The Lallantop
Advertisement

ये 16 फ़िल्मी डायलॉग पढ़कर, रगों में खून नहीं देशभक्ति दौड़ेगी

पढ़िए 16 तड़कते-भड़कते देशभक्ति डायलॉग्स, जिन्हें सुनकर दर्शकों ने कभी तालियां बजाईं, कभी भावुक होकर आंखें नम कर लीं.

Advertisement
manoj-kumar
देश पर मरने वाला अमर हो जाता है
pic
श्वेतांक
16 अगस्त 2022 (Updated: 16 अगस्त 2022, 17:57 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

देश ने आज़ादी का 75वां साल धूमधाम से सेलिब्रेट किया. हर घर शान से तिरंगा लहराया. बच्चों से लेकर बड़ों तक सबके मन में देशप्रेम और होठों पर जय हिंद रहा. देश कमोबेश हर साल इसी तरीके से आज़ादी का उत्सव मनाता है. बॉलीवुड भी अपनी देशभक्ति से ओतप्रोत फिल्मों के ज़रिए लगातार आज़ादी को सेलिब्रेट करता रहा है. इन फ़िल्मों के डायलॉग्स हममें जोश भरते रहे हैं. आज पढ़िए ऐसे ही 16 तड़कते-भड़कते देशभक्ति डायलॉग्स, जिन्हें सुनकर दर्शकों ने कभी तालियां बजाईं, तो कभी भावुक होकर आंखें नम की.

१. सनी देओल की भारी आवाज़. तिस पर से उनकी ललकार. डेडली कॉम्बिनेशन.
मां तुझे सलाम
2. वतन पर मिटने वाले इतिहास के पन्नों में अमिट हो जाते हैं. अब्दुल हमीद को कौन भूल सका है.
तहलका 
3. अक्षय कह रहे होंगे, ‘डोंट एंग्री मी…देश से बड़ा कोई धर्म नहीं’ 
बेबी
4. कंट्रोल उदय, कंट्रोल…मान लिया सबका खून लाल है. एकता ही असली आज़ादी है.
क्रांतिवीर
5. अपने मुल्क से प्यार और दूसरे मुल्क से नफ़रत नहीं. हिंदुस्तान मुल्क ज़िंदाबाद.
गदर: एक प्रेम कथा
6. हाउज़ द जोश…हाई सर. विकी का कहना है, ‘फर्ज़ी देशभक्त नहीं, फ़र्ज़ निभाने वाले देशभक्त बनो.’
उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक
7. हम किसी भी राज्य से हों, पर सबसे पहले भारतीय हैं.
चक दे! इंडिया
8. जवानी काम करने के साथ, अपने-अपने तरीक़े से देश पर कुर्बान करने के लिए है.
रंग दे बसंती
9. शौर्य बाहरी दिखावा नहीं, हमारे मन में होता है. इसलिए मन आज़ाद और मजबूत करो.
शौर्य
10. किसी धर्म, किसी जाति, किसी रिश्ते से भी आगे; वतन सबसे आगे है.
राज़ी
11. इंडियन आर्मी कभी पहले हमला नहीं करती. दुश्मनी के भी अपने उसूल होते हैं. 
लक्ष्य
12. देश पर मरने वाला अमर हो जाता है.
पूरब और पश्चिम
13. चर्चिल ने कहा था, अंग्रेजों के जाने के बाद भारत बिखर जाएगा. भारत 75 साल से खड़ा है. 
पुकार
14. समस्या नहीं, उसका समाधान बनो. आगे बढ़ो देश बदलो.
रंग दे बसंती
15. हर देश का अपना स्वाभिमान होता है. उस स्वाभिमान को अटूट रखने के लिए वो लड़ पड़ता है.
कांटे
16. ये घर है सलीम का. ये घर है इस वतन में रहने वाले हर नागरिक का.
सरफ़रोश

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement