Amravati Loksabha Results: नवनीत राणा का चुनाव फंस गया था, अब फाइनल रिजल्ट आ गया
2019 में Navneet Rana ने निर्दलीय चुनाव लड़कर शिवसेना के सीटिंग सांसद को हराया था. वो हनुमान चालीसा प्रकरण और ओवैसी ब्रदर्स से बयानबाजी को लेकर चर्चा में रही हैं.
महाराष्ट्र की अमरावती सीट पर भी उलटफेर हो गया है. लगातार चर्चा में बनी रहने वाली बीजेपी की प्रत्याशी नवनीत राणा कांग्रेस के बलवंत वानखेड़े से करीब 20 हजार वोटों से हार गई हैं. नवनीत राणा को क्षेत्र के 5 लाख 6540 लोगों ने वोट किया, जबकि बलवंत वानखेड़े के हिस्से 5 लाख 26 हजार 271 वोट आए. इस तरह उन्होंने बीजेपी सांसद को 19 हजार 731 वोटों से हरा दिया है. तीसरे नंबर पर रहे प्रहर जनशक्ति पार्टी के दिनेश गणेशदास हैं जिन्हें करीब 85 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं.
2019 का चुनाव2019 अमरावती लोकसभा चुनाव में नवनीत रवि राणा ने 5 लाख 10 हजार वोटों के साथ जीत दर्ज की थी. नवनीत तब निदर्लीय चुनाव लड़ी थीं. वहीं शिवसेना के आनंदराव अड़सुल को 4 लाख 73 हजार वोट मिले थे.
2014 का चुनाव2014 में नवनीत राणा को इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था. तब शिवसेना के आनंदराव अड़सुल ने उन्हें हरा दिया था. अड़सुल को 4 लाख 67 हजार वोट मिले थे. जबकि राणा को 3 लाख 29 हजार. हालांकि राणा ने अगले चुनाव में अड़सुल से हिसाब बराबर कर लिया था.
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इस सीट पर खास क्या?अमरावती हॉट सीट बनी ही नवनीत राणा की वजह से. चुनाव प्रचार के दौरान हैदराबाद में राणा ने एक बयान दिया. जिसमें उन्होंने कहा- अगर पुलिस को 15 सेकंड के लिए ड्यूटी से हटा दिया जाए, तो भाइयों को "पता नहीं चलेगा कि वे कहां से आए और कहां गए." नाम ना लेते हुए राणा ने ये हमला असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पर किया था. अकबरुद्दीन ने 2013 में इसी तरह का भड़काऊ भाषण दिया था. जिसके बाद उन पर केस भी दर्ज किया गया था.
इससे पहले नवनीत राणा हनुमान चालीसा विवाद के दौरान भी सुर्खियों में रहीं. अप्रैल 2022 में नवनीत राणा ने कहा कि वो उद्धव ठाकरे के घर मातोक्षी के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर उन पर राजद्रोह का मुकदमा चलाया गया था.
वीडियो: नवनीत राणा के बयान पर भड़क कर ओवैसी ने क्या कह दिया?