुत ज़्यादा साथ दिया क्योंकि 'कभी हां कभी ना' का शूट बहुत गरीब था. शाहरुख को फिल्म के लिए सिर्फ 25,000 रुपये मिले थे. मुझे उस फिल्म में सबसे ज़्यादा पैसा मिला था. क्योंकि मुझे एक गाने के लिए 5,000 रुपये दिए गए थे और फिल्म में छह गाने थे.
आगे फराह ने फिल्में डायरेक्ट करना शुरू किया. ‘मैं हूं ना’, ‘ओम शांति ओम’ और ‘हैप्पी न्यू ईयर’ जैसी फिल्में बनाई. शाहरुख इन तीनों ही फिल्मों का हिस्सा थे.
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