विजय बघेल: भूपेश बघेल का वो भतीजा जो हर बार चुनाव फंसा देता है
पाटन सीट पर इससे पहले भी विजय बघेल और भूपेश पटेल आमने-सामने रहे हैं. जीत कभी भतीजे की हुई तो कभी चाचा की.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 (chattisgarh election result 2023) के अभी तक के रुझानों में बीजेपी (BJP) को बढ़त मिली हुई है. राज्य की कुल 90 सीटों में से अभी तक 54 सीटों पर BJP आगे चल रही है. सबसे हाईप्रोफाइल सीट है- पाटन. जिला लगता है दुर्ग. यहां से BJP उम्मीदवार विजय बघेल (vijay baghel) ने रिश्ते में अपने चाचा और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (bhupesh baghel) के लिए दिक्कत खड़ी कर दी है. दोनों के बीच कांटे की टक्कर है.
पाटन सीट पर जब 3 दिसंबर को गिनती शुरू हुई, तो भूपेश बघेल के लिए स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही. कभी वो विजय बघेल से आगे आ जाते, कभी पीछे चले जाते. ये लीड और ट्रेल का डिफरेंस दो सौ से दो हजार वोट तक महदूद रहा. और इसी सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी के बेटे अमित अजित जोगी तीसरे नंबर पर रहे. अपने वोट का बहुत हिस्सा ऊपर के दो उम्मीदवारों को गंवाते हुए, अपनी ज़मानत जब्त करवाते हुए. तो सवाल है कि कौन हैं विजय बघेल, जिन्होंने सिटिंग CM की सीट फंसा दी? हरा पाए या नहीं, वो अलग बात है. चुनावी बढ़त को आरामदेह नहीं होने दिया.
विजय बघेल की कहानी क्या है?विजय बघेल फिलवक्त दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद हैं. राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई साल 2000 में. इस साल वो छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर परिषद् का चुनाव जीते. साल 2003 में NCP में शामिल हुए. और इसी साल उन्हें NCP ने पाटन विधानसभा से टिकट दे दिया. सामने थे कांग्रेस के भूपेश बघेल. इस चुनाव में विजय बघेल की हार हुई. भूपेश करीब 7 हजार वोट से जीते. भूपेश को कुल 44 हजार 217 वोट मिले.
इस हार के बाद विजय भाजपा में शामिल हुए. साल 2008 में BJP ने उन्हें फिर से पाटन सीट से टिकट दिया. सामने एक बार फिर कांग्रेस की टिकट पर भूपेश बघेल. इस बार विजय ने अपने काका को शिकस्त दी. उन्हें 59 हजार वोट मिले जबकि भूपेश को 51 हजार 158 वोट मिले. विजय बघेल पहली बार विधानसभा पहुंचे. साल 2013 के चुनाव में विजय और भूपेश का फिर आमना-सामना हुआ. पाटन सीट पर ही. इस बार भूपेश बघेल ने विजय को करीब 10 हजार वोट से हराया. उन्हें कुल 68 हजार 185 वोट मिले.
बात साल 2018 की करें तो BJP ने विजय को उम्मीदवार नहीं बनाया. इस चुनाव में पाटन से BJP की टिकट पर मोतीलाल साहू लड़े. भूपेश बघेल फिर से कांग्रेस प्रत्याशी थे. उन्होंने 27 हजार से ज्यादा वोटों से मोतीलाल साहू को चुनाव हराया. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में BJP ने विजय को दुर्ग लोकसभा से टिकट दिया था. विजय ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर को तीन लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया.
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