प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना13 से 70 साल के 10 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये का निःशुल्क बीमा दिया जा रहा है,आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2019 है तो जल्दी करें और इस मैसेज को अपने सभीदोस्तों को भी भेजें ताकि इस योजना का लाभ सभी को मिल सकें.अभी आवदेन करें !आप भी सोच रहे होंगे कि हमने ऐसा क्यों लिखा है, आपको लग रहा है कि हम लल्लनटॉपपर आयुष्मान भारत योजना का प्रचार कर रहे हैं, अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो आपबिल्कुल गलत हैं.इस तरह के पोस्ट और मेसेज वायरल किए जा रहे हैंइस पोस्ट के साथ एक लिंक भी दिया जा रहा है, जिसपर क्लिक करने के बाद आपकी स्क्रीनपर एक वेबसाइट खुलेगी. जिसपर मोटे-मोटे अक्षरो में लिखा होगा ‘बीमार ना रहेगा अबलाचार, बीमारी का होगा मुफ्त उपचार’ और नीचे रजिस्ट्रेशन क्लोज़ होने की घड़ी भी चलरही होगी. कुल मिलाकर मेसेज के मुताबिक, जल्दी कीजिए वर्ना प्रधानमंत्री की येयोजना आपके हाथ से निकल जाएगी.‘बीमार ना रहेगा अब लाचार, बीमारी का होगा मुफ्त उपचार’अब ये मैसेज और Link, लोग धड़ल्ले से व्हाट्सअप पर भेज रहे हैं, हमें कई लोगों नेयही मैसेज भेज कर इसकी सच्चाई जाननी चाही. जिसके बाद हमने शुरू की इसकी पड़ताल.मैसेज में दिए गए लिंक को क्लिक करने के बाद जो वेबसाइट खुली उसके दर्शन तो हमनेआपको ऊपर करवा ही दिए, अब आगे बढ़ते हैं, इस पड़ताल के दूसरे स्टेप में हमें आवेदकका नाम, मोबाइल नंबर, उम्र और राज्य की जानकारी देने के लिए कहा गया.इस तरह आपको अपनी जानकारी भरनी होगीहमने फिर वैसा ही किया. अगले स्टेप में कुछ सवाल पूछे गए.इस तरह के सवाल पूछे गएदिए गए सवाल का देने के बाद हम नेक्स्ट स्टेप पर पहुंचे, यहां भी हमसे एक और नयासवाल पूछा गया.ये दूसरा सवाल थाहमने दूसरे सवाल का भी जवाब दिया. फिर एक मैसेज स्क्रीन पर दिखा, जिसपर लिखा था‘प्रिय आवेदक जी ! हमें आपका आवेदन सफलतापूर्वक प्राप्त हो गया है’इस तरह का मेसेज स्क्रीन पर दिखाइस प्रकिया के मुकाबिक हमारा एप्लिकेशन एक्सेप्ट हो गया है, लेकिन रजिस्ट्रेशन नंबरलेने के लिए एक नीले बटन को क्लिक करना था, जो हम आपको दिखा भी रहे हैं. अब इसप्रोसेस को कंप्लीट करने के लिए हमें पहले इस मैसेज को 10 Whatss app ग्रुप या 10दोस्तों के साथ शेयर करना था, तब जाकर रजिस्ट्रेशन नंबर मिल पाता.हमने इस मेसेज को 10 दोस्तों में भेजना शुरू कियाअब हमें अपनी पड़ताल पूरी करनी थी, हमने बिल्कुल वैसा ही किया. हमने जब ये मैसेजवॉट्सअप पर 10 दोस्तों को भेजा, फिर तो वो उसी संदेश के साथ फॉरवर्ड हुआ, जिसकाज़िक्र हमने सबसे शुरू में किया था. आसान भाषा में कहें तो इस प्रक्रिया को पूराकरने की लालच में लोग इस मैसेज को लगातार फैला रहे थे, वायरल कर रहे थे.10 लोगों को कुछ इस तरह का ही मेसेज फॉरवर्ड हो रहा थाहमने एक-एक करके 10 दोस्तों में ये मैसेज शेयर किया, जिसके बाद मिला हमेंरजिस्ट्रेशन नंबर.प्रकिया पूरी करने के बाद मिला रजिस्ट्रेशन नंबरहम साथ साथ आपको सारी तस्वीर भी साथ लगाते चल रहे हैं ताकि किसी तरह की कोईकन्फ्यूज़न न हो. रजिस्ट्रेशन नंबर मिलने के बाद आवेदन की स्थिति भी देखने कीव्यवस्था की गई थी, चूंकि हमें रजिस्ट्रेशन नंबर मिल गया था फिर हमें भी अंदर सेकुलबुलाहट हुई कि भई हमारे एप्लिकेशन का स्टेटस क्या होगा, जिसे देखने के लिए एकदूसरा एप्लिकेशन डाउनलोड करना था. आप ऊपर की तस्वीर में देख सकते हैं, लिखा है-'एप्लीकेशन डाउनलोड करें'हम फिर आगे बढ़े, अब हमें अकाउंट में 50रुपये बैलेंस दिख रहा था, जिस पाने के लिएनीचे एक बॉक्स बना था, उस पर क्लिक करके हम अपना 50 रुपये सीधा अकाउंट में पा सकतेथे. हमने फिर वैसा ही किया.अकाउंट में 50 रुपये दिख रहा थाफिर आगे बढ़े, इस बार हमें जो एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए मिला उसे हमारी हंसीछूटी ही आपकी भी हंसी छूट जाएगी. हम आपको वो स्क्रीन पर दिखा भी रहे हैं. 4Fun-Funny videos, status for whatsApp, share & chat.भाई साहब! बेवकूफ बना दियाअब तक ये साफ हो चुका था कि प्रधानमंत्री ayushman bharat yojana से इस मेसेज काकोई कनेक्शन नहीं है. कुल मिलाकर ये लोगों को बेवकूफ बनाने का एक तरीका था. जिसकेज़रिए लोग लालच में इस डेवलपर के एप्लिकेशन को डाउनलोड कर रहे थे और इसका प्रचार कररहे थे. हमारी पड़ताल में ये मेसेज एक सफेद झूठ निकला.तो जब भी आपको कोई ऐसा ट्वीट, ख़बर, फोटो या वीडियो मिले जिसकी सत्यता पर आपको संदेहहो तो हमें भेजिए. Lallantopmail@gmail.com पर. हम इसकी पड़ताल करेंगे, और आपको उसकी पूरी जानकारी देंगे.