मुरादाबाद में डॉक्टरों और पुलिस पर पत्थर चलाने के आरोप में सात महिलाओं समेत 17 गिरफ़्तार
सीएम योगी ने कहा कि दोषियों के ख़िलाफ़ NSA के तहत कार्रवाई होगी.
उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद. यहां के नवाबगंज इलाके में 15 अप्रैल को डॉक्टरों की टीम पहुंची. कोरोना के दो संदिग्ध मरीज़ों को अस्पताल ले जाने के लिए. जैसे ही टीम मरीज़ों को लेकर एम्बुलेंस में बैठी, आसपास के लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. मेडिकल टीम को बचाने पहुंची पुलिस पर भी पत्थर फेंके गए.
Moradabad: Some people pelted stones at medical team&police which had gone to take a person possibly infected with #COVID."When our team boarded ambulance with patient,suddenly crowd emerged&started pelting stones.Some doctors are still there.We are injured,"says ambulance driver pic.twitter.com/Rpo5jDRuJY
— ANI UP (@ANINewsUP) April 15, 2020
NSA के तहत कार्रवाई होगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं. सीएम ने ट्वीट करके कहा कि मुरादाबाद में पुलिस, स्वास्थ्य और स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों पर हमला अक्षम्य अपराध है.
17 लोग गिरफ्तार किए गए मामले में मुरादाबाद पुलिस ने 17 लोगों को गिरफ़्तार किया है. इनमें से सात महिलाएं हैं. पुलिस ने और टीमें गठित की हैं, जिससे बाक़ी आरोपियों की भी गिरफ़्तारी हो सके. अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है.मुरादाबाद में पुलिस, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों पर हमला एक अक्षम्य अपराध है, जिसकी घोर निंदा की जाती है। ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 15, 2020
17 persons including 7 women have been arrested in connection with the stone pelting at medical team & police in Moradabad. Case registered under relevant sections of IPC. Teams have been formed to nab others involved in the case: Amit Kumar Anand, SP Moradabad pic.twitter.com/jXrezTvKYj
— ANI UP (@ANINewsUP) April 15, 2020
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दु:ख जताते हुए कड़ी कार्रवाई के आदेश दिये हैं. इस घटना में एम्बुलेंस और पुलिस वाहन के शीशे टूटे हैं. इसे लेकर सीएम ने ट्वीट किया कि दोषियों द्वारा की गई राजकीय संपत्ति के नुकसान की भरपाई उनसे सख्ती से की जाएगी.
कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में ये पहली बार नहीं है, जब किसी इलाके में मेडिकल स्टाफ पर हमला हुआ हो. इससे पहले इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. ऐसे वक्त में जब स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों के इलाज में जुटे हैं, तब उनके साथ ऐसा व्यवहार होना बेहद चिंता की बात है.दोषियों द्वारा की गई राजकीय संपत्ति के नुकसान की भरपाई उनसे सख्ती से की जाएगी। जिला पुलिस प्रशासन ऐसे उपद्रवी तत्वों को तत्काल चिन्हित करे और प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा के साथ ही उपद्रवी तत्वों पर पूरी सख्ती भी करें।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 15, 2020
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