दिवाली के बाद शेयर मार्केट के दिवाला! सेंसेक्स और निफ्टी दोनों धराशाई, इन शेयरों को बड़ा नुकसान
Stock Market Crash: सोमवार को कारोबार शुरु होते ही शेयर बाजार पर भारी दबाव दिखाई दिया. Sensex शुरुआती घंटों में करीब एक हजार पॉइंट टूटा. वहीं nifty में 313 अंकों की गिरावट देखी गई.
दिवाली के बाद लॉन्ग वीकेंड के लौटे निवेशकों के लिए सोमवार सुबह शेयर बाजार ज़ोर का झटका देने वाला साबित हुआ. शुरुआती कारोबारी घंटे में बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखने को मिली. सेंसेक्स 79,713.14 पर खुला. मगर पहले ही घंटे में ये 1000 अंक टूटकर 78,719 पर जा पहुंचा.
दूसरी तरफ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का Nifty सूचकांक सोमवार को 24,315.75 अंक पर खुला था, लेकिन पहले ही कारोबारी घंटे में 313 अंक टूटकर 23,990 पर कारोबार करता नजर आया.
करीब-करीब सभी सेक्टर्स के शेयर्स में गिरावट देखने को मिली है. ऑटो, बैंक और कंज्यूमर सेक्टर भी गिरावट की इस मार से बच नहीं पा हैं. ऑयल एंड गैस सेक्टर के शेयर में करीब 2.47 फीसदी की गिरावट देखी गई. जबकि मीडिया सेक्टर के शेयर 2.66 प्रतिशत गिरे. इस गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान होता नजर आ रहा है.
BSE सेंसेक्स के टॉप 30 शेयरों में से 25 शेयर बड़ी गिरावट पर कारोबार कर रहे थे, जबकि सिर्फ 4 शेयरों में तेजी देखी गई. सबसे ज्यादा तेजी महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में 2.39 फीसदी की है. वहीं सबसे ज्यादा गिरावट सनफार्मा के शेयरों में 3 फीसदी की हुई है. देश की सबसे बड़ी कंपनी Reliance Industries के शेयर भी 2.64 फीसदी टूट चुके हैं, जिस कारण मार्केट में और दबाव बढ़ा है.
ये भी पढ़ें- शेयर मार्केट सुना था, ये ग्रे मार्केट क्या बला है? ना किसी का कंट्रोल, ना नियम-कानून, काम कैसे होता है?
विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवालीआंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने पिछले हफ्ते 211.93 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये की भारी निकासी की. इससे यह निकासी के मामले में अब तक का सबसे खराब महीना बन गया. घरेलू इक्विटी के ऊंचे मूल्यांकन और चीनी शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन के कारण विदेशी निवेशक बिकवाली कर रहे हैं.
दुनियाभर के बाजारों का हालएक तरफ जहां भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है तो वहीं एशिया के दूसरे कई स्टॉक मार्केट में तेजी का रुख है. सियोल, शंघाई और हांगकांग में उछाल दर्ज किया गया है. तो वहीं शुक्रवार को बंद हुए कारोबारी सप्ताह में अमेरिकी बाजार में भी बढ़त दर्ज की गई. वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.49 प्रतिशत बढ़कर 74.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. इजरायल-ईरान तनाव और अन्य भूराजनीतिक फैक्टर के चलते कच्चे तेल की कीमतों में लगातार अस्थिरता बनी हुई है.
वीडियो: खर्चा पानी: शेयर मार्केट में भारी गिरावट की वजह क्या है?