एक्स कल रात में डाउन था. हालांकि आज चल रहा है, मगर सर्विस पूरी तरह से अभी अप नहीं है. मतलब पोस्ट ओपन ही नहीं हो रहीं हैं. स्क्रीन राउंड-राउंड घूम रही है. हुआ क्या है वो भी सभी को पता है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जबरदस्त साइबर अटैक हुआ है. एक्स के सीईओ एलन मस्क ने कहा, "It was done with a lot of resources…" मतलब ऐसा करने के लिए बहुत तगड़े सोर्स का इस्तेमाल किया गया है. बाद में पता चला इस सोर्स का नाम है Dark Storm. फ़िलिस्तीन समर्थक इस ग्रुप ने इस अटैक की जिम्मेदारी ली है.
एलन मस्क की नींद उड़ाने वाला 'Dark Storm' क्या है? X को कैसे किया ठप?
Dark Storm नाम का ये hacktivist (हैकिंग+एक्टिविस्ट) ग्रुप इजरायल समर्थित संस्थानों पर साइबर हमले के लिए जाना जाता है. सैद्धांतिक तौर पर साइबर अटैक के साथ ये ग्रुप अपने फायदे के लिए भी ऐसी सर्विस मुहैया करवाता है. इनके कई तरीके हैं जिनमें से एक है DDoS. कहा जा रहा है कि संभवतः इसी का इस्तेमाल एक्स पर किया गया.

Dark Storm नाम का ये hacktivist (हैकिंग+एक्टिविस्ट) ग्रुप इजरायल समर्थित संस्थानों पर साइबर हमले के लिए जाना जाता है. सैद्धांतिक तौर पर साइबर अटैक के साथ ये ग्रुप अपने फायदे के लिए भी ऐसी सर्विस मुहैया करवाता है. इनके कई तरीके हैं जिनमें से एक है DDoS. कहा जा रहा है कि संभवतः इसी का इस्तेमाल एक्स पर किया गया है.
क्या है (DDoS) अटैक?Distributed Denial-of-Service अटैक मतलब इस तरह का साइबर हमला जिसमें इंटरनेट के ट्रैफिक के साथ खेला जाता है. ऐसा अटैक अक्सर ऐसी सर्विस पर होता है जहां इंटरनेट से जुड़ी गतिविधियां लगातार चलती रहती हैं. उदाहरण के लिए, एक्स पर जहां लगातार कोई पोस्ट कर रहा होता है तो कोई रिप्लाई. कोई पोस्ट कोट कर रहा होता है तो कोई किसी को टैग.

ये हुआ नॉर्मल ट्रैफिक जिसमें सब कंट्रोल है. माने कि कब ग्रीन लाइट जलेगी और कब रेड, सब तयशुदा होता है. अब अगर रेड लाइट बंद हो जाए या सिर्फ ग्रीन लाइट जले तो क्या होगा? ट्रैफिक कंट्रोल से बाहर. ऐसा ही कुछ होता है (DDoS) अटैक में. संबंधित वेबसाइट पर वही होता है जो होना है, बस उसका फ्लो बढ़ा दिया जाता है.
माने के पोस्ट पर 10 रिप्लाई आ रहे थे तो अब उस पर एक हजार या एक लाख रिप्लाई आने लगते हैं. अचानक से फॉलोअर्स बढ़ने लगते हैं, तो कई अकाउंट से एक अकाउंट को टैग किया जाने लगता है. कुछ ऐसा ही कल यानी 10 मार्च को एक्स के साथ हुआ है. ऐसा करने के लिए कई सारे अकाउंट से लेकर AI की मदद भी ली जाती है. इसीलिए मस्क ने लिखा कि इस अटैक के पीछे 'कई रिसोर्स' हैं.
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Dark Storm इसके पहले भी ऐसे कांडों को अंजाम दे चुका है. फरवरी 2024 में इसने नाटो समर्थित देशों पर साइबर अटैक किया था. October 2024 में इस ग्रुप ने John F Kennedy International Airport पर ‘तबाही’ ला दी थी. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रुप अपने कारनामों को अंजाम देने के लिए रूस का समर्थन करने वाले हैकर्स की भी मदद लेता है.
अब एक्स पर अटैक करने के लिए उसने किससे हाथ मिलाया, ये अभी पता नहीं चला है. मगर एक्स की सर्विस को काफी देर के लिए ‘Ctrl+Z’ तो कर ही दिया.
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