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ट्विटर में छछंद मचाने के बाद कोर्ट में क्या करने वाले हैं एलन मस्क?

मस्क ने खुद बताया है, पढ़ लीजिए

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ट्विटर सौदे से हटने के बाद मस्क अब और नौटंकी करेंगे (image-Prashant)

तीन महीने की नौटंकी के बाद आखिरकार Elon Musk ने Twitter के सौदे को रद्द कर दिया. क्या सच में एलन मस्क ट्विटर खरीदने वाले थे, या फिर अपनी आदत के मुताबिक सिर्फ हंगामा खड़ा करना उनका मकसद था? अब ऐसा हम इसलिए कह रहे क्योंकि इसके पहले भी वो इस तरह के कांड कर चुके हैं.

अब जो सौदा रद्द हो ही गया है तो हमने सोचा क्यों ना इसकी असली वजह का पता लगाया जाए. मतलब सच में ट्विटर खरीदना था या फिर कोरी बकैती करनी थी. ये जानने के लिए पिछले तीन महीने की टाइम लाइन समझते हैं.

4 अप्रैल - Elon Musk ने ट्विटर में 9 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी का खुलासा किया और सबसे बड़े शेयर होल्डर बने.

5 अप्रैल - ट्विटर ने कंपनी के बोर्ड में मस्क को शामिल करने की घोषणा की. इसी दिन मस्क ने ट्विटर पर एडिट बटन के लिए पोल भी कराया.  

10 अप्रैल- मस्क ने चौंकाते हुए ट्विटर के बोर्ड में शामिल होने से इनकार कर दिया.

14 अप्रैल - मस्क ने ट्विटर खरीदने का फैसला किया और प्रति शेयर 54.20 डॉलर की पेशकश की.

25 अप्रैल - आखिरकार ट्विटर बोर्ड ने मस्क के प्रस्ताव को मान लिया.

इसके बाद शुरू हुआ मस्क और ट्विटर के बीच टकराव का दौर. सबसे पहले निशाने पर आए सीईओ पराग अग्रवाल. उनको लेकर अटकल बाजियों का बाजार खूब गरम रहा. जैसे, पराग रहेंगे या नहीं और अगर गए तो क्या मिलेगा. 

इधर मस्क ने ट्विटर पर फ्री स्पीच की वकालत करना चालू की. उनके इस भारी भरकम सौदे को पूर्व सीईओ जैक डॉरसी ने भी अपना समर्थन दिया तो लगा कहीं वो वापस तो नहीं आएंगे. अब यूं ही उनको कैप्टन जैक नहीं कहा जाता. मस्क ने तो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्लेटफॉर्म पर वापस लाने का भी ऐलान किया. ट्विटर की लीगल हेड विजय गाडे खास तौर पर मस्क के निशाने पर रहीं. उन्होंने उनसे जुड़े मीम तक शेयर कर डाले.  

13 मई - मस्क ने ट्विटर डील को होल्ड पर रखने का ऐलान करके फिर दुनिया को चौंका दिया. कहा कि स्पैम और बॉट अकाउंट्स की समीक्षा के बगैर डील आगे नहीं जाएगी.

6 जून - मस्क ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि ट्विटर अगर स्पैम और बॉट अकाउंट का डेटा प्रदान करने में विफल रहता है तो डील खत्म समझो.

9 जुलाई - मस्क ने सौदे को समाप्त कर दिया.

अब मस्क की माने तो बॉट अकाउंट का सही ब्योरा नहीं मिलने के चलते उन्होंने डील खत्म कर दी है. तो जानते हैं कि आखिर बॉट क्या बला है. 

बॉट मतलब ऐसे अकाउंट जिनका कोई वास्तविक यूजर नहीं है. मतलब कोई फर्जी ईमेल और मोबाइल नंबर से बनाया गया अकाउंट. अब ऐसे अकाउंट का उद्देश्य तो कुछ भी हो सकता है. जैसे सबसे पहले ट्रोलिंग, फिर कोई एजेंडा चलाना. धमकाने से लेकर गाली गलौज करने तक. फर्जी प्रमोशन करने के लिए भी इनका बहुतायत में इस्तेमाल होता है. 

ऐसा नहीं है कि ऐसे अकाउंट सिर्फ ट्विटर पर हैं. दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी होते हैं. ट्विटर ने खुद माना कि उसके प्लेटफॉर्म पर ऐसे अकाउंट की संख्या 5 पर्सेंट है, लेकिन मस्क की मानें तो ये 20 पर्सेंट से ऊपर है. अभी तक के घटनाक्रम को देखें तो गरारी यहीं फंसी, जिसके परिणामस्वरूप मस्क बाबा ने डील को टाटा कर दिया.

मस्क अभी माने नहीं हैं, मतलब रुके नहीं. उन्होंने आज अपने अकाउंट से एक ट्वीट किया. हां जी ट्विटर से ट्वीट किया! कल से बड़ी चर्चा थी कि उनका अकाउंट सस्पेंड है. मस्क ने ट्वीट में चार इमेज लगाईं और एक तरह से सौदे के मजे लिए. इन तस्वीरों के जरिये उन्होंने कहा, 

“मैं ट्विटर नहीं खरीद सकता. फिर उन्होंने बॉट अकाउंट की जानकारी नहीं दी. अब वो ट्विटर खरीदने के लिए मुझसे जबरदस्ती कर रहे हैं. अब उनको बॉट अकाउंट की जानकारी कोर्ट में देनी होगी."  

लग तो रहा है कि मस्क ट्विटर से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. वैसे ट्विटर ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है. ट्विटर बोर्ड मस्क द्वारा डील रद्द किए जाने के बाद लीगल ऐक्शन लेने की तैयारी में है. कंपनी ने इसके लिए न्यूयॉर्क बेस्ड टॉप लीगल फर्म Wachtell, Liptn, Rosen & Katz LLP की टीम हायर की है. ट्विटर डील की फाइलिंग के मुताबिक, डील रद्द करने की वजह से मस्क को एक बिलियन डॉलर यानी करीब 7950 करोड़ रुपये का फाइन भरना पड़ सकता है.

ट्विटर से हुई डील एलन मस्क ने क्यों रद्द कर दी, इसका असल कारण शायद कभी आगे पता चले. लेकिन मस्क का अपनी बात से पलटने का इतिहास चर्चा में है. लोग तंज कस रहे हैं कि उन्होंने अपनी इस फितरत के चलते ये डील खत्म की है.

2018 में Tesla Car से जुड़े एक्सिडेंट को लेकर मीडिया में मस्क के खिलाफ कई निगेटिव न्यूज चली थीं. इसके बाद मस्क ने मीडिया के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक जर्नलिस्ट रेटिंग वेबसाइट लॉन्च करने की बात कही थी. ये कहकर वो भूल गए. कोई वेबसाइट लॉन्च नहीं हुई. 

 

7 अगस्त 2018 को मस्क ने कुछ ट्वीट्स में टेस्ला के फ्री-फ्लोट स्टॉक को 420 डॉलर की कीमत पर खरीदने की अपनी योजना के बारे में बताया था. उन्होंने कहा था कि इसके लिए फंडिंग भी हासिल कर ली गई है. लेकिन 24 अगस्त को वह अपनी बात से पीछे हट गए.

 

इसके अलावा बिल गेट्स और एलन मस्क का आपसी टकराव आज भी चटकारे लेकर सुना जा सकता है.

गजब का छछंद है भाई!

वीडियो: Elon Musk ने ट्विटर के लिए क्या कहा