The Lallantop
Advertisement

रिटायरमेंट के बाद हर महीने 1 लाख रुपये उठाने हैं तो फट से ये इंतजाम कर डालिए

अकेले हर महीने निवेश करना काफी नहीं होता है. बतौर निवेशक आपको इसका अंदाजा भी होना चाहिए कि आप जो पैसे जमा कर रहे हैं, वो आपकी मौजूदा लाइफस्टाइल को जारी रखने के लिए काफी होंगे या नही? ये पैसे जमा करने के लिए आपके पास कितना समय है? ऐसी ही कुछ चीजों के आधार पर रिटायरमेंट की स्ट्रैटजी बनेगी.

Advertisement
calculate the value of all other investment, and minus it from total pension fund requirement.
अपने अन्य इनवेस्टमेंट की वैल्यू भी निकाल लें. इसे पेंशन फंड में से घटा लें और बाकी रकम के हिसाब से ही प्लानिंग करें. (साभार- Freepik)
pic
उपासना
6 अक्तूबर 2023 (Published: 08:25 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

नौकरी करते हुए ही रिटायरमेंट की तैयारी (Retirement planning) शुरू कर देना एक अच्छी आदत है. लगभग सभी फाइनेंशियल जानकारों की यही राय होती है. हममें से कई लोग नौकरी लगते ही थोड़ा-थोड़ा करके निवेश शुरू कर भी देते हैं. लेकिन एक गलती है, जो ज्यादातर लोग करते हैं और समय पर निवेश शुरू करके भी अपना नुकसान कर बैठते हैं. ये गलती है, बिना टारगेट के इनवेस्टमेंट शुरू (How to start Investment) करना. खासकर, अगर आप रिटायरमेंट के लिए इनवेस्टमेंट कर रहे हैं तो टारगेट के बारे में एक अनुमान जरूर लगा लेना चाहिए.

इस बार हम रिटायरमेंट फंड जुटाने के बारे में ही बात करेंगे. मान लेते हैं आप 60 साल की उम्र में रिटायर होना चाहते हैं और रिटायरमेंट के बाद हर महीने 1 लाख रुपये उठाना चाहते हैं. ऐसे में क्या तैयारी होनी चाहिए? दरअसल, अकेले हर महीने निवेश करना काफी नहीं होता है. बतौर निवेशक आपको इसका अंदाजा भी होना चाहिए कि आप जो पैसे जमा कर रहे हैं वो आपकी मौजूदा लाइफस्टाइल को जारी रखने के लिए काफी होंगे? ये पैसे जमा करने के लिए आपके पास कितना समय है? ऐसी ही कुछ चीजों के आधार पर रिटायरमेंट की स्ट्रैटजी बनेगी.

महंगाई का ध्यान रखें

रिटायरमेंट का टारगेट पहले महंगाई (Inflation) को जरूर ध्यान में रखें. कई लोग रिटायरमेंट की प्लानिंग करते समय महंगाई को ध्यान में रखना भूल जाते हैं. यहीं पर मामला बिगड़ता है. महंगाई की वजह से रुपये की परचेजिंग पावर घटती जाती है. पांच साल पहले 10 रुपये में जो चॉकलेट आती थी, आज 10 रुपये खर्च करने पर वही चॉकलेट छोटी सी आती है. जबकि, रिटायरमेंट प्लानिंग करते समय ज्यादातर लोग इसी हिसाब से कैलकुलेशन निकालते हैं कि आज चीजों का जो दाम है, 10 साल बाद भी उतना ही होगा. आपको समझ आ गया होगा कि रिटायरमेंट प्लानिंग करते समय महंगाई को ध्यान में रखना क्यों जरूरी है.

दूसरी गलती जो लोग अक्सर करते हैं, वो है रिटायरमेंट फंड के अनुमान की. मोटामोटी तो हर कोई कह देता है कि इतने रुपये चाहिए होंगे. लेकिन मोटामाटी आईडिया आपको परेशानी में डाल सकता है.

अगला जरूरी कदम होता है जितना जल्दी हो, उतनी जल्दी रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू करें. जितनी देर करेंगे उतना ज्यादा जमा करने का बोझ रहेगा. अगर आप 25 साल के हैं और 60 साल में रिटायर होने के बाद हर महीने 1 लाख रुपये उठाना चाहते हैं तो इसके लिए 35 साल तक हर महीने 28,912 रुपये बचाने होंगे. अगर 40 साल के हैं तो इसी फंड को जमा करने के लिए हर महीने 78,425 रुपये जमा करने होंगे. अगर 50 साल के हैं तो हर महीने 1.88 लाख रुपये जमा करने होंगे. तब जाकर रिटायरमेंट के नाम पर हर महीने 1 लाख रुपये उठा पाएंगे.

दूसरा जरूरी फैक्ट होता आप कितने साल तक जिंदा रह सकते हैं. उसी हिसाब से ये तय होता है कि हर महीने कितने रुपये जमा करने होंगे. जिंदा रहने की उम्र 85 साल मान लेते हैं. इस हिसाब से आपको 60 साल से 85 साल तक के लिए हर महीने 1 लाख रुपये चाहिए होंगे. यानी कुल 25 साल तक 12 लाख रुपये सालाना चाहिए होंगे.

ऐसे लगेगी गणित

कैलकुलेशन निकालते समय कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा. जैसे महीने का खर्चा कितना है, रिटारयमेंट के समय महंगाई का अनुमान, रिटायरमेंट से पहले और बाद में जमा पर अनुमानित रिटर्न वगैरह. अब पूरी कैलकुलेशन निकालते हैंः

मौजूदा उम्र-  40 वर्ष

रिटायरमेंट की अनुमानित उम्र- 60 वर्ष 

रिटायरमेंट में बचे साल- 20 साल

अनुमानित लाइफ एक्सपेक्टेंसी (जिंदा रहने की अनुमानित आय)- 85 वर्ष

रिटायर होने में बचे साल- 20 वर्ष

मौजूदा सालाना खर्च- 12 लाख रुपये

रिटायरमेंट के समय सालाना खर्चों में बढ़ोतरी की दर- 6 फीसदी 

रिटायरमेंट के समय अनुमानित सालाना खर्च- 38,48,562.57 रुपये

रिटायरमेंट फंड पर मिलने वाला रिटर्न रेट- 8 फीसदी

इस दौरान महंगाई की दर- 6 फीसदी

महंगाई जोड़ने के बाद असल रिटर्न दर- 1.89 पर्सेंट

अनुमानित रिटायरमेंट फंड- 7,75,82,178.25 रुपये

फंड जुटाने के दौरान औसत ब्याज दर- 12 पर्सेंट 

ये टारगेट हासिल करने के लिए जरूरी मंथली SIP- 78,424.82 रुपये

उम्र रिटायरमेंट फंड(महंगाई को जोड़ते हुए) SIP
25 वर्ष18,59,30,205 रुपये28,912 रुपये
30 वर्ष 13,89,37,865 रुपये39,754 रुपये
40 वर्ष7,75,82,178 रुपये     78,425 रुपये
50 वर्ष4,33,21,483 रुपये 1,88,323 रुपये
59 वर्ष2,56,41,919 रुपये20,21,834 रुपये
* 6 फीसदी महंगाई दर के हिसाब से जरूरी रिटायरमेंट फंड 
* रिटायरमेंट तक निवेश जुटाने के दौरान रिटर्न की दर 12 फीसदी 
* रिटायरमेंट फंड पर मिलने वाला ब्याज- 8 फीसदी                                                                                                                                                              सोर्स- BusinessToday
रिटायरमेंट के बाद 1 लाख रुपये हर महीने पाने के लिए कितने रुपये जमा करने होंगे

अगर महंगाई का अंदाजा निकालने में दिक्कत आ रही है तो उसका उपाय भी बता देते हैं. अपने हर महीने के खर्चों को बांटिए. फिर सोचिए कि रिटायरमेंट के बाद ये खर्चे कितने महंगे हो सकते हैं. उसके बाद सभी जरूरी खर्चों का इसी तरह अनुमान निकालिए और उसे जोड़िए. इस तरह आपके पास रिटायरमेंट के समय खर्चों का एक मोटामाटी अंदाजा निकल जाएगा.

इसके बाद आपने जो भी इनवेस्टमेंट कर रखे हैं उनकी भी वैल्यू निकाल लीजिए. जैसे कि प्रॉपर्टी का दाम, या फिर उससे कितना किराया आ जाएगा. इन सबको जोड़ लीजिए और रिटायरमेंट फंड में से घटा लीजिए. उतनी रकम जुटाने की जरूरत होगी. 

जैसा शुरुआत में भी बताया गया है जितनी जल्दी निवेश करना शुरू करेंगे उतना बढ़िया रहेगा. इससे आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का फायदा मिलता रहेगा. आसान भाषा में कहें तो ब्याज पर ब्याज. उदाहरण से समझाते हैं. अगर आप 30 साल की उम्र में 4250 रुपये जमा करते हैं तो 12 परसेंट की दर से 60 की उम्र में पहुंचने के बाद आप 1.31 करोड़ रुपये जमा कर लेंगे. इसके ठीक उलट अगर आप देर से निवेश शुरू करते हैं तो आपको रिटर्न तो कम मिलेगा ही, साथ में निवेश भी ज्यादा जमा करना पड़ेगा.

ये भी पढ़ेंः केंद्र की दूसरी योजनाओं में खर्च हुआ पेंशन योजना का फंड, CAG की रिपोर्ट में अब क्या सामने आया?

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement