सरकार ने सोने पर इतना टैक्स लगा दिया कि आपके पसीने छूट जाएंगे
सरकार ने सोने पर बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दी है. यह कदम सोने के आयात पर अंकुश लगाने की कवायद के चलते उठाया गया है. भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का खरीदार है.
सरकार ने सोने पर बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दी है. यह कदम सोने के आयात पर अंकुश लगाने की कवायद के चलते उठाया गया है, क्योंकि रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है. मई में कुल 107 टन सोने का आयात हुआ और जून में भी बड़ी मात्रा में इंपोर्ट होने के आसार हैं. भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का खरीदार है.
मई में देश का व्यापार घाटा बढ़कर 24.29 अरब डॉलरदुनिया में माइक्रो इकोनॉमिक हालात काफी उतार-चढ़ाव भरे बने होने के बीच भारत का व्यापार एवं चालू खाता घाटा आसमान छू रहा है. मई में देश का व्यापार घाटा बढ़कर 24.29 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. भारत ने मई में 6.03 अरब डॉलर का सोना आयात किया, जो एक साल पहले की तुलना में नौ गुना अधिक है. भारत ने पिछले साल एक दशक में सबसे अधिक सोने का आयात किया था, क्योंकि कोरोना महामारी के बाद सोने की डिमांड में इजाफा देखने को मिला था. वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाना उन्हें महंगा बनाकर आयात पर अंकुश लगाने का एक तरीका है. यह कदम पिछले साल का उलटा है जब केंद्र ने बजट में टैक्स को घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया था.
सरकार इन वजहों से इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाईइससे पहले वर्ष में, देश के प्रमुख ज्वैलर्स ने सरकार से सोने की तस्करी को कम करने के लिए बजट 2022 में सोने पर आयात शुल्क को 7.5 फीसदी से घटाकर चार फीसदी करने का आग्रह किया था. चीन, अमेरिका और सिंगापुर जैसे देशों ने घरेलू बाजार को मजबूत करने के लिए सोने पर आयात शुल्क खत्म कर दिया था.
सरकार की तरफ से सोने पर आयात शुल्क लगाने के फैसले के पीछे दो बड़ी वजहें हैं. भारत अपनी सोने की अधिकांश मांग को पूरा करने के लिए इस धातु का आयात करता है और भारत सरकार को महंगे डॉलर में इसके लिए भुगतान करना पड़ता है. इससे देश का चालू खाता घाटा बढ़ता है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक चालू खाता घाटा पिछले साल के मुकाबले करीब दोगुना हो गया है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार साल 2021 में भारत ने एक दशक का सबसे अधिक सोना खरीदा.