Karnataka Election Result Live: नतीजे आ गए हैं, खरगे और राहुल की मीटिंग में क्या तय हो रहा है?
कर्नाटक में कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा पार किया.
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बयान आ गया है. खरगे ने कहा कि ये जनता जनार्दन की जीत है. कांग्रेस में फिलहाल बैठकों का दौर चल रहा है. सूत्रों से आई जानकारी के मुताबिक खरगे, राहुल गांधी, कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल आगे की रणनीति के लिए मीटिंग कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में तीन पर्यवेक्षक बना सकती है.
इधर, बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक में हार की जिम्मेदारी ले ली है. अब तक आए नतीजों में कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. बोम्मई ने कहा कि-
हम अपनी बात नहीं रख पाए हैं. नतीजे आने के बाद हम विस्तार से विश्लेषण करेंगे. एक राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर हम सिर्फ विश्लेषण ही नहीं करेंगे बल्कि यह भी देखेंगे कि विभिन्न स्तरों पर क्या कमियां रह गईं. हम इस नतीजे को अपने प्रगति के तौर पर आगे बढ़ाएंगे. हम पार्टी का पुनर्गठन करेंगे और लोकसभा चुनाव में और भी मजबूती से उभरकर आएंगे.
कर्नाटक में तस्वीर लगभग साफ नजर आ रही है. रुझानों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलता दिख रहा है. पार्टी 120 से ज्यादा सीटों पर आगे है. वहीं, बीजेपी 70 से भी सीटों पर सिमटती दिख रही है. जबकि जेडीएस 25 पर आगे है. कांग्रेस ने बेंगलुरु के 5 स्टार हिल्टन होटल में 50 कमरे बुक किए हैं. जीते हुए विधायकों को रात 8 बजे तक होटल में पहुंचने के लिए कहा गया है. कल कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी.
इस बीच बीजेपी से बागी होकर कांग्रेस का हाथ थामने आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार मुश्किल में नज़र आ रहे हैं. इलेक्शन कमीशन की बेवसाइट के मुताबिक शेट्टार 9 हजार से ज्यादा वोट से पीछे चल रहे हैं.
नतीजों से पहले सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी जीत का दावा करती दिखीं. ज्यादातर एक्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार बनते हुए दिखाया गया था. हालांकि, बीजेपी ने दावा किया कि वो दोबारा सत्ता में वापसी करेगी.
इस बीच सवाल ये भी उठा कि अगर पिछले चुनाव जैसी स्थितियां बनती हैं और त्रिशंकु विधानसभा जैसे नतीजे आते हैं तो देवगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्यूलर किसके साथ जाना पंसद करेगी. नतीजे आने से कुछ देर पहले जेडीएस के अध्यक्ष कुमारस्वामी ने कहा कि अब तक उनसे किसी ने संपर्क नहीं किया है.
क्या थे कर्नाटक के चुनावी मुद्दे?• भ्रष्टाचार का मुद्दा. कांग्रेस ने अख़बारों में ऐड देकर कमीशन के रेट जारी कर भ्रष्टाचार चरम पर होने का दावा किया. बीजेपी ने भी जवाब में अखबारों में ऐड जारी कर पहले और अब में तुलना का आंकड़ा जारी कर दिया.
• बसवराज बोम्मई सरकार ने मार्च में ओबीसी आरक्षण में बदलाव किया. सरकार ने ओबीसी आरक्षण से मुस्लिम कोटे को बाहर कर दिया. ओबीसी आरक्षण में मुस्लिम कोटा 4 फीसदी का था. उन्हें हटाकर वीरशैव-लिंगायत और वोक्कालिगा को शामिल किया गया. इस फैसल के खिलाफ SC में सुनवाई चल रही है.
• अली बजरंग बली का मुद्दा. बीजेपी ने बजरंग दल को बैन करने के कांग्रेस के घोषणापत्र के मुद्दे को बजरंग बली की तरफ मोड़ दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस बजरंग बली को कैद करना चाहती है.
• फ्री और छूट का मुद्दा. कांग्रेस ने फ्री बिजली, बुजुर्गों और बेरोज़गारों को भत्ता देने, बसों में महिलाओं की मुफ्त यात्रा और राशन जैसी घोषणाएं की हैं. वहीं बीजेपी ने इसे चुनावी रेवड़ी करार देते हुए विकास को आगे कर चुनाव लड़ा.
वीडियो: कर्नाटक एक्जिट पोल: बीजेपी-कांग्रेस में कड़ी टक्कर, इन आंकड़ों छुपा है बड़ा खेल!