दिल्ली यूनिवर्सिटी का बड़ा फैसला, एड-हॉक टीचर्स की नियुक्ति होगी बंद
खाली पदों पर नियमित रूप से परमानेंट टीचर्स की नियुक्ति की बात कही गई.
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने एड-हॉक टीचर्स की नियुक्ति को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है (Delhi University adhoc teachers). उसने सभी कॉलेजों को एक नोटिस जारी कर एड-हॉक टीचर्स की नियुक्ति पर रोक लगाने की बात कही है. साथ ही कहा है कि कॉलेज सिर्फ परमानेंट टीचर्स को ही नियुक्त करें.
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक एड-हॉक टीचर्स की नियुक्ति से जुड़ा नोटिस दिल्ली यूनिवर्सिटी ने 17 अक्टूबर को जारी किया. नोटिफिकेशन में कहा गया कि एड-हॉक टीचर्स की नियुक्ति UGC के 2018 के नियमों का उल्लंघन करती है. यूनिवर्सिटी ने कॉलेज प्रशासन से आग्रह किया कि खाली पदों पर नियमित रूप से परमानेंट टीचर्स की नियुक्ति के लिए उचित कदम उठाए जाएं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा लिए गए इस फैसले का असर लगभग 3 हजार एड-हॉक टीचर्स पर पड़ेगा. यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाली एक एड-हॉक टीचर ने नाम न छापने की शर्त पर लल्लनटॉप को बताया,
“लगभग 3 से 4 हजार एड-हॉक टीचर्स पर इस फैसला का असर होगा. एड-हॉक टीचर्स को वैसे भी परमानेंट टीचर्स से कम लाभ दिए जाते रहे हैं. उनके भविष्य की चिंता यूनिवर्सिटी प्रशासन को भी नहीं है. पिछले एक-डेढ़ साल से यूनिवर्सिटी उनकी नियुक्ति खत्म करने के पीछे पड़ी है. इससे पहले भी इससे जुड़े कुछ फैसले लिए गए हैं.”
टीचर ने बताया कि फिलहाल यूनिवर्सिटी ने सिर्फ ये नोटिस जारी किया है. एड-हॉक टीचर्स की नियुक्ति पूरी तरह रोक दी जाएगी या नहीं, इस पर अभी कुछ साफ नहीं है. साथ ही जो टीचर्स एड-हॉक के तौर पर काम कर रहे हैं, उनके भविष्य पर भी अभी कुछ साफ नहीं है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के साउथ कैंपस के डायरेक्टर प्रकाश सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस से बताया कि दुर्भाग्य से पिछले 10-15 सालों में नियुक्तियां नियमित रूप से नहीं हुईं, जैसी होनी चाहिए थी. लेकिन हाल के सालों में टीचरों की परमानेंट नियुक्तियां की जा रही हैं. इसी को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों को आदेश जारी किया है और कहा है कि एड-हॉक नियुक्तियों को खत्म किया जाना चाहिए.
प्रकाश सिंह ने आगे बताया कि अब तक दिल्ली यूनिवर्सिटी के सभी कॉलेजों में लगभग 3 हजार परमानेंट टीचर्स को नियुक्त किया गया है. इसमें दिल्ली सरकार के 12 कॉलेज शामिल नहीं हैं. सिंह ने बताया कि DU के डिपार्टमेंट्स में लगभग 200 से 250 परमानेंट नियुक्तियां की हैं. हर दिन लगभग 3-4 कॉलेजों में नियुक्ति की प्रक्रिया चलती रहती है. UGC और भारत सरकार के नियमों के तहत सभी कॉलेजों को गेस्ट लेक्चरर की नियुक्ति करने को कहा गया है.
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